बंदूक की नोंक पर दलित बच्ची का अपहरण, पेड़ से लटकी मिली लाश… शादाब, फारुख, शफी, लतीफ़ और लकी मियाँ के खिलाफ FIR
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में दलित समुदाय की एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप के बाद हत्या की खबर है। इस मामले में पीड़ित परिवार ने 5 लोगों को नामजद किया है। इनके नाम शादाब, फारुख, शफी रज़ा, लतीफ़ और लकी मियाँ हैं। शिकायत में पीड़िता का बंदूक के बल पर अपहरण का भी आरोप लगाया गया है। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। हिन्दू संगठनों ने इस मामले में प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की माँग की है। घटना शनिवार (12 अगस्त 2023) की है।
घटना सीतापुर जिले के थानाक्षेत्र पिसवाँ की है। इस मामले में पीड़ित परिवार की तरफ से दी गई शिकायत में घटना को 12 अगस्त की बताया गया है। मेहनत-मजदूरी कर के परिवार चला रहे मृतका के पिता ने बताया कि रात लगभग 11:30 पर उनकी 12 वर्षीया बेटी बाथरूम करने घर से बाहर निकली थी। इस दौरान शादाब और फारुख ने लड़की को दबोच लिया। वहीं मौजूद शफी रज़ा पर आरोप है कि उसने पीड़िता पर बंदूक तान दी और शोर मचाने पर जान से मार डालने की धमकी दी।
दावा किया गया है कि इस घटना को पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने देख लिया जिसके माध्यम से थोड़ी देर में लड़की के अपहरण की जानकारी पीड़ित परिवार तक पहुँची। इस जानकारी पर लड़की के परिजन कुछ अन्य लोगों के साथ खोजबीन में निकले। रात लगभग 2 बजे मृतका की लाश एक पेड़ से लटकी मिली। नीचे खून भी गिरा पाया गया। लड़की के पिता ने फ़ौरन ही पुलिस को फोन किया। बताया गया है कि पुलिस ने लड़की का शव अपने कब्ज़े में लिया और चली गई।
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस के जाते ही आरोपित उनके पास आए और धमकी देने लगे। मृतका के पिता के मुताबिक आरोपितों ने उनसे कहा,”साले च**र हो हमारा क्या कर लोगे? तुम्हारी लड़की व बहन को मारा एवं रेप किया। इसी तरह तुम्हारी पत्नी का रेप करेंगे और पत्नी व बेटे को जान से मार डालेंगे।” मृतका के पिता ने सभी आरोपितों को जिला पंचायत लकी मियाँ के गुर्गे बताया है। इसी के साथ शिकायत में पीड़ित ने अपने परिवार को डरा-सहमा लिखा है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
बात करते हुए स्थानीय पत्रकार अभिमन्यु सिंह ने इस मामले की ग्राउंड रिपोर्ट का दावा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले पुलिस ने इस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की लेकिन बाद में हिन्दू संगठनों द्वारा मामले का संज्ञान लिए जाने के बाद अब पीड़ित परिवार को इंसाफ की उम्मीद जगी है। अभिमन्यु सिंह ने ऑपइंडिया को एक वीडियो भी भेजा जिसमें लड़की का पिता खुद को अनपढ़ बताते हुए पुलिस पर अपनी मर्जी से कुछ लिखवा कर अंगूठा लगवाने देने का आरोप लगा रहे हैं।
एक अन्य वीडियो में मृतका के बाबा ने भी कहा, “मेरी पोती मार डाली गई। वो लोग कह रहे हैं कि जब हम छूट कर आएँगे तो तुम्हे जरूर मार डालेंगे।” इस मामले में सीतापुर पुलिस को मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया है। साथ ही बताया गया है कि आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 376- D, 302, 504, 506 के साथ पॉक्सो और SC/ST एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
ऑपइंडिया से बात करते हुए सीतापुर जिले के महंत बजरंग मुनि ने बताया कि शुरुआती हीलाहवाली के बाद अब पुलिस आरोपितों पर कार्रवाई का भरोसा दे रही है। सीतापुर के एडिशनल एसपी ने इस संबंध में बयान देते हुए कहा कि क़ुतुब नगर चौकी में आकर आज इस संबंध में लोगों ने मुकदमा दर्ज करने की अपील की। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फाँसी से मौत की वजह सामने आई है, वहीं पुलिस का कहना है कि रेप की पुष्टि नहीं हुई है।