कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरे विश्व के लोगों को जिंदगी और मौत के बीच जूझने पर मजबूर कर दिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण से पाकिस्तान की भी हालत खराब है। मगर पाकिस्तान में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर गंभीर माहौल नहीं दिख रहा है। उसी का नतीजा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर पाकिस्तान के मौलवी बेतुका बयान दे रहे हैं।
पाकिस्तान के एक मौलवी का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस विडियो में मौलवी यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि हमारे डॉक्टर हमेशा हमें ज्यादा सोने का सुझाव देते हैं। जितना ज्यादा हम सोएंगे उतना ही वायरस भी सोएगा। यह हमें नुकसान नहीं पहुंचाएगा। जब हम सोते हैं तो यह सो जाता है, जब हम मरते हैं तो यह मर जाता है।
तबलीगी जमात के चर्चित पाकिस्तानी मौलाना तारिक जमील कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। इससे उबरने के बाद कोविड 19 पर उनकी राय बदल गई है। पहले उन्होंने इस महामारी के लिए औरतों को जिम्मेदार ठठहराया था। लेकिन अब उनका मानना है कि अल्लाह इम्तिहान ले रहा है। इतना ही नहीं अब वह इससे बचाव के उपाय भी बता रहे हैं।
एक वीडियो संदेश तारिक जमील ने कहा है कि उन्हें नहीं पता था कि कोरोना वायरस क्या है। फिर वे इससे संक्रमित हो गए। अल्लाह की रहमत से 10 दिन अस्पताल में रहने के बाद वे ठीक हो गए हैं। उनके मुताबिक़ अल्लाह ने लोगों का इम्तिहान लेने के लिए यह महामारी भेजी है। लेकिन लोगों को मास्क पहनना चाहिए और सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का पालन करना चाहिए। बुजुर्गों को इस बीमारी से सबसे ज़्यादा ख़तरा है।
जून 2020 में तारिक जमील ने कहा था कि कोरोना महामारी लोगों के गुनाहों का नतीजा है और इसे विज्ञान के आधार पर (साइंसी मोड) देखा और समझा जाना निन्दनीय है। इसके पहले अप्रैल 2020 में तारिक जमील ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए महिलओं को कोरोना महामारी के लिए ज़िम्मेदार ठहराया था। इस कार्यक्रम में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भी मौजूद थे।
अपनी दुआ के दौरान तारिक लड़कों की तरह रोते हुए अल्लाह से गुज़ारिश कर रहा था कि वो दुनिया को कोरोना वायरस से बचा ले। उसका कहना था कि मुस्लिम महिलाओं और युवाओं के बेशर्म बर्ताव की वजह से अल्लाह ने लोगों को इतना कष्ट और पीड़ा दी है।
कौन हैं मौलाना तारिक जमील?
मौलाना तारिक जमील इस्लामी उपदेशक, मज़हबी लेखक और तबलीगी जमात का सदस्य है। वह देवबंद से भी संबंधित हैं।
तारिक जमील का जन्म 1 जनवरी 1953 को पाकिस्तान के पंजाब राज्य स्थित मियाँ चन्नू में हुआ था। उनकी पढ़ाई लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज यूनिवर्सिटी से हुई है। इस्लामी शिक्षा जामिया, अरबिया रैविंद (raiwind) से पूरी की जहाँ उन्होंने कुरान, हदीस, सूफ़ी, तर्क और इस्लाम से जुड़े क़ानून का अध्ययन किया।
मौलाना तारिक जमील का शहरी मुस्लिमों पर अच्छा-खासा प्रभाव है। मुस्लिम 500 के अनुसार, “पाकिस्तान के फैसलाबाद में मदरसा चलाने के साथ-साथ मौलाना तारिक ने दुनिया भर में हज़ारों भाषण दिए हैं। व्यवसायी से लेकर मंत्री, अभिनेता और खिलाड़ी तक, मौलाना तारिक हर वर्ग को प्रभावित करने में सफल रहे हैं।” तबलीगी उपदेशक के बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान से भी काफी करीबी रिश्ते हैं। उनका दावा है कि हज के दौरान लंबी मुलाक़ात के बाद बॉलीवुड अभिनेता उन्हें अक्सर संदेश भेजते रहते हैं।