उत्तराखंड के देहरादून से ‘लव जिहाद’ का नया मामला सामने आया है। यहाँ अमजद नाम के युवक पर गुरुवार (27 जून, 2024) को एक हिन्दू लड़की को भगा कर ले जाने का आरोप लगा है। अमजद का साथ रईसुद्दीन नाम के एक वकील ने दिया है जिसकी वकालत के लाइसेंस को निरस्त करने की भी माँग उठ रही है। हिन्दू संगठन के सदस्य जब रईसुद्दीन के घर विरोध करने पहुँचे तो उन पर हमला भी हुआ जिसमें ‘बजरंग दल’ का एक कार्यकर्ता घायल हो गया। पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला देहरादून के थाना क्षेत्र विकास नगर का है। यहाँ गुरुवार को एक लड़की अचानक ही अपने घर से गायब हो गई। घर में रखे लगभग 65 हजार रुपए मूल्य के जेवर भी नहीं मिले। पीड़िता के घर वालों ने मोहम्मद अमजद नाम के व्यक्ति पर लड़की को भगा ले जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद अमजद के ही कहने पर पीड़िता 65 हजार रुपए मूल्य के गहने भी साथ ले गई है। आरोपित की मदद का आरोप विकास नगर के एक वकील रईसुद्दीन पर लगा है।
मामले की जानकारी जब हिन्दू संगठन के सदस्यों को हुई तो वो पीड़िता के घर पहुँच गए। सबने मिल कर वकील रईसुद्दीन के घर का रुख किया। आरोप है कि रईसुद्दीन के घर पर प्रदर्शनकारियों पर हमला हुआ। इस हमले में ‘बजरंग दल’ का एक कार्यकर्ता घायल हो गया। घायल का इलाज करवाया गया है। हमले के बाद भीड़ भड़क गई। भीड़ द्वारा तोड़फोड़ की भी खबर है। आक्रोशित लोगों ने हरबर्टपुर पुलिस चौकी के आगे हंगामा शुरू कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही तमाम सीनियर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुँचे।
प्रदर्शनकारी पीड़िता को सही सलामत बरामद करने, अमजद के साथ रईसुद्दीन को गिरफ्तार करने व रईसुद्दीन की वकालत का लाइसेंस रद्द करने की माँग कर रहे थे। भीड़ द्वारा किए गए प्रदर्शन का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारियों ने हिंदुस्तान में ही हिन्दू को असुरक्षित बताया। फ़िलहाल पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर मोहम्मद अमजद के साथ रईसुद्दीन के खिलाफ भी नामजद FIR दर्ज कर ली है।
रईसुद्दीन पर पहले से केस दर्ज बताए जा रहे हैं। उसे जेल भी भेजा गया था। आरोप है कि जमानत पर छूटने के बाद भी उसकी आपराधिक हरकतों में कोई सुधार नहीं हुआ। आरोपित और पीड़िता की तलाश में दबिश दी जा रही है। तनाव को देखते हुए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।