Tuesday, April 22, 2025
Uncategorized

जार्ज सोरस,सोनिया गांधी,शाहरुख,आमिर,जावेद अख्तर……

👉👉 शाहरुख खान की मीर फाउंडेशन, आमिर खान की पानी फॉउंडेशन , जावेद अख्तर की मुस्लिम फॉर सेक्युलर डेमोक्रेसी फॉउंडेशन, सोनिया गांधी की राजीव गाँधी फॉउंडेशन, जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन यह सभी वित्तपोषित एक संगठन से संबंधित है फोरम ऑफ द डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (एफडीएल-एपी) फाउंडेशन की सह-अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित एक संगठन से जुड़ी हुई हैं। अनुरिमा भार्गव, सुनीता विश्वनाथ राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ साझेदारी की, जो “भारतीय संगठनों पर विदेशी फंडिंग के प्रभाव को दर्शाता है”। जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्तपोषित OCCRP द्वारा सीधा प्रसारण किया गया, जिसका इस्तेमाल गांधी ने अडानी की आलोचना करने के लिए किया। यह उनके मजबूत और खतरनाक संबंधों के अलावा और कुछ नहीं दिखाता है और भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारने के उनके प्रयासों को उजागर करता है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल (जिसका भारत में संचालन दिसंबर 2020 में बंद हो गया था, जब सरकार ने अवैध विदेशी फंडिंग का आरोप लगाते हुए इसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया था) के पूर्व कर्मचारियों के परिसरों की तलाशी ली गई, साथ ही ह्यूमन राइट्स वॉच या HRW के वर्तमान कर्मचारियों के परिसरों की भी तलाशी ली गई।

एमनेस्टी के भारत कार्यालय और HRW दोनों ने कथित तौर पर अतीत में OSF से धन प्राप्त किया है। पूर्व को CBI द्वारा चार्जशीट किया गया है और ED ने बाद वाले के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।

“कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सार्वजनिक रूप से जॉर्ज सोरोस को अपना ‘पुराना दोस्त’ बताया है जो भारत विरोधी सभी गतविधियों को अलग अलग फॉउंडेशन के जरिये कांग्रेस के द्वारा फंड्स दिए जाते है देश में अराजकता मचाने के लिए देश में प्रोटेस्ट करने के लिए हिंसा फैलाने के लिए ओसीसीआरपी और सोरोस का काम भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना और विपक्षी नेताओं के साथ मिलकर भारत सरकार को बदनाम करना है, OCCRP, जिसका मुख्यालय एम्स्टर्डम में है, एक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म है जो मुख्य रूप से भारत के खिलाप इस्लामिक जिहाद और नक्सली संगठनो प्रोटस्ट करने वाले अर्बन नक्सल गैंग को हिंसा फैलानेवाले गैंग को फंड्स देता है कांग्रेस के और बॉलीवुड इंडस्ट्री के खान गैंग के फॉउंडेशन के जरिये । बॉलीवुड समेत सभी फिल्म इंडस्ट्री के इस्लामिक ईसाई कम्युनिस्ट एक्टर एक्ट्रेस के फॉउंडेशन की जाँच करनी जरुरी है अभी तक न्यूज जो प्राप्त हुई है ईडी ने बेंगलुरु में सोरोस के स्वामित्व वाले ओएसएफ लाभार्थियों पर छापेमारी शुरू की विवादास्पद बहु-अरबपति जॉर्ज सोरोस और उनके ट्रस्ट ओपन सोसाइटी फाउंडेशन (ओएसएफ) के लाभार्थियों के बेंगलुरु स्थित परिसरों पर व्यापक छापेमारी की गयी है ।

ईडी द्वारा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन के संबंध में बेंगलुरू और कर्नाटक के कई हिस्सों में सोरोस के लाभार्थियों पर छापे मारे जा रहे हैं।

प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि एमनेस्टी इंटरनेशनल, ग्रीन पीस और ह्यूमन राइट्स वॉच के छह से अधिक कर्मचारियों – जो ओएसएफ के दो प्रमुख लाभार्थी हैं – से उनके खातों में आई धनराशि के संबंध में पूछताछ की जा रही है।

सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों द्वारा रागेश भट्टाचार्य और दिव्या रघुनाथन सहित कम से कम चार कर्मचारियों से पूछताछ की गई।

ओएसएफ ने भारत और विदेशों में एमनेस्टी और एचआरडब्ल्यू दोनों को पिछले पांच वर्षों में अकेले भारत में 200 मिलियन डॉलर (1,500 करोड़ रुपये) से अधिक का उदार दान दिया है।

कुछ अधिकारियों का अनुमान है कि दशक के दौरान भारत में सोरोस द्वारा प्राप्त कुल दान, जिसमें निगरानीकर्ताओं, समाचार पोर्टलों, शोध परियोजनाओं, सेमिनारों, सम्मेलनों, थिंक टैंकों और यहां तक ​​कि सेवानिवृत्त और वर्तमान सिविल सेवकों की संतानें भी शामिल हैं, का वित्तपोषण एक बहुत ही गुप्त प्रणाली के तहत 18 बिलियन डॉलर के आसपास है। बेंगलुरु में एक अधिकारी ने कहा, “2016 से 2023 के बीच ईडी ने एमनेस्टी इंटरनेशनल के कई खाते जब्त किए हैं उनमे कांग्रेस पार्टी के बडे बडे नेताओं के खाते भी थे जो भारत विरोधी गविधियों में शामिल थे । ये छापे ओएसएफ के और अधिक फंडिंग पैटर्न का पता लगाने के लिए मारे गए हैं, जिनका इस्तेमाल भारत में गैरकानूनी तरीके से विरोध प्रदर्शन या शांतिपूर्ण कार्यों को बाधित करने के लिए किया जा रहा था।”

(सोशल मीडिया)

Leave a Reply