Monday, October 14, 2024
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16 जनवरी से चालू देश भर में कॅरोना वायरस का खात्मा,टीकाकरण अभियान सुनिश्चित

केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू होगा और इस दौरान करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड-19 की परिस्थितियों और तैयारियों की समीक्षा किए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया। सरकारी बयान के मुताबिक, विस्तृत समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया कि आने वाले त्योहारों लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और माघ बिहु आदि के मद्देनजर कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी 2021 से शुरू होगा।

टीकाकरण की तैयारियों को लेकर शनिवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक की। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने देश में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू होने की तारीख का ऐलान कर दिया। देश में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू होगा। लोहिड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, माघ बिहु जैसे त्योहारों को देखते हुए 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू करने का फैसला किया गया। ये सभी त्योहार 15 तक निपट जाएंगे। 11 जनवरी को पीएम मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक भी करने वाले हैं।

सबसे पहले करीब 3 करोड़ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्करों को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और इससे कम उम्र के उन लोगों को टीके लगेंगे जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। ऐसे लोगों की तादाद करीब 27 करोड़ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में टीकाकरण की तैयारियों और कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को एक उच्च-स्तरीय बैठक की समीक्षा की। बैठक में कैबिनेट सेक्रटरी, पीएम के प्रिंसिपल सेक्रटरी, हेल्थ सेक्रटरी और दूसरे बड़े अधिकारी शामिल हुए। दरअसल, भारत में बनी दो कोरोना वैक्सीनों को सरकार लिमिटेड इमर्जेंसी यूज की इजाजत दे चुकी है।

बैठक में प्रधानमंत्री ने देशभर में कोरोना टीकाकरण की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने Co-WIN वैक्सीन डिलिवरी मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में भी जानकारी ली। यह एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिससे कोरोना टीकाकरण की रियल टाइम निगरानी, वैक्सीन के स्टॉक्स से जुड़ीं सूचनाएं, उन्हें स्टोर करने के तापमान और जिन लोगों को वैक्सीन लगनी है, उन्हें ट्रैक करने जैसे काम होंगे। अब तक 79 लाख से ज्यादा लाभार्थियों ने Co-WIN पर रजिस्ट्रेशन करा लिया है।

भारत में कोरोना टीकाकरण के पूर्वाभ्यास के लिए अब तक 2 बार देशव्यापी ड्राई रन भी किए जा चुके हैं। दूसरा देशव्यापी ड्राई रन एक दिन पहले ही शुक्रवार को हुआ था। कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राई रन के दौरान अलग-अलग राज्यों से जो शिकायतें आईं हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है। ड्राई रन से पहले ही कुछ राज्यों ने सॉफ्टवेयर, कनेक्टिविटी और ब्रॉडबैंड से जुड़ी समस्याओं पर चिंता जता चुके हैं। देश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पहला ड्राई रन 28-29 दिसंबर को 8 जिलों में हुआ था।

पहला देशव्यापी ड्राई रन 2 जनवरी को 74 जिलों में हुआ था। ड्राई रन के जरिए वैक्सीनेशन के लिए सरकार की तरफ से बनाए गए ऐप ‘कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (Co-WIN)’ का भी टेस्ट किया गया। कोविन के जरिए ही उन लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा जिन्हें टीका लगनी है और रियल टाइम में ऐसे लोगों की ट्रैकिंग हो सकेगी। शुक्रवार को यूपी और हरियाणा को छोड़कर देश के बाकी सभी 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा देशव्यापी ड्राई रन चला। ये ड्राई रन कुल 736 जिलों में तीन सत्रों में चला। यूपी और हरियाणा पहले ही ड्राई रन कर चुके थे।

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