Sunday, March 23, 2025
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केजरीवाल का एक और घोटाला- बंद पड़े मोहल्ला क्लीनिकों को सालो से किराया मिल रहा

दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि 250 मोहल्ला क्लिनिक बंद होंगे. मोहल्ला क्लिनिक कागजों पर ही चल रहे हैं. किराए की बिल्डिंग में चलते हैं. हर महीने 20 हजार से 25 हजार किराए का भुगतान किया जाता है, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है.

Mohalla Clinic Controversy:

दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक को लेकर विवाद छिड़ चुका है। आम आदमी पार्टी जिस मोहल्ला क्लिनिक को अपनी कामयाबी की मिसाल बताते हुए गिनवाते नहीं थकते थे, बीजेपी दिल्ली की सत्ता में आने के बाद अब 250 मोहल्ला क्लिनिक को बंद करने वाली है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने साफ कर दिया है कि दिल्ली के 250 मोहल्ला क्लिनिक बंद किए जाएंगे।

जिसे मंदिर बताया उसी को बंद कर रहे- जैन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चुनाव से पहले से बीजेपी आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाती रही है कि मोहल्ला क्लिनिक सिर्फ कागजों पर चल रहा है। दिल्ली में सैकड़ों मोहल्ला क्लिनिक बंद पड़े हैं, केजरीवाल सिर्फ चुनाव बटोरने के लिए इस योजना का नाम गिनाते हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इसी को लेकर बीजेपी ने 250 मोहल्ला क्लिनिक को बंद करने का फैसला किया है। इस पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि भाजपा पहले तो मोहल्ला क्लिनिक को आरोग्य मंदिर बताती है और फिर उसी को बंद करने वाली है।

 केजरीवाल ने बीजेपी पर क्या आरोप लगाया?

जैन ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने मोहल्ला क्लिनिक जनता की सुविधा के लिए खोले थे। दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक में 365 टेस्ट होते हैं, हमने दिल्ली में करीब 550 मोहल्ला क्लिनिक खोले थे, बीजेपी को इसे और बढ़ाने की जरूरत थी, लेकिन वह 250 मोहल्ला क्लिनिक को बंद करने जा रही है। मोहल्ला क्लिनिक के रेंट पर होने की बात को लेकर जैन ने कहा कि इसमें गलत क्या है। जब सरकार के दफ्तर रेंट पर चल सकते हैं, तो मोहल्ला क्लिनिक क्यों नहीं चल सकता है। बीजेपी को भी रेंट पर ऐसे और मोहल्ला क्लिनिक खोलने चाहिए। प्रतिदिन 7,500 लोगों का इलाज मोहल्ला क्लिनिक में होता है, लेकिन भाजपा को इससे कोई मतलब नहीं है।

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक बुलाई और इसी बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में कहा कि दिल्ली सरकार के पास पर्याप्त जगह है, इसलिए जहां जरूरत हो, वहां प्राथमिक जांच केंद्र खोले जाए, जबकि उन 250 मोहल्ला क्लिनिक को बंद कर दिए जाएं, जो रेंट पर चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेंट पर एक मोहल्ला क्लिनिक के लिए सरकार 20-25 हजार रुपये दे रही है, जबकि वह बंद पड़े हैं। इसलिए इसे बंद कर दिया जाएगा।

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