Saturday, December 7, 2024
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डाक्टर की बलात्कार की हुई लाश पड़ी थी,कालेज प्रिंसिपल उसी के नीचे कर रहा था मीटिंग,पहचाने इस जानवर को

पड़ा रहा डॉक्टर का शव, करता रहा मीटिंग…कोलकाता रेप केस में घिरता जा रहा पूर्व प्रिंसिपल

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर मामले की जांच सीबीआई कर रही है. कोलकाता की एक कोर्ट ने सीबीआई को मामले के आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है तो वहीं जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल ने वारदात की जानकारी पुलिस को देने से पहले बैठक की थी.

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को 9 अगस्त की सुबह 7 बजे अपने एक करीबी के जरिये पता चला कि एक ट्रेनी डॉक्टर का शव सेमिनार रूम में पड़ा हुआ है. इसके बाद कई लोग सेमिनार हॉल में घुस गए. सूत्रों के मुताबिक, तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष ने पूरी घटना के बारे में जानने के बाद तुरंत एक बैठक बुलाई थी. घोष के साथ आज भी पूछताछ की जाएगी. पिछले 4 दिनों से लगातार पूछताछ हो रही है.

घोष से लगातार पूछताछ कर रही CBI

घटना के बारे में पुलिस को बहुत देर से जानकारी दी गई. रेप और मर्डर की इस वीभत्स घटना के बाद उनके कार्यों के बारे में प्रिंसिपल से 13 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है, जिसमें पुलिस को सूचित करने से पहले उन्होंने कर्मचारियों के साथ एक बैठक की. सीबीआई के अधिकारियों ने कल सोमवार को लगातार चौथे दिन संदीप घोष से पूछताछ की.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीबीआई एक अधिकारी ने बताया कि संदीप घोष कल सोमवार सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई ऑफिस पहुंचे. इस दौरान घोष से पूछा गया कि ट्रेनी डॉक्टर की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी भूमिका क्या थी. इस दैरान उन्होंने किन लोगों से संपर्क किया और पीड़िता के माता-पिता को तीन घंटे तक का लंबा इंतजार क्यों कराया गया.

फोन की कॉल लिस्ट और चैट लिस्ट पर नजर

पूर्व प्रिंसिपल घोष से यह भी पूछा गया कि घटना के बाद अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग में संगोष्ठी कक्ष के पास के कमरों की मरम्मत का आदेश किसने दिया था. सीबीआई के अधिकारी पिछले हफ्ते शुक्रवार से ही घोष से पूछताछ कर रहे हैं और उनसे कई घंटों तक पूछताछ की जा चुकी है. पूछताछ के साथ ही सीबीआई डॉक्टर घोष के मोबाइल फोन की कॉल लिस्ट की भी जांच कर रहे हैं. साथ ही उनकी व्हाट्सएप चैट लिस्ट को भी खंगाला जा रहा है.

डॉक्टर घोष एक हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं और उन्होंने 9 अगस्त की घटना के 2 दिन बाद कॉलेज के प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दे दिया था. साथ ही उन्होंने अपने ऊपर हमला किए जाने की भी आशंका जताई थी. इस मामले में कोलकाता पुलिस ने अगले ही दिन एक सिविक वॉलंटियर को गिरफ्तार किया था.

दूसरी ओर, कोलकाता की एक अदालत ने सीबीआई को मामले के आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की कल सोमवार को अनुमति दे दी. एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार, सीबीआई ने अभी इस पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए डेट तय नहीं की है. उन्होंने बताया कि नियमों के हिसाब से आरोपी को मजिस्ट्रेट के सामने खड़ा किया जाता है जो जहां उससे पॉलीग्राफ टेस्ट की रजामंदी को लेकर सवाल किया जाता है.

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