कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति चरम पर है. इस बीच ममता बनर्जी की तरफ से गैर-भाजपा नेताओं को पत्र लिखने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने उन पर पलटवार किया है. कांग्रेस के दिग्गज नेता और पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा है कि चुनाव से पहले ममता बनर्जी को सोनिया गांधी क्यों नहीं याद आई. इस दौरान अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि वह पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट के संयुक्त मोर्चे से डर गई हैं, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि, ”ममता बनर्जी कांग्रेस और लेफ्ट के संयुक्त मोर्चे से डर गई हैं. जिन पर उन्होंने सालों से जुल्म किया है, अब वह मोर्चा बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है, तो डर से ये प्रस्ताव दे रही हैं. हमारा उद्देश्य स्पष्ट है, भाजपा और TMC दोनों को हराना.” अधीर रंजन ने सवाल किया कि, ”ममता बनर्जी ने चुनाव से पहले सोनिया गांधी को प्रस्ताव क्यों नहीं दिया. यदि अब ये बोल रहीं तो दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से मिलें, उनसे माफी मांगे. इसके बाद पार्टी का नेतृत्व फैसला करेगा कि क्या करना है.”
इससे पहले बुधवार को विधानसभा चुनावों के बीच ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं को चिट्ठी लिखी थी. ममता बनर्जी ने अपने पत्र में कहा था कि लोकतंत्र और संविधान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कथित हमलों के खिलाफ ‘एकजुट होकर और प्रभावशाली ढंग से’ संघर्ष करने का वक़्त आ गया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्यपाल जगदीप धनकर से फोन पर बात करके आरोप लगाया कि कानून और व्यवस्था का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। ममता ने नंदीग्राम से ही राज्यपाल को फोन किया, जहां से वह सुवेन्द्र अधिकारी के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। राज्यपाल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर संबंधित लोगों द्वारा ध्यान दिया जाएगा। राज्यपाल ने ट्वीट कर कहा, “ममता बनर्जी ने कुछ समय पहले फोन करके कुछ मामलों पर चिंता जताई है। मैं उन्हें कानून के पालन को लेकर आश्वस्त करता हूं। मुझे विश्वास है कि सभी लोग सही भावना और ईमानदारी से काम करेंगे, ताकि लोकतंत्र हमेशा कायम रहे।”
इससे पहले बनर्जी ने नंदीग्राम से धनकर को फोन करके बताया था कि किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। साथ ही कहा था कि जिस सीट से वे चुनाव लड़ रही हैं वहां कानून और व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया, “दूसरे राज्यों के लोग नंदीग्राम में आकर हंगामा कर रहे हैं और मैंने सुबह से 63 शिकायतें दर्ज की हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की है।” उन्होंने यह भी कहा कि नारे लगाने वाले लोग बाहरी हैं और वे बिहार और उत्तर प्रदेश से आए हैं।
पिछले कई दिनों से नंदीग्राम में डेरा जमाए बैठीं बनर्जी ने दोपहर 1 बजे अपने घर से निकलीं और एक मतदान केंद्र पर पहुंचीं। हालांकि तृणमूल कांग्रेस द्वारा गड़बड़ी के कई आरोपों के बीच नंदीग्राम में मतदान जारी है।
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पार्टी के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा था, “भाजपा और उनका माइंड गेम काम नहीं करेगा। यह बहुत स्पष्ट है कि वे हार महसूस कर रहे हैं। नंदीग्राम के 354 बूथों में हमने ठोस प्रदर्शन किया है। 10 बूथों के लिए हमने शिकायतें दर्ज कराई हैं। सीआरपीएफ द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने या काम न करने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन लोगों ने तय कर लिया है कि ममता बनर्जी को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए विधायक चुनेंगे।”
बता दें कि पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण में नंदीग्राम समेत 30 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान जारी है।