हिंदू युवक से अफेयर के चलते 16 दिसंबर को दो भाइयों द्वारा बहन शीबा की हत्या कर गंगनहर में फेंके गए शव को एनडीआरएफ व पुलिस ने मसूरी के नहर से बरामद कर लिया है। शव की स्थिति काफी बिगड़ चुकी है। हालांकि पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
DCP (ग्रामीण) विवेक चंद्र यादव ने बताया, “दोनों आरोपित वारदात को अंजाम देकर पैदल ही लौट रहे थे। इसी दौरान वहाँ गश्त कर रही पुलिस की फैंटम टीम ने उन्हें रोक लिया। पूछताछ के दौरान दोनों सकपका गए। दोनों को संदिग्ध पाकर पुलिस उन्हें मुरादनगर थाने लेकर आई गई। यहाँ पर उन्होंने अपनी बहन की हत्या की बात कबूल की।”
DCP ने बताया कि पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उनकी बहन की प्रेम-प्रसंग के चलते सामाज में उनकी बेइज्जती हो रही थी। इसलिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी। DCP यादव के अनुसार, शीबा को ऑटो में लेकर दोनों भाई दिल्ली से कस्बा मुरादनगर गंगनहर तक आए थे। इसके बाद लगभग डेढ़ किलोमीटर तक गंगनहर की पटरी पर पैदल चले। इस दौरान मौका पाकर उन्होंने शीबा की हत्या कर दी।
शीबा का सगा भाई सूफियान मजदूरी करता है, जबकि चचेरा भाई महताब दिल्ली में ऑटो चलाता है। DCP यादव ने बताया कि दोनों के खिलाफ हत्या एवं अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक के सैंडल, कपड़े, आधार कार्ड और गमछा बरामद किया गया है।
रुड़की में रहने वाली युवती शीबा अपने प्रेमी से शादी करने की जिद पर आई थी। जिसके बाद परिजनों ने उसे शाहदरा में रहने वाले चचेरे भाई मेहताब के पास भेज दिया। इसके बाद भी शीबा लगातार प्रेमी से शादी करने की जिद करती रही। 16 दिसम्बर को शीबा का भाई सूफियान अपने चचेरे भाई मेहताब के पास आया और अपनी बहन को ऑटो से दिल्ली घूमने के बहाने लेकर गया और सुफियान ने चचेरे भाई महताब के साथ मिलकर शीबा की हत्या कर मुरादनगर गंगनहर में शव फेंक दिया। शीबा की हत्या करने वाले सुफियान और मेहताब को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद दोनों ने अपनी बहन की हत्या करने की बात कबूल कर ली थी। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर शीबा के शव की तलाश में पिछले काफी दिनों से एनडीआरएफ, पीएससी गोताखोर और पुलिस लगी हुई थी। पुलिस ने शीबा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
17 दिसंबर से रेस्क्यू कर रही थीं टीमें
शीबा शव को खोजने के लिए पुलिस पीएसी और एनडीआरएफ के अलावा गोताखोर 17 दिसंबर से शव की खोजबीन कर रहे थे, काफी रेस्क्यू के बाद भी शव नहीं मिला। तब पुलिस ने युवती का फाइल फोटो भी जगह-जगह शेयर किया था ताकि युवती का शव बरामद किया जा सके, लेकिन इस दौरान मसूरी कोतवाली इलाके के गंगनहर में युवती शीबा का शव नौवें दिन मिला।