कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी मीडिया के एक सवाल को लेकर भड़क गए और उन्होंने पत्रकार पर ही टिप्पणी शुरू कर दी। दरअसल, गुरुवार (12 अगस्त, 2021) को विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ विजय चौक से लेकर संसद तक मार्च निकाली। इस दौरान वायनाड के सांसद राहुल गाँधी भी उनके साथ थे। उनका आरोप था कि सांसदों के साथ सदन में दुर्व्यवहार हुआ है। इसी दौरान राहुल गाँधी को भड़कते हुए देखा गया।
पत्रकार के सवाल पर क्रोधित होकर राहुल गाँधी ने उससे पूछा डाला कि आप सरकार के प्रवक्ता हैं क्या? क्या सरकार ने आपको ये बोलने को कहा है? इस पर उक्त पत्रकार ने कहा कि वो मीडिया का आदमी है। इस पर राहुल गाँधी ने कहा, “नहीं, आप मीडिया के आदमी नहीं हो। आप सरकार के आदमी हो। मीडिया की सच्चाई मैं आपको बताता हूँ। मुझे बताने दीजिए।” इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि पहली बार राज्यसभा में सांसदों की पिटाई की गई है।
राहुल गाँधी ने दावा किया कि बाहर से लोगों को बुला कर वर्दी पहनाई गई और फिर सांसदों के साथ मारपीट हुई। उन्होंने कहा, “और आप ये सवाल पूछ रहे हो कि स्पीकर को दुःख हो रहा है? चेयरमैन की क्या जिम्मेदारी है? हाउस चलाने की। उन्होंने हाउस को पिछले दिनों क्यों नहीं चलाया? विपक्ष के लोग अपनी बात क्यों नहीं रख सकते? हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री इस देश को बेचने का काम कर रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी उद्योगपतियों को देश की आत्मा बेच रहे हैं, लेकिन विपक्ष सदन में पेगासस, किसानों और गरीबों की बात नहीं कर सकता है। बता दें कि सदन में उपद्रव पर राज्यसभा के सभापति व उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा कि जब कृषि कानूनों का विरोध करते हुए कुछ सांसद मेज पर बैठ गए और अन्य सदस्य सदन की मेज पर चढ़ गए, तब इस राज्यसभा की सारी पवित्रता खत्म हो गई।
साथ ही वेंकैया नायडू ने उपद्रवियों को चेताया कि सदन में हंगामा करने वाले विपक्षी सांसदों को कार्रवाई का सामना करना होगा। राहुल गाँधी इसी से जुड़े सवाल पर भड़क गए। पिछले कुछ दिनों से राहुल गाँधी का ट्विटर हैंडल भी लॉक्ड है। अब खबर आई है कि कॉन्ग्रेस पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को भी लॉक कर दिया है। इस बात का खुलासा खुद कॉन्ग्रेस ने ही किया है। कई अन्य नेताओं के खिलाफ भी ये कार्रवाई की गई है।