Saturday, July 27, 2024
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बेगम अलीमतुल शैफ़ा,बेगम शबानाज़ और बेगम आलिया ने बनाई,100 से ज्यादा हिंदू लड़कियों ki MMS,भेजी मुसलमान दोस्तों को

वीडियो बनाने के लिए ज़िम्मेदार अलीमतुल शैफ़ा, शबानाज़ और आलिया नाम के तीन मुस्लिम छात्रों के साथ-साथ नेत्रज्योति कॉलेज के प्रबंधन बोर्ड पर सबूत नष्ट करने का आरोप है। पुलिस ने IPC की धारा 509, 204, 175 और 34 के तहत मामले दर्ज किए हैं।
उडुपी कांड
उडुपी कांड (सांकेतिक तस्वीर, साभार: Youthistaan)

कर्नाटक के उडुपी पुलिस ने नेत्र ज्योति कॉलेज के हॉस्टल में हिंदू छात्राओं का अश्लील वीडियो बनाने वाली मुस्लिम छात्राओं के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने दो प्राथमिकी दर्ज की है। एक मामला टॉयलेट में छात्रा के बनाए गए वीडियो को डिलीट करने को लेकर तीन छात्राओं और कॉलेज प्रशासन से जुड़ा है। दूसरा मामला यूट्यूब चैनलों पर हिडन कैमरे वाला वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है।

 

बताते चलें कि कर्नाटक के उडुपी में स्थित प्राइवेट कॉलेज नेत्र ज्योति की महिला हॉस्टल के टॉयलेट में मोबाइल कैमरा मिलने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ था। कॉलेज में पढ़ने अलीमातुल शैफा, शबानाज़ और आलिया नाम की तीन मुस्लिम छात्राओं ने टॉयलेट में मोबाइल कैमरा लगा रखा था। इसमें हिंदू लड़कियों के प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड कर वे मुस्लिम लड़कों को भेजा करती थीं।

उडुपी कॉलेज के टॉयलट में लड़कियों की वीडियो रिकॉर्डिंग के मामले में कर्नाटक की उडुपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो मामले दरL

उडुपी कॉलेज के टॉयलट में लड़कियों की वीडियो रिकॉर्डिंग के मामले में कर्नाटक की उडुपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो मामले दर्ज किए हैं। पुलिस के मुताबिक, एक मामला शौचालय में फिल्माए गए एक छात्र के वीडियो को हटाने से संबंधित तीन छात्राओं और कॉलेज प्रशासन से जुड़ा है। दूसरा यूट्यूब चैनलों पर हिडन कैमरे का वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है। अभी मामले की जांच की जा रही है।

 पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई ने उठाए पुलिस पर सवाल

इस मामले को लेकर कर्नाटक के पूर्व सीएम और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। वे दोषियों के बजाय लड़कियों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहते थे। हंगामे के बाद, उन्होंने एफआईआर दर्ज की है।

आगे बसवराज बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार कह रही है कि यह फर्जी खबर है। अगर ऐसा है, तो तीन लड़कियों को निलंबित क्यों किया गया और उनसे माफी पत्र क्यों लिखवाया या? पुलिस विफल रही है। वे जबरदस्त राजनीतिक दबाव में हैं। मैं उनसे बिना किसी राजनीतिक दबाव के काम करने का आग्रह करता हूं।

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