सरायकेला. झारखंड में एक बार फिर लव जिहाद का मामला सामने आया है. दरअसल के सरायकेला जिले के नीमडी थाना अंतर्गत झिमरी गांव में लव जिहाद के मामले में इंटरमीडिएट में पढ़ने वाली लड़की को चार बच्चों के पिता ने डरा धमकाकर उसका धर्म परिवर्तन करवाया फिर उसके साथ शादी कर ली है. इस घटना के बाद दो पक्षों के बीच विवाद बड़ा और पूरा गांव में आग से दहल उठा. जिला प्रशासन ने मामले को शांत करवाने के लिए 8 दिनों से धारा 144 लगाकर कर्फ्यू लगा दिया है. पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.
खबर चलते ही जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. पीड़ित परिवार के साथ-साथ निर्दोष गांव के लोगों ने रो-रोकर संसद को पुलिस की गलत कार्रवाई की जानकारी दी. सांसद ने जिला पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक समुदाय को खुश करने के लिए आदिवासियों को दबाया जा रहा है. जिला प्रशासन से मांग है कि ऐसा न किया जाए. अगर इसी तरह आदिवासियों के गलत होता रहा तो आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरा कोल्हान उठकर इस गांव में आएगा. आदिवासी भोले भाले हैं कमजोर नहीं. वहीं इस दौरान सांसद ने थानाप्रभारी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बांधकर मारना भी जानते हैं.
ग्रामीणों ने सांसद को बताई आपबीती
मिली जानकारी के अनुसार सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह प्रखंड स्थित झिमड़ी गांव में बीते 26 अप्रैल को हुई घटना को लेकर जमशेदपुर के सांसद सह भाजपा नेता विद्युत वरण महतो ने मुरुगडीह गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिसिया कार्रवाई को असंतोषजनक बताया. लोगों ने कहा कि कुछ लोगों के दबाव में पुलिस ग्रामीणों को परेशान कर रही है. कम उम्र के कई लड़का-लड़कियों पर मामला दर्जं किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि भुक्तभोगी परिवार काफी गरीब है. इसका फायदा विशष समुदाय के शख्स ने उठाया है.
8 दिनों से पूरे गांव में धारा 144 लागू
स्थानीय लोगों के अनुसार विशेष समुदाय के लोग सरकारी जमीन आतिक्रमण कर ऐसी घटना को अंजाम दे रहे हैं. गांव के लोगों का आरोप है कि पुलिस ने जबरन रात को घर में घुसकर महिलाओं को पीटा है और कई महिलाओं को जेल भेज दिया. जानकारी के अनुसार 8 से 10 लोगों को जेल भेजा गया है. वहीं 58 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. आठवें दिन भी पूरे गांव में धारा 144 लागू है. लोगों के अनुसार पुलिस की कार्रवाई से डर कर पूरा गांव के लोग गांव छोड़कर भाग गए हैं, जिसका फायदा दूसरे समुदाय के लोग उठा रहे हैं.
सांसद ने पुलिस-प्रशासन को दी खुली चुनौती
हालांकि इस पूरी घटना के बाद जमशेदपुर सांसद विद्युत द्वारा महत्व ने जिला प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए कहा कि हमारे हाथ बांधे नहीं है, मैं प्रशासन से मांग करता हूं कि निर्दोषों पर कार्रवाई न करें, नहीं तो अगर हम कानून हाथ में लेंगे तो थानाप्रभारी को बांधकर मारने को बाध्य हो जाएंगे. जिला प्रशासन की ओर से आदिवासी गांव में आदिवासियों को दबाने का प्रयास और एक समुदाय को फायदा पहुंचने का काम किया जा रहा है. नीमड़ी थाना प्रभारी होश में आ जाए, सरकार के दबाव में अगर कोई भी प्रशासन के अधिकारी काम करते हैं तो गलत कर रहे हैं.
‘नहीं मानी पुलिस तो पूरे कोल्हान के लोगों को लेकर गांव पहुंच जाएंगे’
सांसद ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए जल्द से जल्द निर्दोषों को छोड़ने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर निर्दोष लोगों को नहीं छोड़ा गया तो आने वाले दिनों में भाजपा इस मुद्दे को लेकर उग्र आंदोलन कर पूरे कोल्हान के लोगों को इस गांव में घुसा देगी. चार बच्चों का आप एक इंटरमीडिएट बच्ची को जबरन उठाकर धर्म परिवर्तन करता है और उसके साथ शादी करता है. वैसे लोगों पर कार्रवाई छोड़, पुलिस बेगुनाहों को परेशान कर रही है. आदिवासी समाज अब चुप नहीं बैठेगा.