पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Elections 2021) से पहले ममता बनर्जी सरकार को एक और झटका लगा है। तृणमूल कांग्रेस के विधायक और आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी ने मंगलवार को बीजेपी का दामन थाम लिया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इससे पहले बंगाल सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम के साथ विवाद होने पर तिवारी ने टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था पर बाद वह मान गए थे और फिर से पार्टी जॉइन कर ली थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री और बंगाल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने जितेंद्र तिवारी के बीजेपी में शामिल होने को लेकर आपत्ति जताई थी। इसके चलते पहले वह बीजेपी में शामिल नहीं हो पाए थे पर अब उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
काम नहीं करने देने का आरोप लगा छोड़ीी टीएमसी
गौरतलब है कि पिछले कई महीनों में ममता सरकार के मंत्री, सांसद और विधायक लगातार बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। इनमें नंदीग्राम से विधायक सुवेंदु अधिकारी का नाम प्रमुख है। इससे पहले टीएमसी से इस्तीफा देते समय जितेंद्र तिवारी ने कहा था कि उन्हें यदि काम करने की अनुमति नहीं है तो वह पद पर बने रहकर क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लोगों के के लिए काम करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।