Friday, November 7, 2025
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दिल्लीं एसिड अटैक की पूरी कहानी:_, मोहम्मद अकील,बेटी और बेटे का कारनामा

दिल्ली में एसिड अटैक की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया था लेकिन यह घटना झूठी थी और लड़की के पिता ने अपने बेटी के साथ मिलकर रची थी। इस घटना के बाद फरार चल रहे लड़की के पिता अकिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि जांच के बाद मामले में अपना जुर्म कबूल कर लिया है और मुख्य आरोपी की पत्नी द्वारा दर्ज एक अलग उत्पीड़न मामले से संबंध सामने आए हैं।पुलिस ने बताया कि शुरुआती जाँच में पता चला है कि महिला पर तेज़ाब नहीं फेंका गया था, बल्कि उसकी बेटी ने घर से टॉयलेट क्लीनर लाकर अपने हाथों पर डाला था, जिसके बाद तेज़ाब हमले का झूठा मामला दर्ज किया गया।

 

क्यों रची गई झूठी कहानी?

छात्रा के पिता अकील खान पर जितेंद्र की पत्नी ने रेप, ब्लैकमेल और यौन शोषण का केस दर्ज कराया था। जितेंद्र की पत्नी अकील की फैक्ट्री में काम करती थी।

शिकायत में आरोप है कि अकील ने उसका यौन शोषण किया और आपत्तिजनक फोटो-वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करता रहा।

इस मामले में अकील पहले से ही आरोपी था और कानूनी दबाव बढ़ रहा था।

इसके अलावा, अकील और ईशान-अरमान के परिवार के बीच प्रॉपर्टी विवाद भी चल रहा था।

ईशान और अरमान की मां ने बताया कि साल 2018 में अकील ने उनके परिवार पर भी तेजाब जैसा पदार्थ फेंका था, जिसका मामला दर्ज है।

यानी यह पूरा ‘एसिड अटैक ड्रामा’ पुराने झगड़ों और बदला लेने की मंशा से रचा गया था।

पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
छात्रा के पिता अकील खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। छात्रा और उसके भाई से आगे पूछताछ की जा रही है।

कथित आरोपी युवकों को क्लीन चिट मिल चुकी है। पूरा मामला फर्जी साजिश, झूठी FIR और फ्रेमिंग के इरादे का है।

पुलिस अब पूरे मामले में Sections 182, 211 और 120B IPC (झूठी रिपोर्ट और आपराधिक साजिश) के तहत आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।

यह मामला केवल झूठा बल्कि इसने यह भी बताया कि निजी दुश्मनी और कानूनी दबाव से बचने के लिए फर्जी एसिड अटैक जैसी गंभीर घटनाओं को हथियार बनाया गया।

ऐसे झूठे केस न सिर्फ निर्दोषों की जिंदगी बर्बाद करते हैं, बल्कि असल मायने में एसिड अटैक पीड़ितों के लिए न्याय की लड़ाई को भी कमजोर करते हैं।

दिल्ली एसिड अटैक में 5 बड़े खुलासे, रिश्तों से भरोसा ही उठा जाएगा
दिल्ली यूनिवर्सिटी में एसिड अटैक का मामला पलटा, सीसीटीवी फुटेज से छात्रा के आरोप झूठे साबित हुए। मुख्य आरोपी जितेंद्र घटना के समय करोल बाग में था, जबकि लड़की के पिता अकील खान पर बलात्कार और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगा है। पुलिस इस झूठे मामले से हैरान है।

दिल्ली यूनिवर्सिटी के तथाकथित एसिड हमले में अब पूरा सीन एक झटके में पलट गया है। सीसीटीवी से खुलासे के बाद एसिड अटैक का आरोप लगाने वाली कॉलेज छात्रा के सारे आरोपों की हवा निकल गई है और इस पूरी स्क्रिप्ट का मास्टरमाइंड लड़की का पिता ही निकला। पिता पर बलात्कार और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगने के बाद वह फरार हो गया था लेकिन पुलिस के दबाव के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। तो चलिए आज हम बताने जा रहे हैं दिल्ली के 5 बड़े खुलासे जिसने पुलिस- प्रशासन की भी नींद उड़ा दी है…

दिल्ली एसिड अटैक केस

पहले समझते हैं कि मामला क्या है?
रविवार सुबह करीब 11 बजे दीप चंद बंधु अस्पताल से दिल्ली पुलिस को एक छात्रा के ऊपर एसिड अटैक में घायल होने की सूचना मिली। द्वितीय वर्ष की छात्रा ने उस समय पुलिस को बताया कि वह लक्ष्मी बाई कॉलेज, अशोक विहार के लिए निकली थी। इसी दौरान मुकुंदपुर निवासी उसका परिचित जितेंद्र अपने दोस्तों ईशान और अरमान के साथ मोटरसाइकिल पर आया।

अरमान ने उस पर एसिड जैसा तरल फेंक दिया। हमले में उसके दोनों हाथ जल गए। पीड़िता ने दावा किया कि जितेंद्र उसका पीछा करता था और एक महीने पहले उनके बीच तीखी बहस हुई थी। इसके आधार पर थाना भारत नगर में मामला दर्ज हुआ। लेकिन शाम होते-होते मामला पलट गया और लड़की के सारे आरोपों की सत्यता पर सवाल उठने लगे।

एसिड अटैक से जुड़े 5 नए खुलासे
मुख्य आरोपी जितेंद्र, जो कि पेंटर का काम करता है, घटना के समय करोल बाग में था, जिसकी पुष्टि सीसीटीवी फुटेज, सीडीआर विश्लेषण और गवाहों के बयानों से हुई। सीसीटीवी में जितेंद्र की बाइक भी करोल बाग में देखी गई जिसके बाद तो लड़की द्वारा लगाए गए एसिड अटैक के आरोपों की हवा निकलने लगी।
आरोपी ईशान और अरमान अपनी मां शबनम के साथ आगरा में हैं और जल्द जांच में शामिल होंगे।दो आरोपियों की मां शबनम ने खुलासा किया कि 2018 में वह पीड़िता के पिता अकील खान के रिश्तेदारों द्वारा एसिड अटैक की शिकार हुई थी। मंगोलपुरी में संपत्ति विवाद को लेकर अकील खान और उनके परिवार के बीच तनाव चल रहा है।
इसके बाद एक और बड़ा नाटकीय मोड़ तब आया जब जितेंद्र की पत्नी ने 24 अक्टूबर को पीसीआर कॉल के जरिए अकील खान पर यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया। उसने बताया कि अकील ने 2021-2024 के दौरान उसकी फैक्ट्री में काम करने के समय उसका शोषण किया और आपत्तिजनक तस्वीरों से ब्लैकमेल किया।
सीसीटीवी फुटेज में पीड़िता को अपने भाई के साथ स्कूटी पर घर से निकलते और अशोक विहार में ई-रिक्शा लेते देखा गया। सवाल उठता है कि भाई ने उसे कॉलेज गेट तक क्यों नहीं छोड़ा। भाई भी जांच से गायब है।
क्राइम और एफएसएल टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया, लेकिन पीड़िता के बयानों में विरोधाभास मिला। पुलिस ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में गहन जांच जारी है।

बता दें कि दिल्ली पुलिस को एसिड अटैक के इस तरह का झूठा मामला पहली बार मिला है। पुलिस अधिकारी भी इस केस को लेकर पूरी तरह से हैरान हैं और इसे सुलझाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी की भी मदद ले रहे हैं।

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