Friday, October 4, 2024
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ममता बनर्जी से एक और TMC विधायक नाराज़,कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा और चाक चौबंद

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधआनसभा चुनाव होने वाले हैं। राजनीतिक बयानों और घटनक्रमों से यह कहने में कहीं से भी गुरेज नहीं की जा सकती है कि राज्य में बिगुल बज चुका है। हाल के दिनों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) और लोकससभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच तल्खी तो दिखी है साथ ही टीएमसी के भीतर बागी तेवर अपनाने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इन नेताओं में मंत्री और विधायक भी शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल की सियासी सरगर्मी को टीएमसी विधायक और आसनसोल नगर निगम के चेयरमैन जितेंद्र तिवारी ने अपने बयानों से और तेज कर दिया। उन्होंने ममता सरकार के खिलाफ बागी तेवर अपना लिया। उन्होंने राज्य सरकार में मंत्री फ़रहाद हकीम को चिट्ठी लिखी है।


अपनी चिट्ठी में उन्होंने कहा, ‘हमारे शहर (आसनसोल) को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत केंद्र सरकार द्वारा चुना गया था। लेकिन राजनीतिक कारणों से राज्य सरकार के द्वारा हमें इसकी सुविधा का लाभ लेने से वंचित कर दिया गया।’
नाराज मंत्री राजीब बनर्जी को मनाने की कोशिश, शुभेंदु अधिकारी की सहयोगी को निकाला
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वरिष्ठ नेताओं में बढ़ती नाराजगी और बागी रुख से चिंतित सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेतृत्व ने रविवार को ममता सरकार में मंत्री राजीब बनर्जी को मनाने की कोशिश की। पार्टी से असंतुष्ट चल रहे बनर्जी से बातचीत करके मतभेदों को दूर करने की कोशिश की गई है। उधर, पिछले महीने कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले ताकतवर नेता शुभेंदु अधिकारी की करीबी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
पार्टी से बर्खास्त की गईं कनिष्का पांडा पूर्वी मिदनापुर जिले में टीएमसी की सचिव थीं, जहां अधिकारी परिवार दो लोकसभा सीटों और एक विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने के अलावा सिविक बॉडी प्रमुख है। रविवार दोपहर दक्षिण कोलकाता के नाकटाला स्थित घर पर महासचिव पार्थ चटर्जी और प्रशांत किशोर ने बन मंत्री राजीब बनर्जी से एक घंटे तक बात की। हालांकि, चटर्जी चुप्पी ही साधे रहे, बनर्जी ने दावा किया कि राजनीतिक रणनीति पर बातचीत हुई है।

 

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) की सुरक्षा को और हाईटेक कर दिया गया है। डायमंड हार्बर में हमले के बाद कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा को बुलेट प्रूफ कार (Bullet Proof Car) से अपग्रेड किया गया।

10 दिसंबर को कैलाश विजयवर्गीय के काफिले के वाहन पर हमला हुआ था और जिसमें वे जख्मी हो गए थे
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) की सुरक्षा को और हाईटेक कर दिया गया है। डायमंड हार्बर में हमले के बाद कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा को बुलेट प्रूफ कार से अपग्रेड किया गया। उन्हें मौजूदा समय में जेड श्रेणी की सुरक्षा (Z-category security) प्राप्त है। दरअसल 10 दिसंबर को पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के काफिले के वाहन पर हमला किया गया था, जब वह डायमंड हार्बर जा रहे थे।

बता दें कि डायमंड हार्बर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर अचानक हमला हो गया था। इस हमले में बीजेपी अध्यक्ष बाल-बाल बच गए थे, क्योंकि वह बुलेट प्रूफ कार में थे। जबकि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल में पार्टी मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय भी उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें चोटें आई हैं।

कैलाश विजयवर्गीय की सुरक्षा में अब सेंध नहीं
कैलाश विजयवर्गीय के घायल होने के बाद सोमवार को उनकी सुरक्षा को और मजबूत कर दिया गया। विजयवर्गी की सुरक्षा बुलेट प्रूफ कार से अपग्रेड की गई। उसके पास वर्तमान में जेड श्रेणी की सुरक्षा है। जेड सुरक्षा में कुल 22 जवान होते हैं। इनमें पांच एनएसजी कमांडो हर समय मौजूद रहते हैं। ऐसे में बुलेट प्रूफ कार शामिल होने से अब उनकी सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकेगा और डायमंड हार्बर जैसी घटना होने से खुद का बचाव हो सकेगा।

बीजेपी ने जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को सुनियोजित बताया
उधर, बीजेपी ने डायमंड हार्बर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को सुनियोजित बताते हुए आरोप लगाया कि इससे पता चलता है कि पश्चिम बंगाल में कानून नाम की कोई चीज़ नहीं है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने एक दिन पहले कहा था कि हमले में बीजेपी नेता जख्मी हुए हैं और नड्डा इसलिए सुरक्षित हैं, क्योंकि वह बुलेट प्रूफ कार में थे।

 

बंगाल की गिरती कानून व्यवस्था पर राज्यपाल से मिले नेता प्रतिपक्ष
उधर, पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक अब्दुल मन्नान ने सोमवार को राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बताया कि अब्दुल मन्नान ने राजनीतिक हिंसा में वृद्धि और कानून और व्यवस्था में गिरावट पर गंभीर चिंता व्यक्त की। साथ ही उन्होंने राजनीतिक रूप से प्रेरित पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी चिंता जताई है। नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की गुहार लगाई है ताकि मतदान निष्पक्ष तरीके से हो सके।

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