Sunday, October 6, 2024
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सारे फोन जला दिए, पर्दे के पीछे वाले बड़े बाप को बचाने, संसद नौटंकी के सरगना का कारनामा

  1. संसद में  नाटक मचाने वाले गिरोह के सरगना ने सभी के फोन जला दिए,पर्दे के पीछे के बड़े बाप को बचाने,H
राजस्थान में रुका, सबका फोन जलाया और फिर सरेंडर: लोकसभा में घुसपैठ का मास्टरमाइंड ललित झा गिरफ्तार; संसद धुआँ-धुआँ करने के लिए बनवाए थे खास जूते

संसद सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस ने साजिशकर्ता ललित झा को गिरफ्तार कर लिया है। ललित झा ने विजय पथ पुलिस स्टेशन में आकर खुद को सरेंडर किया। उस पर आरोप है कि वो संसद के बाहर मचे हड़कंप की वीडियो बनाने के बाद वहाँ से फरार हो गया था। फरार रहने के दौरान उसने चारों आरोपितों के फोनों को नष्ट कर दिया और सबूत मिटाने का प्रयास किया। पुलिस को शक हैं कि उसने जाँच को भटकाने के लिए ऐसा किया है।

जानकारी के मुताबिक, घटना को अंजाम देने से पहले चारों आरोपितों ने अपने अपने फोन ललित झा को सौंपे थे क्योंकि उन्हें पता था कि ये कारनामा करने के बाद वो लोग पकड़े जाएँगे। ऐसे में पुलिस के हाथ कोई सबूत न लगे इसलिए उन्होंने अपने फोन ललित को दे दिए थे। ललित घटना के वक्त तक संसद के बाहर खड़ा था लेकिन बाद में वो वहाँ से निकल निकल गया। उसने राजस्थान के कुचामन में जाकर अपने दोस्त महेश के साथ सभी आरोपितों के फोन को जलाया।

 

एक नाटक हुआ
381 करोड़ के सांसद की चर्चा खत्म
3 राज्य में जबरदस्त हार की चर्चा खत्म

4 साल से संपर्क में थे 6 आरोपित, 2 बार की थी संसद भवन की रेकी, कोर्ट ने एक हफ्ते के लिए रिमांड में भेजा: अमित शाह ने बताया कब आएगी जाँच कमिटी की रिपोर्ट

संसद की सुरक्षा चूक के मामले में पकड़े गए 5 लोगों को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी लोग एक दूसरे से 4 साल से संपर्क में थे और काफी प्लानिंग के बाद इस काम को अंजाम दिया गया। यही नहीं, आरोपितों ने पहले संसद की रेकी भी की थी। पुलिस ने कहा है कि इसे संसद में हमला ही माना जाए। दिल्ली पुलिस ने सभी आरोपितों को NIA की स्पेशल कोर्ट में पेश किया और 15 दिन की रिमांड माँगी थी। हालाँकि, कोर्ट ने सभी आरोपितों को 7 दिनों के लिए रिमांड मंजूर कर ली।
दिल्ली पुलिस ने NIA की स्पेशल कोर्ट को बताया कि इस पूरी प्लानिंग की तह तक जाने के लिए उसे कई शहरों में जाना पड़ेगा। ऐसे में आरोपितों को 15 दिनों की रिमांड दी जाए। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग बेहद शातिर हैं और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूछताछ में रटे-रटाए जवाब दे रहे हैं। इन सभी के ऊपर UAPA के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम और अमोल शिंदे के अलावा विशाल उर्फ विकी नाम के युवक को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि इनका एक साथी ललित झा अभी फरार है।

गुरुग्राम में तैयार हुई संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की प्लानिंग

दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि संसद में सुरक्षा को सेंध लगाने के लिए काफी बारीकी से तैयारी की गई थी। उन्होंने बाकायदा सांसद से जारी होने वाले पास का इंतजाम भी किया था और अपने संपर्कों का इस्तेमाल किया था। ‘न्यूज 18’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वारदात को 13 दिसंबर को अंजाम दिया गया लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो 10 दिसंबर की रात को ही ललित झा गुरुग्राम स्थित विकी के घर आ गया था। अगली सुबह कर्नाटक के बेंगलुरु से मनोरंजन फ्लाइट पकड़कर वहाँ पहुँच गया।
इसके बाद तीन रात सभी लोग गुरुग्राम के फ्लैट में ही रहे और संसद की एंट्री पास के इंतजाम में लग गए। यहीं हुई मीटिंग में तय किया गया था कि सागर और मनोरंजन लोकसभा के अंदर घुसकर प्रदर्शन करेंगे और नीलम, अमोल और ललित संसद के बाहर रहेंगे।

संसद की दो बार रेकी

‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना को अंजाम देने के लिए संसद भवन की 2 बार रेकी की गई थी। संसद भवन की रेकी सागर और मनोरंजन ने इसी साल के मार्च और जुलाई महीने में की थी। इन्हें पहली बार में ही बड़ी सफलता मिल गई थी और वो संसद में घुसने में कामयाब भी हो गए थे। सभी आरोपित फेसबुक पेज के माध्यम से एक-दूसरे से मिले थे और करीब संसद में घुसने की प्लानिंग कर रहे थे। वो लोग आपस में कई बार मिले थे और आखिरी बार गुरुग्राम में विशाल के फ्लैट में एक साथ रहे भी।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि छह लोगों ने साज़िश रचकर और अच्छी तरह से किए गए समन्वय के जरिए घटना को अंजाम दिया और ये सभी इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया मंचों के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे, जहाँ उन्होंने साज़िश रची थी। यही नहीं, ये सभी 6 लोग संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन केवल दो को ही पास मिल पाया था।

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन के अंदर उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला जब सदन की कार्यवाही के बीच दो अनजान शख्स सदन में कूद आए और स्मोक बम से स्प्रे करने लगे. सदन के अंदर बवाल करने वालों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन के तौर पर हुई है. इसके अलावा पुलिस ने संसद भवन के बाहर से नीलम कौर नाम की युवती और अमोल नाम के शख्स को भी हिरासत में लिया है. चारों ही युवकों से पूछताछ जारी है.

संसद की सुरक्षा में सेंध का मामला इसलिए भी काफी गंभीर है क्योंकि ये शख्स भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सिम्हा के नाम से जारी विजिटर पास के जरिए ही संसद भवन के अंदर दाखिल हुए थे. सागर लखनऊ का रहने वाला बताया जा रहा है और इंजीनियरिंग का छात्र है. इसके साथ ही सदन में कूदने वाला दूसरा शख्स मनोरंजन पेशे से इंजीनियर बताया जा रहा है. ऐसी जानकारी मिली है कि कर्नाटक के बेंगलुरु के रहने वाले मनोरंजन और सागर की फेसबुक पर दोस्ती हुई है. इन लड़कों के साथ ही पुलिस ने हरियाणा के हिसार की रहने वाली युवती नीलत और महाराष्ट्र के लातूर निवासी अनमोल को संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किया है. ये दोनों संसद भवन के बाहर रंगीन धुंआ फैलाकर प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे थे.

चारों आरोपियों ने संसद को क्यों बनाया निशाना?

संसद भवन के बाहर से पकड़ी गई युवती नीलम ने मीडिया को बताया कि हम किसी भी संगठन से जुड़े हुए नहीं हैं. युवती ने कहा कि भारत सरकार हम जैसे युवाओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. हमें अपनी बात कहने का कोई और रास्ता नहीं है. हम किसी संगठन से नहीं है, देश के बेरोजगार है. जब भी हम अपनी बात करते हैं तो हमारे ऊपर लाठी बरसाई जाती है और हमें जेल के अंदर टॉर्चर किया जाता है.

कैसे दिया घटना को अंजाम

संसद भवन हमले की बरसी के दिन एक बार फिर संसद भवन की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है सदन की कार्रवाई के दौरान दो शख्स दर्शन दीर्घा से सदन के अंदर कूद गए थे. इसके बाद दोनों शख्स सांसदों की कुर्सी और मेज के ऊपर चढ़कर उत्पात करने लगे. जिस वक्त ये घटना हुई उस समय भाजपा सांसद खगेन मुर्मू अपना पक्ष सदन के पटल पर रख रहे थे. पहले जब एक शख्स सदन में कूदा तो हर किसी को यही लगा कि कोई गलती से गिर गया है. इसके बाद जब एक और शख्स कूदा तो पता चला कि ऐसा जानबूझकर किया गया है. इसके बाद दोनों शख्स ने जूते के अंदर से स्मोक बम निकाला और पूरे सदन में धुआं-धुआं कर दिया.

 

खुफिया एजेन्सियों को संसद में दर्शक दीर्घा से लोकसभा कार्यवाही के बीच कूदने वाले सागर शर्मा के घर तलाशी में एक डायरी मिली है। इसमें कई बातें लिखी हुई थी, जिसे समझने में खुफिया एजेन्सियां लगी हैं। डायरी कब्जे में ले ली गई है। सागर के पिता रोशनलाल शर्मा ने भी बताया कि वह इस डायरी को अक्सर पढ़ा करता था। इसमें लिखी बातों का क्या अर्थ है…इस बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है…।  खुफिया एजेन्सियों को सागर का वर्ष 2013 में हाईस्कूल पास होने का प्रमाण पत्र और अंक पत्र भी मिला है। इसके मुताबिक रामनगर स्थित सिंधी विद्या स्कूल से उसने हाईस्कूल की पढ़ाई की है। इसमें वह पास हुआ था, लेकिन गणित विषय में वह फेल था। इसके बाद उसने इंटरमीडिएट तक ही पढ़ाई की।

फोन आने पर घर से बाहर चला जाता था सागर
पिता रोशन लाल ने बताया कि बंगलुरु से आने के बाद वह ई-रिक्शा चलाता था। उसकी गतिविधि संदिग्ध नहीं लगी। उसके दिल्ली, बंगलुरु के दोस्तों का फोन आता था तो वह घर के बाहर जाकर बात करता था। इसमें कुछ गड़बड़ नहीं लगा था। दोस्तों के बारे में भी वह ज्यादा बात नहीं करता था। घर पर हमेशा सामान्य ही दिखा। दिल्ली में वह एक प्रदर्शन में शामिल और काम होने की बात कहकर घर से निकला था।
उसने गलत किया है : पिता
सागर के पिता रोशन लाल ने गुरुवार को कहा कि बेटे ने संसद के अंदर यह कृत्य गलत किया है। उसकी इस करतूत से पूरा परिवार परेशान है। पत्नी, बेटी जवाब देते-देते थक चुकी है। उन्हें रिश्तेदार के घर भेज दिया है। वह चिनहट में अपनी डयूटी कर रहे हैं।

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