इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर केस में पत्नी सोनम, प्रेमी राज कुशवाहा और तीन साथियों पर हत्या व सबूत मिटाने के आरोप तय। मेघालय कोर्ट में 790 पेज की चार्जशीट पेश, जिसमें हनीमून को मर्डर प्लान बनाने की कहानी सामने आई।
इंदौर/शिलॉन्ग। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर केस में बड़ा अपडेट आया है। मेघालय की ईस्ट खासी हिल्स जिले की अदालत ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके बॉयफ्रेंड राज कुशवाहा और तीन अन्य सहयोगियों पर हत्या, सबूत मिटाने और साजिश रचने के आरोप तय कर दिए हैं। इस सनसनीखेज केस की चार्जशीट करीब 790 पेज की है, जिसे सोहरा सब-डिवीजन के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास कोर्ट में दाखिल किया गया था।
क्या हनीमून के बहाने रची गई थी राजा की हत्या की साजिश?
राजा रघुवंशी की शादी इसी साल 11 मई को सोनम से हुई थी। शादी के कुछ ही दिन बाद दोनों 21 मई को हनीमून मनाने मेघालय पहुंचे थे। लेकिन 23 मई को राजा अचानक लापता हो गए। 10 दिन बाद, 30 फीट गहरी खाई से उनका शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हालत में बरामद हुआ। शव पर तीखे हथियार के कई वारों के निशान थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या की प्लानिंग की थी। हनीमून का बहाना बनाकर राजा को शिलॉन्ग के एक सुनसान सेल्फी पॉइंट पर बुलाया गया, जहां पहले से तीन लोग घात लगाए बैठे थे।
कोर्ट ने किन धाराओं में लगाए आरोप?
मेघालय कोर्ट ने पांचों आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की इन धाराओं के तहत आरोप तय किए-
सेक्शन 103(1)- हत्या का आरोप
सेक्शन 238(a)-सबूत छिपाने या नष्ट करने का प्रयास
सेक्शन 61(2) – साजिश रचना (क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी)
अदालत ने कहा कि “पहली नजर में सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।” अब जल्द ही इस मामले का ट्रायल शुरू होने जा रहा है।
किसकी क्या भूमिका थी इस हत्या में?
सोनम रघुवंशी: राजा को सेल्फी लेने के बहाने पहाड़ी पर ले गई और वार करने का इशारा किया।
राज कुशवाहा: पूरी हत्या की साजिश रचने वाला, यानी पुलिस के मुताबिक ‘मास्टरमाइंड’।
विशाल चौहान: राजा के सिर पर दाव (छोटी कुल्हाड़ी) से दो वार कर उसे मौत के घाट उतारा।
आकाश राजपूत: बाइक पर बैठकर नजर रखता रहा कि कोई आसपास न आए।
आनंद कुर्मी: फर्जी सिम कार्ड खरीदने में मदद की और घटना के दौरान मौके पर मौजूद था।
क्या सबूतों को जलाने की कोशिश हुई थी?
हां। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्या के बाद आरोपियों ने सोनम का काला बैग और कुछ जरूरी सामान जलाने की कोशिश की। बाद में शिलॉन्ग पुलिस की एसआईटी ने कॉन्ट्रैक्टर शिलोम जेम्स, गार्ड बलबीर अहिरवार और लोकेंद्र तोमर को सबूत नष्ट करने की साजिश में पकड़ा। इनके खिलाफ दूसरी चार्जशीट की तैयारी चल रही है।
कैसे खुली साजिश की परतें- जांच की टाइमलाइन
17 जून: एसआईटी ने इंदौर में राजा के परिवार से पूछताछ की।
18 जून: सोनम के घर और भाई गोविंद से पूछताछ।
20 जून: सीसीटीवी में सोनम का काला बैग दिखा, जो बाद में जला हुआ मिला।
22 जून: बिल्डिंग गार्ड और कॉन्ट्रैक्टर को गिरफ्तार किया गया।
25 जून: कार से हथियार और नकदी बरामद।
29 अक्टूबर: कोर्ट ने सभी 5 आरोपियों पर हत्या और साजिश के आरोप तय किए।
क्या अब शुरू होगा राजा रघुवंशी मर्डर केस का ट्रायल?
बचाव पक्ष का कहना है कि आरोपी निर्दोष हैं, लेकिन अदालत ने अब ट्रायल शुरू करने की मंजूरी दे दी है। फिलहाल सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
राजा रघुवंशी मर्डर केस अब सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं, बल्कि एक ‘परफेक्ट क्राइम’ की असफल साजिश बन गया है, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया।








