पाकिस्तान वो मुल्क है जो अपने लोगो तक को मरवाने से नही चूकता,फिर वो भुट्टो ही क्यों न हो,वहां की जेल में बंद रहे भारतीयों के किस्से दर्द की ऐसी बानगी बताते हैं कि रोंगटे खड़े हो जाएं।फिर विंग कमांडर अभिनंदन को कैसे रिहा किया क्या हुआ ऐसा की 1971 की जीत के बाद भी इंदिरा गांधी अपने बन्द कैदियों को नही छुड़ा पायी थी वो 48 घण्टे में हो गया।जानिए….
क्यों पाकिस्तानी विदेश मंत्री के पांव कांप रहे थे सदन में और आ रहा था बार बार पेशाब,
क्यों अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को प्रवक्ता बनना पड़ा था कि भारत कुछ बड़ा करने वाला है,
भारतीय वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान दो साल पहले 2019 में आज की के दिन यानी 27 फरवरी को भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ते हुए पीओके में पहुंच गए थे। भारत के जबरदस्त दबाव की वजह से महज 1 दिन में ही पाकिस्तान को उन्हें रिहा करने का ऐलान करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। दबाव किस कदर था, इसका खुलासा पाकिस्तानी संसद में सांसद अयाज सादिक ने किया था कि कैसे विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के यह कहते हुए पैर कांप रहे थे कि अगर अभिनंदन को रिहा नहीं किया गया तो रात 9 बजे भारत हमला करने वाला है। दरअसल, तब पाकिस्तानियों के कब्जे में अभिनंदन की लहूलुहान तस्वीरें देखने के बाद पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दो टूक संदेश भिजवाया था विंग कमांडर को तत्काल रिहा करो। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी का पाकिस्तान को संदेश था- ‘हमारे हथियारों का जखीरा दिवाली के लिए नहीं रखा गया है।’
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दिया था संदेश- हमारे हथियार दिवाली के लिए नहीं
अभिनंदन के पाकिस्तानी कब्जे में आने के अगले ही दिन 28 फरवरी को इमरान खान को संसद में उनकी रिहाई का ऐलान करना पड़ा। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इसे ‘अमन का पैगाम’ बताया था। 1 मार्च को अभिनंदर अटारी बॉर्डर के रास्ते स्वदेश लौट आए। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने जब इंडियन पायलट को लहूलुहान और उन्हें बंधक बनाने वालों के मुस्कुराते चेहरों वाली तस्वीरें और वीडियो देखे तब उन्होंने रिसर्च ऐंड ऐनालिसिस विंग (R&AW) के चीफ अनिल धसमाना को कहा कि पाकिस्तान को साफ-साफ संदेश भेजा जाए कि अगर अभिनंदन की तत्काल रिहाई नहीं हुई तो नतीजे गंभीर होंगे। पीएम मोदी का पाकिस्तान के लिए संदेश था- ‘हमारे हथियारों का जखीरा दिवाली के लिए नहीं है।’
रॉ चीफ के फोन कॉल से पाकिस्तान में मच गया था हड़कंप
रॉ चीफ धसमाना ने तत्कालीन आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल सैयद आसिम मुनीर अहमद शाह को फोन मिलाया और साफ-साफ लफ्जों में पाकिस्तान को भारत का संदेश सुनाया। संदेश इतना ‘साफ और सख्त’ था कि मुनीर भौंचक रह गए थे। रॉ चीफ ने दो टूक कह दिया था कि अब इस्लामाबाद के ऊपर है कि वह क्या चाहता है, अगर पायलट को खरोंच तक आई तो गंभीर नतीजे होंगे। उन्हें बिना किसी नुकसान के तत्काल छोड़ा जाए। इस फोन कॉल के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मचना लाजिमी था।
पाकिस्तान में हड़कंप, अमेरिका में भी थी बेचैनी
भारत ने पूरी तैयारी भी कर ली थी। सेना को राजस्थान सेक्टर में पृथ्वी बैलिस्टिक मिसाइलों को हर पल तैयार रखने का आदेश दिया जा चुका था। पाकिस्तान में हड़कंप तो था ही, अमेरिका तक में बेचैनी थी।
आईएसआई चीफ का रॉ चीफ को ‘सीक्रेट लेटर’ और अभिनंदन की रिहाई
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, तत्कालीन आईएसआई चीफ मुनीर ने 28 फरवरी की सुबह रॉ चीफ को एक ‘सीक्रेट लेटर’ लिखा जिसमें अभिनंदन को रिहा करने के फैसले की जानकारी दी गई थी। लेटर के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी गई। बाद में उसी दिन इमरान खान ने पाकिस्तानी संसद में अभिनंदन को रिहा करने का ऐलान किया। खास बात यह है कि जून 2019 में मुनीर को आईएसआई चीफ के पद से हटा दिया गया। वह सिर्फ 8 महीने तक ही पद पर रह पाए। उनकी जगह पर कट्टरपंथी माने जाने वाले लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को आईएसआई का चीफ बनाया गया।
पाकिस्तान के ही सांसद ने किया था दावा- भारत के खौफ से कांप रहे थे पैर
पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान की सांसद अयाज सादिक ने भरी संसद में यह खुलासा किया था कि किस तरह पाकिस्तानी हुक्मरान खौफ में थे कि भारत हमला करने वाला है। सादिक ने कहा था, ‘मुझे याद है शाह महमूद कुरैशी साहब उस बैठक में थे जिसमें इमरान खान ने आने से इनकार कर दिया। आर्मी चीफ आए थे। कुरैशी के पैर कांप रहे थे, उनके माथे पर पसीना था। कुरैशी ने कहा खुदा का वास्ता अब इसको वापस जाने दें क्योंकि 9 बजे रात को हिंदुस्तान पाकिस्तान पर हमला कर रहा है।’
अभिनंदन ने मिग-21 से ही पाकिस्तान के F-16 को मार गिराया था
27 फरवरी 2019 को भारतीय वायु सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को भारतीय लड़ाकू विमानों ने खदेड़ दिया। इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग-21 बाइसन विमान से ही पाकिस्तान के एक एफ-16 फाइटर जेट को मार गिराया था। इस दौरान उनका विमान हादसे का शिकार हो गया जिसके बाद वह सुरक्षित उतरे जरूर लेकिन पीओके में। वहां पाकिस्तान ने उन्हें कब्जे में ले लिया था। भारतीय पायलट के तौर पर पहचान के बाद वहां स्थानीय लोगों ने उनसे मारपीट की थी। उनका चेहरा लहूलुहान था लेकिन हिम्मत और हौसला अडिग था।