चुनाव होने तक बर्दाश्त करने की मजबूरी थी लेकिन चुनाव हो जाने के बाद पार्टी विरोध का परिणाम भुगतना तय था
नौ वर्तमान व पूर्व विधायकों को राजद ने पार्टी से निकाला
राष्ट्रीय जनता दल ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में अपने फैसलों को सख्ती से लागू कराया है़ जिसने भी प्रत्याशी चयन पर उंगली उठायी अथवा अधिकृत प्रत्याशियों का विरोध किया उसे छह साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया़ यही नहीं ऐसे लोगों को सख्त चेतावनी भी दी कि उनकी पार्टी में वापसी आसान नहीं होगी़ पार्टी ने नौ पूर्व एवं वर्तमान विधायकों सहित करीब एक सौ से अधिक लोगों पर अनुशासन का डंडा चलाया है़ अनुशासन की यह कार्रवाई चुनाव की दौरान की गयी है़।
भाजपा कार्यालय में सामान्य रही चहल-पहल
विधानसभा चुनाव का परिणाम 10 नवंबर को होने वाली मतगणना के बाद ही सामने आयेगा, परंतु इससे पहले एग्जिट पोल के आये पूर्वानुमान से सभी राजनीतिक दलों में सरगर्मी काफी बढ़ गयी है. भाजपा कार्यालय में रविवार को सामान्य दिनों की तरह ही चहल-पहल रही. दोपहर के समय में लोगों का आना-जाना लगा था. सामान्य तौर पर पार्टी के सामान्य नेता, कार्यकर्ता और विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का आना-जाना लगा रहा.
प्रदेश कार्यालय परिसर में बने सभी प्रकोष्ठ या मोर्चा के कार्यालयों में लोगों का बैठकर संभावित परिणाम पर चर्चा का सिलसिला लगातार चलता रहा. लोग अपने-अपने स्तर से परिणाम की संभावना और विश्लेषण कर रहे थे. कई लोग एग्जिट पोल के परिणाम से इतेफाक नहीं रख रहे थे. वे अंतिम परिणाम के आने के बाद ही कुछ भी भरोसा करने को तैयार थे. वहीं, दूसरी तरफ इस बार के चुनाव और संभावित परिणाम को लेकर पार्टी के आला नेता समीक्षा करने में जुटे हैं