विधायक सोमनाथ भारती को सुल्तानपुर की एमपी-एमएलए विशेष अदालत से शुक्रवार को जमानत मिल गई है। इसके बावजूद उन्हें अभी जेल में ही रहना होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी के अस्पतालों पर आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में भारती के खिलाफ रायबरेली और अमेठी में दो केस दर्ज हुए थे। इनमें से एक में उन्हें जमानत मिली है।
उनके खिलाफ दर्ज दूसरे मामले की सुनवाई शनिवार को होगी। तब तक भारती को जेल में ही रहना होगा। कोर्ट में भारती के मामले की पैरवी करने वाले वकील रुद्र प्रताप सिंह ने बताया कि न्यायालय ने निजी मुचलके पर एक केस में इस शर्त के साथ उन्हें जमानत दे दी है कि वह गवाहों को धमकाने का प्रयास नहीं करेंगे और सुनवाई के दौरान कोर्ट में मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 11 जनवरी को भारती, रायबरेली गेस्ट हाउस से निकलकर एक सरकारी प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण करने जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
इसके बाद भारती की पुलिसवालों से काफी तीखी बहस हुई। इसी दौरान एक युवक ने भारती पर स्याही भी फेंक दी। भारती की उस युवक के साथ भी तीखी नोंकझोंक हुई। दोनों तरफ से जमकर अप्रिय शब्दों का इस्तेमाल हुआ। इसके बाद पुलिस ने भारती को गेस्ट हाउस में ही रोक लिया। आरोप है कि भारती पर स्याही से हमला इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने उत्तर प्रदेश के अस्पतालों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पुलिस का कहना है कि भारती को समूहों के बीच शत्रुता फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
एक वीडियो लिंक में आप विधायक कथित तौर पर हिन्दी में यह कहते देखे गए है कि ‘अस्पतालों में बच्चे तो पैदा हो रहे हैं लेकिन कुत्तों के बच्चे पैदा हो रहे हैं।’ स्याही हमले के थोड़ी ही देर बाद भारती ने एक वीडियो क्लिप रिट्वीट किया जिसमें वह महिला अत्याचारों की बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपशब्दों का प्रयाग करते सुने गए। रायबरेली पुलिस के अनुसार सोमनाथ भारती को भाजपा कार्यकर्ता सोमनाथ साहू द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। यह शिकायत उत्तर प्रदेश की महिलाओं के खिलाफ पिछले हफ्ते उनकी कथित टिप्पणियों को लेकर दर्ज कराई गई है।