पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने 57 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का एलान किया है। इसके मुताबिक भाजपा ने नंदीग्राम से सुवेंदु अधिकारी को चुनाव मैदान में उतारा है। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। ऐसे में नंदीग्राम का चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।
सुवेंदु बोले- ममता को को हरा कोलकाता वापस भेजूंगा
इस बीच सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है उसके लिए मैं पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। नंदीग्राम (चुनाव) मेरे लिए चुनौती नहीं है। मैं नंदीग्राम जा रहा हूं उन्हें (ममता बनर्जी) हराकर कोलकाता वापस भेजूंगा। मैं नंदीग्राम और पूरे पश्चिम बंगाल में कमल खिलाने का काम करूंगा। ममता बनर्जी 50,000 से अधिक मतों से यह चुनाव (नंदीग्राम में) हारने वाली हैं। पश्चिम बंगाल के मुचीपारा में रैली के दौरान सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान के बिना यह देश एक इस्लामिक देश होता और हम बांग्लादेश में रह रहे होते।
ममता को बताया बाहरी
सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को कोलकाता में भी एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम नहीं लेते हुए उन्हें बाहरी करार दिया। भाजपा नेता ने कहा कि नंदीग्राम के लिए माननीय बाहरी हैं। वह पांच सालों के अंतर पर जब चुनाव आता है तो अतिथि बनकर यहां आती हैं। वह यहां के लिए बाहरी हैं जबकि मैं यहां का भूमिपुत्र हूं। हर सुख-दुख में मैं यहां की जनता के साथ हमेशा रहता हूं इसीलिए यहां की जनता माननीय को बहिष्कार करेगी। उधर, दिन में मेदिनीपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता की तरफ इशारा कर कहा कि आपका स्वागत है। आपसे लड़ाई के मैदान में मुलाकात होगी और आप हार कर जाएंगी
415 कम्पनियां तैनात प्रथम चरण के लिए
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए केन्द्रीय बलों की 415 कंपनियों को तैनात किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 30 कंपनियां और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की पांच-पांच कंपनियां समेत केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 200 कंपनियां अब तक राज्य में पहुंच चुकी हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की शेष 215 कंपनियां अगले कुछ दिनों में राज्य में पहुंचेंगी। इन बलों को उन विधानसभा क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा, जहां पहले चरण में चुनाव होगा।” केंद्रीय बलों की प्रत्येक कंपनी में 100 कर्मी होते हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण में, पांच जिलों में 30 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। इस चरण के लिए कुल 10,288 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि पुरुलिया में 3,127 बूथ, बांकुरा में 1,328, पूर्व मेदिनीपुर में 2,437 और पश्चिम मेदिनीपुर में 2,089 बूथ होंगे। दिन में, चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने जिलों में प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं। इसके अलावा, वे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जग मोहन से भी मिले, जो राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘ज्यादातर चर्चा कानून एवं व्यवस्था, और पहले चरण में होने वाले चुनावों की तैयारियों को लेकर की गई।”
पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए केन्द्रीय बलों की 415 कंपनियों को तैनात किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 30 कंपनियां और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की पांच-पांच कंपनियां समेत केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 200 कंपनियां अब तक राज्य में पहुंच चुकी हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की शेष 215 कंपनियां अगले कुछ दिनों में राज्य में पहुंचेंगी। इन बलों को उन विधानसभा क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा, जहां पहले चरण में चुनाव होगा।” केंद्रीय बलों की प्रत्येक कंपनी में 100 कर्मी होते हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण में, पांच जिलों में 30 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। इस चरण के लिए कुल 10,288 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि पुरुलिया में 3,127 बूथ, बांकुरा में 1,328, पूर्व मेदिनीपुर में 2,437 और पश्चिम मेदिनीपुर में 2,089 बूथ होंगे। दिन में, चुनाव आयोग के विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे ने जिलों में प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं। इसके अलावा, वे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जग मोहन से भी मिले, जो राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी हैं। अधिकारी ने कहा, ‘‘ज्यादातर चर्चा कानून एवं व्यवस्था, और पहले चरण में होने वाले चुनावों की तैयारियों को लेकर की गई।”