बंगाली अभिनेता यश दासगुप्ता व अतनु राय, अभिनेत्री पापिया अधिकारी, सौमिली विश्वास, मल्लिका बंद्योपाध्याय समेत टॉलीवुड के कई कलाकार बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय व राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में भाजपा का झंडा थामा। यश ने कहा-‘यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं है। मै युवा हूं इसलिए युवाओं पर मेरा फोकस है। भाजपा ऐसी पार्टी है, जिसने युवाओं को हमेशा मौका दिया है। उम्मीद है कि मुझे भी भाजपा में युवाओं के लिए काम करने का मौका मिलेगा। यश ने कहा-‘राजनीति को गलत नजरिए से देखा जाता है लेकिन मेरा मानना है कि अगर सिस्टम को बदलना है तो सिस्टम का हिस्सा बनना जरुरी है। मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बहुत सम्मान करता हूं और उनका आशीर्वाद लेकर राजनीति में कदम रखा है। यश ने कहा-‘टॉलीवुड में मेरे कई मित्र हैं। उनमें से कुछ दूसरे राजनीतिक दलों से जुड़े हुए हैं। मेरे राजनीति में आने से उनके साथ रिश्ते खराब नहीं होंगे। वे अपनी पार्टी में रहेंगे और मैं अपनी पार्टी में।
राजनीति में कदम रखने वाले बांग्ला फिल्म जगत के सितारों की लंबी फेहरिस्त
राजनीति में कदम रखने वाले बांग्ला फिल्म जगत के सितारों की लंबी फेहरिस्त है। अभिनेत्री शताब्दी राय, मिमी चक्रवर्ती व नुसरत जहां तृणमूल कांग्रेस सांसद हैं। अभिनेता देव भी उसी पार्टी से सांसद हैं। अभिनेता सोहम चक्रवर्ती भी तृणमूल में हैं। अभिनेत्री लॉकेट चटर्जी भाजपा सांसद हैं तो रूपा गांगुली भगवा पार्टी से राज्यसभा की सदस्या। अभिनेता चिरंजीत चक्रवर्ती तृणमूल विधायक हैं, हालांकि वे राजनीति में इन दिनों ज्यादा सक्रिय नहीं हैं। दिवंगत अभिनेता तापस पाल भी तृणमूल सांसद रहे थे। इस बीच अभिनेता हिरन चटर्जी के भी जल्द भाजपा में शामिल होने की खबरें हैं। वे इससे पहले तृणमूल से जुड़े थे। दूसरी तरफ, बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रसेनजीत चटर्जी ने उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलों को गलत करार दिया है।
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बंगाल में मतदान केंद्रों की संख्या 78603 थी जो बढ़कर 101092 हो गई है। मतदान केंद्रों के हिसाब से केंद्रीय बलों की कंपनियों को भी बढ़ाया जाएगा। इसमें 25 से 30 फीसद तक की वृद्धि की जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल दौरे के बाद किसी भी दिन विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है और उसके तुरंत बाद केंद्रीय बलों को सूबे में भेजा जा सकता है। सूत्रों की मानें तो 23 से 25 फरवरी के बीच चुनाव की घोषणा हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी को बंगाल आएंगे। वे दक्षिणेश्वर-नोआपाड़ा मेट्रो परियोजना का उद्घाटन करेंगे। उसी दिन हुगली जिले के डनलप कारखाना मैदान में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय बंगाल में एक माह पहले केंद्रीय बल की 28 कंपनियां पहुंची थी और संवेदनशील इलाकों में गश्त लगाई थी जबकि पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान बंगाल में 747 कंपनियों की तैनाती की गई थी। इसी तरह बंगाल में 2016 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय बल की 40 कंपनियां आई थीं जबकि पूरे विधानसभा चुनाव के दौरान 720 कंपनियों को तैनात किया गया था।
पिछला विधानसभा चुनाव सात चरणों में हुआ था। इस बार उससे ज्यादा चरणों में चुनाव होने की भी संभावना है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बंगाल में मतदान केंद्रों की संख्या 78,603 थी, जो इस बार बढ़कर 1,01,092 हो गई है। मतदान केंद्रों के हिसाब से केंद्रीय बल की कंपनियों को भी बढ़ाया जाएगा। जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक इसमें 25 से 30 फीसद तक की वृद्धि की जा सकती है।
पिछले महीने बंगाल के दौरे पर आई केंद्रीय चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असंतोष जाहिर कर चुकी है। इस कारण भी बंगाल में केंद्रीय बल की ज्यादा कंपनियों की तैनाती की संभावना बढ़ गई है। बंगाल के साथ ही असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन आयोग का सबसे ज्यादा ध्यान नि:संदेह बंगाल पर ही है क्योंकि यहां निष्पक्ष, निर्बाध व शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराना बहुत बड़ी चुनौती है।