यूपी के बरेली में कोल्ड ड्रिंक वापस करने को लेकर दो समुदाय में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि एक परिवार का दूसरे समुदाय के लोगों ने हुक्का पानी तक बंद कर दिया। इतना ही नहीं, दबंगों ने उसे गांव छोड़कर जाने की धमकी तक दे डाली। आरोप है कि दबंगों ने पीड़ित पर धर्म परिवर्तन का भी दबाव बनाया। इसके बाद परेशान होकर पीड़ित ने गांव से पलायन करने की सूचना पुलिस को दी।
मामले की जानकारी जब हिन्दू संगठनों को हुई तो वह गांव में महापंचायत की बात पर अड़ गए। हिंदू संगठनों के धर्म पंचायत के ऐलान पर दो घंटे तक पुलिस की पंचायत चली। सीओ तृतीय श्वेता यादव ने दोनों पक्षों के दर्जनों लोगों को बुलाया। उनसे बातचीत की। पता लगा कि पीड़ित पक्ष की किराने की दुकान पर कोल्ड ड्रिंक वापस करने का विवाद पलायन तक पहुंच गया है। सीओ ने उनके घर पर दो पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया है। उन्हें आश्वस्त किया है कि वह गांव में रहें। गांव में दुकान खोलें। उनका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है।
जिले में बिथरी के परसोना गांव में इकराम सिंह के घर किराने की दुकान थी। उनके पड़ोस के रहने वाले दूसरे समुदाय के लोगों से उनका विवाद हो गया। जिस पर उन्होंने गांव से पलायन करने की बात कही थी। मामला सामने आने के बाद हिंदू संगठन सक्रिय हो गये। उन्होंने धर्म पंचायत का ऐलान कर दिया। इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को लगी। जिस पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के निर्देश पर सीओ तृतीय श्वेता यादव, इंस्पेक्टर बिथरी अशोक कुमार के साथ गांव में पहुंचीं। उन्होंने गांव में दोनों पक्षों के लोगों को बुलाया। सीओ ने बताया कि गांव में पीड़ित पक्ष के 150 से ज्यादा लोग हैं। किसी को कोई आपत्ति नहीं है। पीड़ित पक्ष की गांव में किराने की दुकान थी। उस पर पड़ोस के रहने वाले लोग कोल्ड ड्रिंक लेने गये थे। कोल्ड ड्रिंक में कुछ गड़बड़ी होने पर उन्होंने उसे वापस कर दिया। इसको लेकर कहासुनी हो गई थी।
आरोपी पक्ष प्रधान पक्ष से जुड़े हैं। इस वजह से उन्होंने दबंगई दिखाते हुए बातचीत की। इससे डरकर पीड़ित ने गांव के बाहर अड्डे पर अपनी दुकान खोली थी। गांव के सभी लोगों ने बताया कि उन्हें कोई समस्या नहीं है। इसके बावजूद पीड़ित पक्ष को काफी समझाया गया है। उसे सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया है कि वह गांव और घर में ही अपनी दुकान चलाये। सुरक्षा के लिहाज से वहां पुलिस तैनात कर दी गई है। बरेली सीओ तृतीय श्वेता यादव ने बताया कि दोनों पक्षों के लोगों के साथ दो घंटे तक बैठक की गई। उन्हें सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया गया है। कहीं भय का माहौल नहीं है। कुछ लोगों की दबंगई की शिकायत मिली है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। पीड़ित पक्ष को मैंने अपने ऑफिस बुलाया है। उनका हर संभव सहयोग और सुरक्षा की जाएगी।
दलित को धमकाने वाले परसोना के दबंगों पर मुकदमा दर्ज
बिथरी के परसोना गांव में दलितों का हुक्का पानी बंद करने के मामले में तीन दबंगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। उन पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। बिथरी में परसोना के रहने वाले इकराम ने बताया कि उनके पड़ोस के रहने वाले अकीलउद्दीन, सोहराब, कलीम बेग आए दिन उनके परिवार को धमकी देते हैं। जातिसूचक शब्दों से गाली गलौज कर अपमानित करते हैं। दबंग धर्म परिवर्तन न करने पर जान से मारने की धमकी देते हैं।
घर की लड़कियों को उठा ले जाने को धमकाते हैं। आरोपियों ने उनके घर में तोड़फोड़ भी की। आग लगाने की धमकी दी। इसकी वजह से उन्होंने गांव से पलायन करने का ऐलान किया था। इसके बाद हिंदू संगठनों ने गांव में 2 फरवरी को धर्म पंचायत का ऐलान किया था। सीओ श्वेता यादव ने गांव में पहुंचकर पीड़ित पक्ष को सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया। इसके बाद इकराम सिंह की तहरीर पर परसोना के अकीलउद्दीन, सोहराब और कलीम बेग के खिलाफ एससी एसटी, मारपीट, तोड़फोड़, जान से मारने की धमकी, गाली गलौज समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।