इन मुद्दों पर इस्लामिक स्कॉलर
शोएब जमाई काफी मुखरता से अपना पक्ष रखता हैं और एक समुदाय पर तीखी प्रतिक्रिया देते हैं, लेकिन अब शनिवार को इस्लामिक स्कॉलर को अपना आक्रमक रावैए ने मुश्किल में डाल दिया है।
दरअसल, एक टीवी डिबेट के दौरान शोएब खान और सुबुही खान अपना-अपना पक्ष रख रहे होते हैं तभी दोनों के बीच बहस हो जाती है।
इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें सुबुही खान और शोएब जमाई के बीच हाथापाई होती हुई नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि यह टीवी डिबेट संजय पूरन सिंह द्वारा निर्देशित फिल्म 72 हुरैन पर था जो अगले महीने को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
सोशल मीडिया पर इन दिनों टीवी टिबेट का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें इंडिया मुस्लिम फाउंडेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता शोएब जमई अखंड भारत की बात कर रहे हैं, जो कि टीवी डिबेट में मुस्लिम एक्सपर्ट के रूप में अक्सर दिखाई देते हैं। वायरल वीडियो में वह कह रहे हैं, ”कसम खुदा की कह रहा हूं, अल्लाह करे वो दिन आए कि ये देश अखंड भारत बन जाए और पाकिस्तान में रहने वाले 25 करोड़ मुसलमान, बांग्लादेश में रहने वाले 25 करोड़ मुसलमान और हिंदुस्तान में रहने वाले 25 करोड़ मुसलमान ये सब मिलकर जिस दिन 75 करोड़ हो जाएंगे। उस दिन हमारा ही मुसलमान प्राइम मिनिस्टर होगा और 250 से ज्यादा हमारे सांसद होंगे।’
इसके साथ ही शोएब जमई कह रहे हैं, ‘2024 में ऐसे बाबाओं को लंगोट लेकर न भागना पड़ा तो शोएब जमई का नाम बदल देना… तुम्हारे बाप का देश है।’ हालांकि यह वीडियो किस टिबेट का है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। सोशल मीडिया में यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ राज्यों में लोगों ने शोएब जमई के खिलाफ हिंदुओं और मुसलमानों में नफरत फैलाने के आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने कहा, ‘स्थानीय पत्रकार ने मुझसे पूछा कि बागेश्वर बाबा अखंड भारत बनाना चाहते हैं, आरएसएस अखंड भारत के पक्ष में है तो क्या आप इसका समर्थन करते हैं? मैंने कहा हां, और अगर ऐसा होता है तो क्या होगा। ऐसा तो है नहीं कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुसलमान तुरंत धर्म परिवर्तन कर लेंगे। वे रहेंगे तो मुसलमान।’ अक्सर विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले ही यह शख्स टीवी चैनलों पर इस्लाम की वकालत करता रहा है और शोएब जमई ने ट्विटर पर अपने बायो में लिखा है कि वह इंडिया मुस्लिम फाउंडेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। उन्होंने अपना परिचय शाहीन बाग मूवमेंट के कन्वीनर के तौर पर भी बताया है जो एनआरसी के विरोध में किया गया था। वह मीडिया पैनलिस्ट हैं।
वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी खुद को बताते हैं। उनके वीडियो पर जब विवाद बढ़ने लगा तो डॉ. शोएब जमई ने लंबा ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘जब हमने RSS द्वारा प्रस्तावित अखंड भारत की बात की। एक HYPOTHETICAL SITUATION समझाया कि ऐसी स्थिति में क्या-क्या मुमकिन हो सकता है। जनसंख्या का अनुपात बड़ेगा। Demography चेंज होगी तो जवाब में … कहा गया कि सब का धर्म परिवर्तन करवा दिया जाएगा। कोई क्यों करेगा धर्म परिवर्तन।
अजमेर दरगाह कमिटी के सदर सैय्यद गुलाम किब्रिया , और जनरल सेक्रेटरी सरवर चिसती साहब सहित खुद्दाम कमिटी से मशविरा करने के बाद हम ये आधिकारिक घोषना करते हैं कि फिल्म “#अजमेर_92 ” शहर में घटित एक आपराधिक घटना जिसमें (भरोसा कलर लैब) के #महेश लुडानी और डॉक्टर #जयपाल की प्रमुख भूमिका… pic.twitter.com/e5SBs9mISL
— Dr. Shoaib Jamai (@shoaibJamei) June 7, 2023
क्या डरा कर सकते हो या जबरन? फिर हमने जब समझाया कि मुमकिन है कि कोई मुस्लिम भी प्रधानमंत्री बन सकता है तो हंगामा मच गया। इनका एजेंडा इन्हीं पे भारी पड़ने लगा। बस देने लगेंगे गाली और धमकियां। Check mate… अरे, इसीलिए कहता हूं कि ख्याली पुलाव मत बनाओ, कब तक भ्रम में रहोगे। सच्चाई ये है कि ऐसा होना निकट भविष्य में मुमकिन नहीं इसलिए जिस देश में हम रहते हैं उसी को खूबसूरत बनाओ…। बहरहाल जमई मामले को लेकर चर्चा गर्म है और आने वाले दिनों में उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो सकता है, हालांकि गिरफ्तारी होगी या नहीं यह देखना दिलचस्प होगा।