Sunday, December 22, 2024
Uncategorized

वकील का हत्यारा,अफसर आलम गिरफ्तार बेंगलुरु से,लँगड़ा हिन्दू नाम बता कर छुपा था

रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता मनोज झा के हत्यारोप‍ित को रांची पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है। हत्या करने के बाद मुख्य आरोपित अफसर आलम उर्फ लंगड़ा पुलिस काे चकमा देकर बेंगलुरु में छुपा हुआ था। सोमवार को रांची पुलिस की टीम उसे लेकर रांची पहुंचेगी। तकनीकी सेल की मदद से आरोपित के ठिकाने की जानकारी मिली। इसके बाद रांची पुलिस की एक टीम बेंगलुरु पहुंची। आरोपित एक होटल में ठहरा हुआ था।

हालांकि, गिरफ्तारी के बाद वह अपनी पहचान छुपा रहा था, लेक‍िन पुलिस की सख्ती के बाद उसने अपना असली नाम बता दिया। लंगड़ा ने हत्या की बात भी स्वीकार कर ली है। रांची लाने के बाद उससे और पूछताछ की जाएगी। वहीं, रांची पुलिस अभी कुछ भी बताने से इन्‍कार कर कर रही है। मालूम हाे कि संत जेवियर संस्था की विवादित जमीन को लेकर 26 जुलाई को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। मनोज झा की हत्या तमाड़ थाना क्षेत्र स्थित रड़गांव के समीप की गई थी। पुलिस पहले ही हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर समेत पांच अपराधियाें काे गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

अधिवक्ता मनोज झा हत्याकांड में रांची पुलिस ने बीते सोमवार को अधिकारिक रूप से खुलासा किया था। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया था कि अधिवक्ता की हत्या संत जेवियर संस्था की 14 एकड़ जमीन की वजह से ही उनकी रेकी के बाद की गई। उन्‍होंने मामले में दो शूटरों समेत पांच को दबोचने की बात कही थी। उनके पास से घटना में इस्तेमाल की गई पिस्टल, तीन गोलियां, बोलेनो कार, बाइक और छह मोबाइल बरामद करने की जानकारी दी थी। बताया था क‍ि इस कांड का मुख्य आरोपित कुख्यात अफसर उर्फ लंगड़ा है। वह दस लाख के इनामी माओवादी महाराजा प्रमाणिक का शागिर्द है। वह भी नक्सल संगठन से जुड़ा हुआ था। नक्सल घटनाओं को भी अंजाम दे चुका है। लंगड़ा के अलावा अबतक पकड़े गए अपराधियों में सोनू और इमदाद ने अधिवक्ता को गोली मारी थी। रिजवान ने रेकी की थी। अधिवक्ता और पुलिस की गतिविधियों की जानकारी दे रहा था। जबकि संजीत मांझह अपनी बोलेनो कार में बैठाकर तमाड़ से बाघमुंडी ले गया था। वहां से शकील ने लंगड़ा को रसूलडीह शिफ्ट किया था। वहां से लंगड़ा फरार हो गया। एसपी ने बताया था क‍ि तमाड़ के रड़गांव निवासी सोनू अंसारी, इमदाद अंसारी, गांगो निवासी रिजवान अंसारी, सरायकेला खरसांवा जिले के इचागढ़ थाना क्षेत्र के नोयाडीह निवासी संजीत मांझी, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के बलरामपुर थाना क्षेत्र के रसुलडीह निवासी शकील अंसारी ग‍िरफ्तार क‍िए गए हैं। एसपी के अनुसार, जेल में रची गई थी अधिवक्ता की हत्या की साजिश। चूंकि जिस समय अधिवक्ता ने संत जेवियर संस्था की जमीन का केस जीता था और पुलिस-प्रशासन की मदद से जमीन पर कब्जा किया था उस समय अफसर उर्फ लंगड़ा जेल में था। जेल में रहते हुए उसने गिरोह तैयार किया और अधिवक्ता की हत्या की साजिश रच डाली। इस घटना में पकड़े गए अपराधियों सहित दस लोगों को जोड़कर गिरोह बनाया था।

Leave a Reply