Friday, July 26, 2024
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विश्व के सबसे ईमानदार स्वघोषित मुख्यमंत्री को 10 साल की सजा का डर,हर उस नेता की शरण में जिसको गाली दी

दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ विपक्षी पार्टियों से समर्थन जुटाने की कोशिशों में लगे हुए हैं। इसी कोशिश के तहत उन्होंने कांग्रेस से भी समर्थन मांगा था और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात का वक़्त भी मांगा था। मगर, दिल्ली से आने वाले कांग्रेस के 2 बड़े नेता AAP के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। कांग्रेस नेता अजय माकन और संदीप दीक्षित ने बीते एक दशक के दौरान AAP का सियासी कद बढ़ते हुए देखा है।

रिपोर्ट के अनुसार,  केजरीवाल के प्रस्ताव पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित और अजय माकन द्वारा चेतावनी दी गई है। कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी की दिल्ली और पंजाब इकाई को बातचीत के लिए बुलाया था, मगर अजय माकन और संदीप दीक्षित अध्यादेश को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गए।  AAP सरकार के खिलाफ केंद्र सरकार के अध्यादेश का समर्थन करते हुए कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि, ‘केजरीवाल अच्छी तरह से जानते हैं कि यदि उन्हें सतर्कता विभाग का कंट्रोल नहीं मिला, तो उन्हें 8-10 वर्षों के लिए जेल भेज दिया जाएगा।’

वहीं, कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे अजय माकन ने कहा कि AAP संयोजक के ‘सच्चे इरादे’ उजागर हो गए, क्योंकि उन्होंने खुले तौर पर सतर्कता विभाग पर कंट्रोल रखने के उद्देश्य से सेवाओं पर शक्तियों में इजाफा करने की मांग की थी। अध्यादेश जारी होने के बाद से केजरीवाल निरंतर इस बिंदु पर बहस करते रहे हैं। अजय माकन ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘शराब घोटाला, शीश-महल (केजरीवाल का 171 करोड़ रुपये का निवास), बिजली सब्सिडी घोटाला, बस खरीद घोटाला और अन्य जैसे घोटालों की जांच से उनके प्रशासन के अंदर भ्रष्टाचार की हद का पता चलेगा। इसी को वह रोकना चाहते हैं।’

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