भाला फेंक स्पर्धा में नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाकर इतिहास रच दिया है। इस पदक का विशेष महत्व है, क्योंकि नीरज ने 100 से अधिक वर्षों में पहली बार ट्रैक एंड फील्ड में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है। किसी भारतीय ने एथलेटिक्स में आखिरी पदक 1920 में जीता था। टोक्यो ओलंपिक में चोपड़ा के शानदार प्रदर्शन और स्वर्ण पदक जीतने का जश्न पूरा देश मना रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों, खासकर स्वर्ण पदक विजेता के गृह राज्य हरियाणा में खुशी का माहौल है। लोग जश्न में डूबे हुए हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने नीरज चोपड़ा को जीत की बधाई दी और देश के लिए स्वर्ण पदक लाने के लिए आभार व्यक्त किया।
इसी बीच खुद को वामपंथी बताने वाले बहुत से लोग चोपड़ा को बधाई देने और उनकी जीत का जश्न मनाने से कतरा रहे हैं। इसका कारण चोपड़ा के पुराने ट्वीट्स हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधियों ने उन्हें पीएम का समर्थन करते हुए देखा था। ये ट्वीट्स वायरल हो गए हैं।
साल 2019 के आम चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर दोबारा काबिज होने पर नीरज चोपड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, ”इस ऐतिहासिक जीत के लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरी तरफ से हार्दिक बधाई। आपके नेतृत्व में हमारा देश नई ऊँचाइयों को छुए।”
चोपड़ा के टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद उनके पुराने ट्वीट सोशल मीडिया वायरल हो रहे हैं। इन ट्वीट्स को व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है। उनके ट्वीट्स में से एक लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचंड बहुमत हासिल करने वाले पीएम मोदी के लिए उनका बधाई संदेश था। यह भारत में वामपंथी ‘लिबरल’ को रास नहीं आ रहा है। यही कारण है कि वह ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाने वाले नीरज चोपड़ा से खार खाए बैठे हैं।
नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतने के बाद लिबरल लोगों में छाई शोक की लहर
पत्रकार रोहिणी सिंह को शायद यह बुरा लगा कि नीरज चोपड़ा पीएम मोदी के समर्थक हैं।
एक अन्य ट्विटर यूजर ने कहा कि भारतीय पुरुषों, विशेष रूप से नीरज चोपड़ा जैसे संघी पुरुषों का जश्न मनाना शर्मनाक है।
इसी तरह अन्य लोग भी थे, जो इस बात से नाराज़ थे कि एक ‘संघी’ ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता है।
कई और लोगों ने भी ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता को तिरस्कृत किया, क्योंकि वह ऑस्ट्रेलिया में गिरफ्तार किए गए एक हिंदू के लिए खड़े थे।
बता दें कि नीरज चोपड़ा ने शनिवार (7 अगस्त) को टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में इससे पहले किसी भारतीय खिलाड़ी को ओलंपिक का मेडल नहीं मिला था। नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल की जीत के साथ ही भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अपने मेडल टैली में पहली गोल्ड हासिल कर ली है।