संभल दंगों के बीच वकील विष्णु जैन की हत्या करने का था प्लान, गोली पुलिस पर चलानी थी: गिरफ्त में आए वारिस ने कबूला- ‘नईम, कैफ को मैंने ही मारा’, ऑडियो वायरल

संभल में दंगाई हिंसा के दौरान एडवोकेट विष्णु जैन की हत्या करना चाहते थे। इसके लिए हथियार भी दंगाइयों के बीच बाँटे गए थे। यह साजिश शारिक साठा ने रची थी। उसी के गुर्गे मुल्ला अफरोज ने हथियार दिए थे। यह सारे खुलासे शारिक साठा के एक और गुर्गे की गिरफ्तारी से हुए हैं। संभल पुलिस ने दंगाई वारिस को गिरफ्तार किया है। वारिस ने दंगे के दौरान 2 युवकों की हत्या भी कर दी थी। वह पुलिस को भी निशाना बना रहा था।
वारिस को पुलिस ने शनिवार (25 जनवरी, 2025) को पकड़ा। वह मोहल्ला खग्गूसराय का रहने वाला है। उसने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि हिंसा के बाद वह दिल्ली में छिपा था। वारिस ने पुलिस को बताया है कि शारिक साठा गैंग ने कथित तौर पर नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले एडवोकेट विष्णु शंकर जैन की हत्या के लिए हथियार बाँटे थे।
शारिक साठा गैंग ने कहा था कि उन्हें ‘मस्जिद की हिफाजत’ करनी है और सर्वे के दौरान हत्या करनी है। विष्णु शंकर जैन शाही जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर विवाद में हिन्दू पक्ष के वकील हैं। वारिस ने यह खुलासा भी किया है कि हिंसा के दौरान उसने गोली चलाई जिससे कैफ और नईम नाम के युवक मारे गए। वारिस ने बताया है कि उसे हथियार मुल्ला अफरोज ने दिए थे। मुल्ला पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
वारिस का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। इसमें उसने हिंसा के दौरान ‘सामान’ लाने को कहा था। पुलिस ने कहा है कि ‘सामान’ का मतलब हथियार ही थे। उसका साथी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वारिस के पास से पुलिस को एक तमंचा,कारतूस, नाल में फंसा एक कारतूस और दो मोबाइल बरामद किए हैं।
वारिस ने बताया है कि शारिक साठा का गैंग इन हत्याओं से देश भर में दंगे भड़काना चाहता था। वारिस की गिरफ्तारी के साथ ही हिंसा में हुई 4 मौतों का मामला सुलझ गया है। इनमें से 2 हत्याएँ मुल्ला अफरोज और 2 वारिस ने की थी। पुलिस ने एक और दंगाई को भी संभल से गिरफ्तार किया है। उसका नाम मोहम्मद निहाल है।