Tuesday, April 22, 2025
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हिंदुओं को जातियों में बांटकर,जिहादियों को सरकारी संपत्ति देकर,खुल गया सच तो मां,बेटा, टोंटी सब बेशर्म बने सदन में

वक्फ़ के नाम पर हुई जमीन लूट की वह काली दास्तान, जिसे बेशर्मी और निर्लज्जता की सीमाएं तोड़कर कांग्रेस ने संवैधानिक जामा पहनाने का पाप किया, आज संसद में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू और मोटा भाई ने पूरी दुनिया के सामने नंगा कर दिया। दशकों से देश की पीठ में घोंपा जा रहा यह जहरीला खंजर आखिरकार उजागर हुआ।लेकिन यह सिर्फ कांग्रेस की गुनाहों की लिस्ट का एक और अध्याय नहीं है, बल्कि यह उस घृणित राजनीति की सबसे घिनौनी मिसाल है, जहां तुष्टिकरण के नाम पर देश की जमीनों को लूटने की खुली छूट दी गई। और इस लूट को वैध ठहराने के लिए कांग्रेस ने जो संविधान में सेंधमारी की, वह गद्दारी की पराकाष्ठा थी। जब रिजीजू ने इस लूट का सच बयान किया, तो उन भूमाफियाओं के राजनीतिक सरपरस्तों के चेहरे पर ऐसा मातम छाया कि मानो किसी ने उनकी सियासी दुकानदारी की ही कब्र खोद दी हो।रिजीजू ने न केवल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का उदाहरण देकर इस घोटाले को बेनकाब किया, बल्कि उन नेताओं की मुस्लिम तुष्टिकरण की भद्दी मानसिकता को भी आईना दिखाया, जो इस जमीन डकैती के समर्थन में दशकों से बेशर्मी का नंगा नाच कर रहे थे। यह नाटक जब संसद में एक्सपोज हुआ, तो उन पाखंडी नेताओं के चेहरे देखने लायक थे।अखिलेश यादव का इस बिल पर दिया गया भाषण तो उनकी पूरी राजनीतिक सोच की दिवालिया मानसिकता का जीवंत उदाहरण था। 20 मिनट के भाषण में महज़ 5 मिनट वक्फ़ पर बोलना और वह भी तुष्टिकरण की बासी घिसी-पिटी भाषा में! मतलब साफ था—पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर पूरी तरह नंगा हो चुका है, उनके पास इस बिल का विरोध करने का कोई तर्क नहीं बचा।आज संसद में जो कुछ हुआ, वह भारतीय राजनीति में एक नया अध्याय लिख गया। यह अध्याय है जमीन लुटेरों की दुकान बंद होने का, तुष्टिकरण की राजनीति के ताबूत में आखिरी कील ठोकने का और कांग्रेस सहित उन सभी दलों के पापों के सार्वजनिक नंगेपन का, जो दशकों तक वक्फ़ की आड़ में इस देश को लूटने का गंदा खेल खेलते रहे।

गृहमंत्री अमित शाह आज संसद में छा गए….
आज उनके द्वारा किया गया खुलासा पूरे देश को चौंका गया है।
उनका खुलासा आज बता गया कि वक्फ़ बिल में आज किया गया संशोधन देश के लिए उसी तरह क्यों जरूरी था, जिस तरह कोरोना काल के दौरान कोरोना वैक्सीन।
वक्फ़ लुटेरों द्वारा लूटी गई जमीन का आंकड़ा अब तक 9 से 12 लाख एकड़ के बीच झूलता था लेकिन गृहमंत्री अमित शाह ने देश का सामना इस सच से करा दिया कि…
1913 से 2013 तक वक्फ के पास 18 लाख एकड़ संपत्ति पंजीकृत थी। लेकिन 2013 से 2025 तक इसमें 21 लाख एकड़ अतिरिक्त संपत्ति जुड़ गई है। यानी 12 साल के भीतर वक्फ़ लुटेरों ने 100 साल के अतिक्रमण को दोगुना कर लिया है। यानि आज की तारीख में वक्फ बोर्ड के पास 39 लाख एकड़ जमीन है।
इसके अतिरिक्त अमित शाह ने अपने तेजाबी तेवरों तथा मोदी सरकार के इस्पाती इरादों का कठोरता से परिचय यह कहकर दे दिया कि, मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा कानून, भारत सरकार का कानून है… मानोगे कैसे नहीं…!!!

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