कांग्रेस ने MP के सभी जिलों के प्रभारियों को बदला!
नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के बाद कांग्रेस अब विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटती नजर आ रही है. प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ kamal nath ने आज संगठन स्तर पर बड़े बदलाव किए हैं. कांग्रेस congress ने प्रदेश के सभी 52 जिले के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं. इन प्रभारियों की नियुक्तियों को 2023 के विधानसभा चुनाव mp assembly election 2023 की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कमलनाथ संगठन में और भी बड़े बदलाव कर सकते हैं.
Bhopal : प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) 2023 वाले विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई। पार्टी ने प्रदेश के सभी जिलों में नए प्रभारियों की नियुक्ति करके अपनी तैयारी का संकेत दे दिया। इसके अगले चरण में उन जिलों के अध्यक्ष बदले जाएंगे, जिन्हें पांच साल से ज्यादा हो गए हैं।
PCC के सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश के सभी 52 जिलों में प्रभारियों की नियुक्ति की गई! ये जिला प्रभारी अपने प्रभार वाले जिलों में कांग्रेस के सभी संगठनों के कामकाज के बीच समन्वय का काम करेंगे। साथ ही ये जिला प्रभारी मंडलम, सेक्टर, बूथ, मतदाता सूची जैसे कामों की निगरानी भी करेंगे। पार्टी बाल कांग्रेस के लिए विधानसभा कैप्टन और वाइस कैप्टन की भी जल्द नियुक्ति करेगी। इसके साथ ही विधायकों और पूर्व मंत्रियों से जिला प्रभारी की जिम्मेदारी ले ली गई।
आज की गई नियुक्तियों में बड़े शहरों के जिला प्रभारियों में भोपाल का मुकेश नायक, ग्वालियर का महेंद्रसिंह चौहान, इंदौर का महेंद्र जोशी, उज्जैन का शोभा ओझा और जबलपुर का प्रभार सुनील जैन को सौंपा गया है।
नए जिला प्रभारी ये होंगे
श्योपुर का प्रभार दिनेश गुर्जर को, मुरैना का बालेंद्र शुक्ला को, भिंड का वासुदेव शर्मा को, ग्वालियर का महेंद्रसिंह चौहान को, दतिया का कमलेश्वर पटेल को, शिवपुरी का रश्मि पवार शर्मा को गुना का रघु परमार को, अशोकनगर का रामसेवक गुर्जर को, सागर का अवनीश भार्गव को, टीकमगढ़ का चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी को, निवाड़ी का दामोदर यादव को, छतरपुर का नारायण प्रजापति को, दमोह का धर्मेंद्र घई, पन्ना का मनोज त्रिवेदी और सतना का प्रभार प्रियदर्शन गौर को दिया गया हैं।
रीवा का प्रतापभानु शर्मा, सीधी का बृजभूषण शुक्ला, सिंगरौली का आनंद अहिरवार, शहडोल का राजेंद्र मिश्रा, अनूपपुर का ब्रजबिहारी पटेल, कटनी का रमेश चौधरी, जबलपुर का सुनील जैन, डिंडोरी का कदीर सोनी, मंडला का दिनेश यादव, बालाघाट का तरुण भनोट, सिवनी का गंभीर सिंह, नरसिंहपुर का संजयसिंह परिहार को प्रभार दिया गया। छिंदवाड़ा के तीन प्रभारी नरेश सराफ, नेहा सिंह और शेखर चौधरी को प्रभारी बनाया गया। जबकि, बेतूल की सविता दीवान शर्मा, हरदा का अजय ओझा, नर्मदापुरम का संजय शर्मा और रायसेन का प्रभार कैलाश परमार को दिया गया।
विदिशा का प्रभारी दीपचंद यादव, भोपाल का मुकेश नायक, सीहोर का सैयद साजिद अली, राजगढ़ का राजकुमार पटेल, आगर का नूरी खान, शाजापुर का जयप्रकाश शास्त्री, देवास का योगेश यादव, खंडवा और बुरहानपुर का कैलाश कुंडल, खरगोन का ठाकुर जयसिंह, बड़वानी का अर्चना जायसवाल, अलीराजपुर का हेमंत पाल, झाबुआ का हामिद काजी, धार का निर्मल मेहता, इंदौर का मोहन जोशी, उज्जैन का शोभा ओझा, रतलाम का अमिताभ मंडलोई और मंदसौर-नीमच का प्रभारी मुजीब कुरैशी को बनाया गया है।
पन्ना से नियुक्त प्रभारी की जो कहानी सामने आ रही है
164 में बयान दर्ज हैं पीड़िता के उपरोक्त व्यक्ति के खिलाफ विषय है मानव तस्करी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रक्षाबंधन के दिन ही नियुक्ति दे दी कांग्रेस नेता मनोज त्रिवेदी को।
हनी ट्रैप मामले से जुडे मानव तस्करी के मामले में पीड़िता के बयानों में छतरपुर के कांग्रेस नेता मनोज त्रिवेदी और उसके साथी का नाम सामने आने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने त्रिवेदी का इस्तीफा ले लिया था। त्रिवेदी का एक कथित वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें त्रिवेदी एक युवती के साथ दिखाई दे रहा था। पीसीसी ने त्रिवेदी के स्थान पर अभी किसी अन्य को जिले की कमान नहीं सौंपी थी।
हनीट्रैप से जुड़े मानव तस्करी के मामले में पिछले दिनों अदालत में चालान पेश हुआ था जिसमें फरियादी की बेटी और पीड़िता मोनिका यादव के बयान भी थे। मोनिका ने अपने बयानों में छतरपुर का एक घटनाक्रम बताया था जिसमें जिले के ही राजेश गंगेले का नाम आया था।
मोनिका ने इसमें बताया कि आरती दयाल उसे अपने साथ छतरपुर ले गई थी और उन्हें राजेश गंगेले के पास जाना था। गंगेले के नहीं मिलने पर मोनिका ने कहा कि वे लोग कांग्रेस नेता मनोज त्रिवेदी के पास गए जहां उनके एक अन्य साथी के साथ गए थे। मोनिका ने पुलिस को बयान में बताया कि आरती ने मनोज त्रिवेदी को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया तो टीआई ने उन्हें रोक दिया था। उसे आरती द्वारा बनाए गए वीडियो की जानकारी थी।
अदालत में मानव तस्करी के चालान पेश हो जाने के बाद भी मनोज त्रिवेदी पर पीसीसी ने कार्रवाई नहीं की थी। इस बीच कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया के भोपाल दौरे के दौरान मनोज त्रिवेदी तथा एक युवती का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ। इसमें मनोज त्रिवेदी के साथ दिखाई देने वाली युवती को मोनिका यादव बताया गया था।
सूत्रों के मुताबिक आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने पर त्रिवेदी की बाबरिया को शिकायत भी हुई थी। इसके बाद मनोज त्रिवेदी से पीसीसी ने इस्तीफा ले लिया जिसे तत्काल स्वीकार कर लिया गया था। पीसीसी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने त्रिवेदी के इस्तीफे की पुष्टि की थी।