Tuesday, April 22, 2025
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15 टुकड़े लाश के,सौरभ ~ मुस्कान ~ साहिल,

सौरभ ~ मुस्कान ~ साहिल
एक खौफनाक लव स्टोरी😶‍🌫️
पूरी कहानी जो आपका दिल दहला देगी

अच्छे और सच्चे जीवन साथी चुनने का हक माता पिता से छीन कर प्यार में पड़ा लड़का या लड़की एक दूसरे के साथ बंधन में जुड़ जाते हैं।नहीं ये प्यार नहीं हो सकता। ये बस हवस हो सकता है,शरीर की जरूरतें हो सकती है। या नहीं तो फिर इसको जुनून या सनक भी कह सकते हैं। क्यूं के प्यार होता तो दोबारा ना होता और दोबारा हो भी जाता तो प्यार हत्यारा ना होता।
मैं ये नहीं कहता के प्रेम विवाह गलत है,लेकिन इसमें समाज घर परिवार दोनों घरों के समर्थन और आशीर्वाद और साथ होना चाहिए। और सबसे महत्वपूर्ण विवाह उपरांत अकेले यानी के सेटल कपल बन कर रहना भी एक गलत परिस्थिति और अंजाम को न्यौता देना हो सकता है।
अब भी वक्त है,जीवन के इस सबसे बड़े फैसले को बड़ों बूढों और परिवार के आशीर्वाद से पूरा होना चाहिए। और बाद में परिवार के साथ हीं जीवन आगे बढ़ाएं,अकेले मियां बीवी और बचा नहीं। एक जोड़े के बीच जब घरवालों की मर्जी के खिलाफ अकेला जीवन होता है,तो ज्यादातर केस में कभी लड़की तो कभी लड़का बलि चढ़ जाता है। चार दिन का प्यार चार छ: महीने में हीं दम तोड़ देता है।

मुस्कान सौरभ की मोहब्बत पार्ट 1

ब्रह्मपुरी के गौरीपुरा निवासी मुस्कान के नाना ज्योतिष थे। 2015 में सौरभ कुमार की मां रेणू देवी उनके पास बच्चों की जन्मपत्री दिखाने जाती थी। मां रेनू के साथ सौरभ भी जाता था। वहां पर ही सौरभ और मुस्कान की मुलाकात हो गई। दोनों ने एक दूसरे के मोबाइल नंबर लिए।
उसके बाद प्यार का सिलसिला शुरू हो गया। उस समय सौरभ इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर चुका था। उसने बीटेक में एडमिशन लिया था। इसी बीच सौरभ की मर्चेट नेवी में नौकरी लग गई। तब मुस्कान ने 2016 में परिवार को दरकिनार कर सौरभ से शादी कर ली।
2019 तक दोनों की गृहस्थी सही चली। इसी वर्ष मुस्कान ने बेटी पीहू को भी जन्म दिया। मुस्कान के लिए सौरभ ने मर्चेट नेवी की नौकरी छोड़ दी। सौरभ के खाली रहने पर परिवार भी तानाकसी करने लगा। तब मुस्कान और सौरभ ने ब्रह्मपुरी के इंद्रानगर फेज वन में किराए का मकान लेकर परिवार से अलग रहने लगे।
इसी बीच सौरभ ने परतापुर की एक प्लाईवुड कंपनी में काम करना शुरू कर दिया। मुस्कान और बेटी पीहू का खर्च अधिक होने की वजह से सौरभ ने लंदन जाने का निर्णय लिया। 2023 में सौरभ लंदन नौकरी के लिए चला गया।

मुस्कान-साहिल की मोहब्बत… पार्ट-2

कक्षा एक से लेकर आठ तक की पढ़ाई मुस्कान रस्तोगी और साहिल शुक्ला ने एक साथ की। स्कूल में कक्षा पांच से लेकर आठ तक दोनों आपस में दोस्त रहे है। कक्षा आठ के बाद मुस्कान ने पढ़ाई छोड़ दी थी, जबकि साहिल शुक्ला इंटरमीडिएट करने के बाद सीए की पढ़ाई कर रहा था।
2016 में मुस्कान की शादी सौरभ के साथ हो गई। 2019 में मुस्कान और साहिल के साथ पढ़ने वाले साथी ने एक वाट्सएप ग्रुप बनाया, जिसमें दोनों को जोड़ लिया। ग्रुप पर सभी दोस्तों में मैसेज का सिलसिला शुरू हुआ।
शॉपरिक्स मॉल में हुई थी मुस्कान और साहिल की मुलाकात
उसके बाद सभी ने शॉपरिक्स मॉल में एक पार्टी का आयोजन किया, जहां पर मुस्कान और साहिल भी शामिल हुए। उसके बाद से मुस्कान और साहिल की फोन पर बातचीत होने लगी। सौरभ की गैर मौजूदगी में मुस्कान ने साहिल को घर पर बुला लिया। दोनों में संबंध बनने के बाद मुस्कान ने सौरभ से दूरी बनानी शुरू कर दी। इसी बीच सौरभ के घर से जाने पर साहिल रोजाना घर पर आने लगा।
तभी मकान मालिक ने सौरभ को इसकी जानकारी दी। इसी को लेकर सौरभ और मुस्कान में विवाद शुरू हो गया। मुस्कान ने साहिल का साथ नहीं छोड़ा, तब सौरभ ने 2021 में तलाक का मुकदमा डाल दिया। परिवार के समझाने पर सौरभ मान गया और 2023 में लंदन चला गया।
उसके बाद मुस्कान का कोई रोकने वाला नहीं था। बेटी को मायके में छोड़ने के बाद साहिल को मुस्कान घर बुला लेती थी। हालात यह हो गए कि मुस्कान और साहिल ने सौरभ को रास्ते से हटाने का निर्णय लेकर हत्या की प्लानिंग की।
2024 में सौरभ को मारने की प्लानिंग बनाई थी। उसे रास्ते से हटाकर दोनों साथ रहना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने नवंबर में ही गांव-गांव जाकर यह पता किया था कि जानवर के मरने पर उसे कहां दबाया जाता है, ताकि हत्या करने के बाद वह सौरभ का शव वहां दबा सकें और किसी को इसका पता भी न चले।
300 रुपये में उस्तरा और पॉली बैग खरीदे थे
22 फरवरी 2025 को मुस्कान ने शारदा रोड स्थित एक डॉक्टर के यहां अपने को डिप्रेशन का मरीज बताते हुए नींद की गोलियां लिखवाईं, क्योंकि बिना डॉक्टर के पर्चे के नींद की दवाइयां नहीं मिलती हैं। इसके बाद उसने गूगल पर सर्च कर नींद और नशे की गोलियों के कुछ साल्ट और देखे। इन्हें उसने डॉक्टर के पर्चे पर खुद लिखा। वह प्रेमी के साथ खैरनगर पहुंच गई और नींद व नशे की गोलियां लीं। दोनों ने शारदा रोड से मीट काटने वाले 800 रुपये के दो चाकू, 300 रुपये में उस्तरा और पॉली बैग खरीदे। तीन मार्च को सौरभ अपनी मां रेणु के घर से लौकी के काेफ्ते की सब्जी लाया था। उसने कोफ्ते गर्म करने के लिए मुस्कान को दिए। मुस्कान ने सब्जी में नींद की व अन्य नशीली दवाइयां मिला दीं। इसके बाद सौरभ सो गया।
सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने प्रेमी को कॉल करके घर बुलाया था
सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल को कॉल करके घर बुला लिया। साहिल घर पहुंचा और दोनों ने मिलकर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर सौरभ की हत्या कर दी। शव को बाथरूम में ले जाकर उस्तरे से पहले उसकी गर्दन काटी। इसके बाद हाथ और कलाइयों से हाथ काटे। दोनों की योजना शव के टुकड़े-टुकड़े कर पॉली बैग में भरकर अलग-अलग स्थान पर फेंकने की थी। दोनों ने सौरभ के धड़ को पॉली बैग में भरकर वहीं डबल बेड के बॉक्स में रख दिया।
सौरभ का कटा सिर और कलाइयों को बैग में रखकर ले गया था साहिल
कटा हुआ सिर और कलाइयों से कटे हाथ साहिल दूसरे बैग में रखकर अपने घर ले गया। चार मार्च को उन्हें अपने घर कमरे में रखा, मगर उन्हें ठिकाने नहीं लगा सका। 24 घंटे तक सौरभ का सिर और हाथ साहिल के घर रखे रहे। पांच मार्च को उन्होंने घंटाघर से ड्रम खरीदा और पॉली बैग के रखे धड़ को उसमें डाल दिया। कुछ देर बाद साहिल सिर और हाथ ले आया और उन्हें भी ड्रम में डाल दिए। ऊपर से सीमेंट और डस्ट का घोल कर उसमें भरकर उसे सील कर दिया।

घर पर लगा दिया ताला

मुस्कान ने मोहल्ले में यह अफवाह फैला दी कि वह और सौरभ हिमाचल घूमने जा रहे हैं. इसके बाद उसने घर का ताला लगा दिया ताकि किसी को शक न हो.इसके बाद साहिल और मुस्कान ने मिलकर एक प्लास्टिक का ड्रम खरीदा. उन्होंने सौरभ के शव के टुकड़े किए और ड्रम में भर दिए. फिर इसमें सीमेंट डालकर उसे ठोस कब्र में बदल दिया ताकि किसी को शक न हो.
सौरभ की हत्या के बाद मुस्कान और साहिल ने मनाली में तीन दिन तक रहे. बताया जा रहा है वहां दाेनों में हनीमून मनाया. होटल के कमरे में वह सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालती रही, जैसे उसकी जिंदगी में सब कुछ ठीक हो. लेकिन उसकी यह खुशी ज्यादा दिन नहीं टिकने वाली थी.

ऐसे हुआ साजिश का पर्दाफाश

मुस्कान को लगा था कि वह अपनी खौफनाक साजिश को छुपा लेगी, लेकिन एक गलती ने उसे बेनकाब कर दिया. उसने यह पूरा घटनाक्रम अपनी मां को बता दिया. शायद उसने सोचा कि मां उसे बचा लेगी, लेकिन मां ने पुलिस को फोन कर दिया. पुलिस ने जब मुस्कान से पूछताछ की, तो पहले वह घबराई, फिर झूठ पर झूठ बोलती गई. लेकिन जैसे ही साहिल से पूछताछ की गई, वह टूट गया और उसने पूरी कहानी उगल दी.

ड्रम को काटना भी बन गया चुनौती

जब पुलिस मौके पर पहुंची और कमरे में बंद पड़े ड्रम को खोला, तो दो घंटे की मशक्कत के बाद भी वह नहीं खुल सका. ठोस सीमेंट ने लाश को बुरी तरह से जकड़ लिया था. पुलिस ने ड्रम को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया, जहां उसे काटकर शव को बाहर निकाला गया. जैसे ही यह खबर फैली, पूरे इलाके में सनसनी फैल गई.

अब फैसला आपको करना है,के क्या अब भी आपको बिना माता पिता के अनुमति के और अपने पसन्द से प्रेम विवाह कर के अकेले सेटल होना है। या भरे पूरे परिवार में रहना है,ताकि ऐसी नौबत हीं न आए, ऐसे परिस्थित जन्म हीं न लें।
हालंकि ज्यादातर केस में ट्रेंगल में लड़कियां बलि चढ़ती हैं,लेकिन इस बार एक मासूम लड़का बलि चढ़ गया।
जब सौरभ और मुस्कान ने मरने जीने और सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाई होंगी, और जा अग्नि के साथ फेरे लेकर हमेशा हमेशा के लिए एक बंधन में बंध गए होंगे। तब सौरभ ने कभी सोचा भी नहीं होगा,के उसकी मोहब्बत इतनी बड़ी बेवफा भी हो सकती है।
हालांकि बेवफाई की तो आए दिन कोई न कोई कहानी आते रहती है।लेकिन किसी ने ये नहीं सोचा होगा कि बेवफाई की सूरत इतनी क्रूर हो सकती है।

प्यार का इनाम क्या क्या होता है
बेवफा का इंतकाम क्या क्या होता है
एक हो जाना मोहब्बत की मंजिल है
या कुर्बान हो जाना
बता मुर्शद
मोहब्बत का अंजाम क्या क्या होता है

गुमनाम साहब,,,,,

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