क्या
कांग्रेस में किसी की हिम्मत है सोनिया, राहुल,प्रियंका के मर्जी के खिलाफ मुंह भी खोलने की
क्या किसी की आवाज भी निकली थी जब 1 वोट वाले चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था
क्या राहुल गांधी के चरणों मे नही पड़े थे नेता जब 23 बड़े नेताओं की बेइज्जती की थी
क्या मनमोहन सिंह को निर्णय लेने के अधिकार थे
क्या आज भी आटे को लीटर में नापने काले राहुल के आगे बोने नही हैं 5 वार के सांसद भी,
क्या पूर्व मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले आज भी सर झुकाए नही खड़े रहते परिवार के आगे
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह ऐसे अध्यक्ष को चुनने जा रहे जो सोनिया गांधी या गांधी परिवार के अंगुलियों पर नाचे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नए चुने जाने वाले अध्यक्ष के पास कोई अधिकार नहीं होगा।
कांग्रेस के गैर गांधी अध्यक्ष के चुनाव के लिए कवायद जारी है। सांगठनिक चुनावों की तारीख के ऐलान व राहुल गांधी के पुन: अध्यक्ष पद संभालने से इनकार के बाद गांधी परिवार के इतर अध्यक्ष चुनने की राह साफ होती दिख रही है। उधर, गैर गांधी अध्यक्ष के मुद्दे पर बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है। बीजेपी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जिस तरह कांग्रेस के प्रधानमंत्री थे और सारा रिमोट कंट्रोल सोनिया गांधी करती थीं उसी तरह कांग्रेस कठपुतली अध्यक्ष चुनने जा रही है। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस का नया अध्यक्ष गांधी परिवार का प्रॉक्सी होगा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तरह उनके द्वारा रिमोट से नियंत्रित किया जाएगा।
गांधी परिवार को ही जब कंट्रोल करना तो दिखावा क्यों?
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह ऐसे अध्यक्ष को चुनने जा रहे जो सोनिया गांधी या गांधी परिवार के अंगुलियों पर नाचे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नए चुने जाने वाले अध्यक्ष के पास कोई अधिकार नहीं होगा। अध्यक्ष बनने के बाद भी गांधी परिवार के आगे कोई हैसियत नहीं होगी। वह गांधी परिवार से रिमोट से संचालित होगा। पूनावाला ने कहा कि बीते दिनों कांग्रेस के सीनियर लीडर पी.चिदंबरम ने ही कहा था कि अध्यक्ष कोई भी हो राहुल गांधी का एक विशिष्ट स्थान होगा। उन्होंने कहा कि यह इस बात का सबूत है कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष गांधी परिवार का प्रतिनिधि होगा और मनमोहन सिंह की तरह रिमोट से गांधी परिवार को नियंत्रित करेगा। पूनावाला ने दावा किया कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद के लिए चल रही चुनाव प्रक्रिया कुछ और नहीं बल्कि एक दिखावा है।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए सोमवार से नामांकन
कांग्रेस के अध्यक्ष चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। 24 सितंबर से 30 सितंबर तक नामांकन होगी। नामांकन पत्रों की जांच की तिथि एक अक्टूबर है जबकि पर्चा वापसी की तारीख 8 अक्टूबर है। अगर पर्चा वापसी के बाद एक से अधिक कैंडिडेट मैदान में बचे रहे तो 17 अक्टूबर को वोटिंग होगी। काउंटिंग और रिजल्ट का ऐलान 19 अक्टूबर को किया जाएगा। बता दें कि अध्यक्ष पद की रेस में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे है। जी-23 ग्रुप के नेता शशि थरूर ने भी अध्यक्ष चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। वह नामांकन प्रक्रिया की जानकारी लेने के साथ साथ बीते दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे। उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और पूर्व प्रवक्ता मनीष तिवारी के भी मैदान में आने के संकेत हैं। इन नामों के सामने आने के बाद दिग्विजय सिंह ने भी कहा कि उनके नामों की गिनती क्यों नहीं की जा रही है। वह भी मैदान में हैं।