Tuesday, October 8, 2024
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आमिर खान को रोने को आंसू नही,लाइव बुकिंग में खुल हई पोल,पाकिस्तानी कटमुल्लो,देशी लिबरल,कम्युनिस्ट हराम…दो,की टीम भी नही कर पा रही कुछ

‘लाल सिंह चड्ढा’ के काम नहीं आए आमिर खान के आँसू, एडवांस बुकिंग में फिल्म का बुरा हाल: 80% टिकट बिकने और ₹550 Cr कमाई के दावे भी झूठे

लाल सिंह चड्ढा की रिलीज डेट नजदीक आने के साथ ही इस फिल्म का क्या हाल होगा इस पर लगने वाले अनुमान बढ़ते ही जा रहे हैं। एक तरफ दर्शक हैं जो सोशल मीडिया पर आमिर खान के पुराने बयानों को देख उखड़े हुए हैं। वहीं दूसरी ओर आमिर खान और उनकी पूरी लाल सिंह चड्ढा की टीम है जो इस फिल्म को सुपरहिट कराने के लिए मंदिर-गुरुद्वारे जा रही है और फर्जी एडवांस बुकिंग के नाम पर माहौल बना रही है।

ये है वास्तविकता

उम्मीदों से भी कम हुई एडवांस बुकिंग में कमाई

एडवांस बुकिंग का और फिल्म के सुपरहिट होने का आपस में कोई खास संबंध नहीं है। फिल्म समीक्षक तरण आदर्श ने तो आज अपने ट्वीट में ये तक कहा है कि जो एडवांस बुकिंग का हल्ला काट कर सबकुछ ‘चंगा’ दिखाने की कोशिश हो रही है, वो एडवांस बुकिंग वास्तविकता में उम्मीदों से भी कम हुई है। आदर्श ने साफ कहा है कि चाहे वो लाल सिंह चड्ढा हो या रक्षा बंधन, दोनों की इज्जत केवल स्पॉट बुकिंग और पहले दिन फिल्म देखने के बाद आए रिएक्शन पर निर्भर होगी। इसके अलावा और कुछ नहीं।

तरण आदर्श ने फिल्मों पर ऐसी टिप्पणी जाहिर है इनकी एडवांस बुकिंग से हुई कमाई को देखकर की है। लाल सिंह चड्ढा की अभी तक केवल 8 करोड़ रुपए की प्री बुकिंग हुई है। अनुमान है कि रिलीज से पहले ये कमाई ज्यादा से ज्यादा 10 करोड़ रुपए पहुँचेगी। उससे ज्यादा नहीं।

83 जितनी हुई लाल सिंह चड्ढा की एडवांस बुकिंग

याद दिला दें इससे पहले एडवांस बुकिंग में इतनी कमाई रणवीर सिंह की फिल्म 83 की हुई थी। कपिल देव जैसा बड़ा नाम जुडे़ होने बावजूद उस फिल्म की कितनी भद्द पिटी, ये किसी से छिपी नहीं हैं। उस फिल्म को क्रिस्मस जैसे मौके पर रिलीज किया गया था जब फिल्मों के चलने की ज्यादा संभावना होती है। फिर भी हाल क्या हुआ सबने देखा।

ये बात सच है कि दर्शक जिस फिल्म को चाहते हैं वो ही फिल्म ब्लॉकबस्टर पर ‘सुपरहिट’ या ‘सुपरफ्लॉप’ होती है। एडवांड बुकिंग सिर्फ फिल्म कैसी कमाई करेगी इसके शुरुआती अनुमान होते हैं। केजीएफ-2 जैसी साउथ सिनेमा की फिल्म ने अपनी रिलीज से पहले ही 22.50 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इसके अलावा सोशल मीडिया पर सामान्य लोग खुद उसका प्रचार कर रहे थे।

आमिर खान दर्शकों को मनाने में जुटे

अब सोच सकते हैं कि लोगों में उस फिल्म को देखने का क्रेज कितना ज्यादा रहा होगा। लेकिन इन हालिया बॉलीवुड फिल्मों के साथ समस्या ये है कि इन्हें सामान्य दर्शक ही बॉयकॉट करने की ठाने बैठा है। लोगों में पुराने बयान सुनने के बाद गुस्सा इतना है कि दंगल, थ्री इडियट जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म दे चुके बॉलीवुड के ‘मिस्टर पर्फेक्शनिस्ट’ गहरी चिंता में हैं।

वो अपनी फिल्म के रिलीज से पहले उसका प्रमोशन तो कर ही रहे हैं, लेकिन साथ ही वो दर्शकों से विनती भी कर रहे हैं कि उनकी फिल्म जाकर देंखे वरना वह बहुत टूट जाएँगे। मंदिर, गुरुद्वारे जाकर माथ टेककर वो लोगों को बता रहे हैं कि जिन्होंने उनके लिए सोचा है कि वो भारत को पसंद नहीं करते, वो सब लोग गलत हैं।

उन्होंने मीडिया में जाकर प्लीज कहते हुए दर्शकों से अपील कर रहे हैं कि उनकी फिल्म को देखा जाए। इसके अलावा आज तो उन्होंने स्वर्ण मंदिर जाकर अरदास भी लगाई है। हालात कितने बुरे हैं इसे इस बात से समझा जा सकता है कि आमिर खान की साख बचाए रखने के लिए फिल्म में शाहरुख खान को शामिल करके, लाल सिंह चड्ढा का रिव्यू देने के लिए मैदान में उतारा गया है। शाहरुख तक ने इसे प्रमोट किया है।

एडवांस बुकिंग का झोल

इसके अलावा फिल्म को प्रमोट करने के लिए झूठ का सहारा भी लिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर पिछले दिनों हिंदुओं की माँग को गलत ठहराने के लिए फर्जी मैसेज वायरल किए गए थे जिसमें कहा गया था कि लाल सिंह चड्ढा के बॉयकॉट की माँग करके भक्तों ने उसका प्रमोशन कर दिया। जिसके बाद फिल्म की 80 फीसदी बुकिंग है वो हो चुकी है और फिल्म ने 550 करोड़ कमा भी दिए।

 

सोशल मीडिया पर फैलाया गया झूठ

हालाँकि ये बातें कितनी फर्जी हैं इसकी पोल अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने तर्कों के साथ खोलीं। बाकायदा दिखाया गया कि कैसे ‘बुक माय शो’ जैसी एप पर कहीं पर किसी भी सिनेमा हॉल में अगर लाल सिंह चड्ढा की बुकिंग करने जाएँगे तो आपको अधिकांश सीटें खाली ही मिलेंगी।

लाल सिंह चड्ढा में समस्या क्या है?

बता दें कि लाल सिंह चड्ढा फिल्म को लेकर समस्या ये नहीं है कि इस फिल्म से किसी की भावनाएँ आहत हो रही हैं या फिर कोई विवादित कंटेंट हैं। सब जानते हैं कि ये टॉम हैंक की क्लासिक फिल्म फॉरेस्ट गंप की कॉपी है। अगर लोगों ने उसे पसंद किया है तो इसे भी देख सकते हैं। मगर, आमिर की माफी के बावजूद इस फिल्म के बहिष्कार की माँग लगातार इसलिए बनी है क्योंकि लोगों को लगने लगा है कि आमिर ने पिछली फिल्मों के समय से हिंदुओं की भावना का मजाक लिबर्टी और क्रिएटिव कंटेंट के नाम पर उड़ाया जबकि लिबरल गिरोह दर्शकों के सामने उन्हें मिस्टर पर्फेक्शनिस्ट बताकर पेश करता रहा।

लोगों के सवाल यही है कि जब आमिर खान ने खुद अपने मजहब और उससे जुड़ी आस्थाओं का पूरा पालन किया, और किसी ने उन्हें कुछ नहीं कहा, तब उन्होंने क्यों हिंदू धर्म और पूजा-पाठ के तरीकों पर सवाल उठाया? क्यों अपनी फिल्मों में देवी-देवताओं को मजाक का पात्र बनाया? लोगों के मन में ये सवाल छोड़ा कि शिवलिंग पर दूध क्यों चढ़ाना गलत है?

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