Sunday, October 6, 2024
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राहुल गांधी का वीडियो सही निकला,अब वही रोना शुरू, कांग्रेस की हिंदू बांटी योजना विफल

वीडियो तो सही निकला…

कोई वीडियो को बता रहा था, Deepfake, को कह रहा एडिटेड… राजा-महाराजाओं पर राहुल गाँधी के बयान के बाद बैकफुट पर कॉन्ग्रेस, जातिवादी हैंडल्स भी कर रहे बचाव

कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी की राजा-महाराजों को लेकर अपमानजनक वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कॉन्ग्रेस अब बैकफुट पर है। इस पर डैमेज कंट्रोल का प्रयास हो रहा है। राहुल गाँधी के इस बयान पर गुजरात में चर्चा जोरों पर है क्योंकि इससे पहले क्षत्रिय समाज का एक धडा भाजपा नेता परषोत्तम रुपाला के राजा महाराजों को लेकर ऐसे ही बयान पर भाजपा का बहिष्कार कर रहा था।

अब यह प्रश्न उठ रहा है कि जब परषोत्तम रुपाला की टिप्पणियों के कारण भाजपा के बहिष्कार का अभियान कई समूहों ने चलाया, तो क्या अब ऐसा ही अभियान कॉन्ग्रेस और राहुल गाँधी के विरुद्ध चलाया जाएगा। वहीं इस बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि राहुल गाँधी का यह वीडियो फर्जी है और इसे साजिश के तहत बनाया गया है।

फेसबुक और व्हाट्सएप पर भी ऐसी कई पोस्ट घूम रही हैं जिनमें लिखा है, “क्षत्रिय समाज जोग का यह विशेष सन्देश है। क्षत्रिय समाज की एकता और क्षत्रिय समाज को दूसरे समाज से मिले समर्थन को देख कर भाजपा को अपनी हार स्पष्ट रूप से दिख रही है। भाजपा हार से बचने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।”

इसके बाद दावा किया गया कि भाजपा के आईटी सेल ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी का एक फर्जी वीडियो वायरल करना चालू किया है जो कि डीपफेक है और हैक करके बनाया गया है। इस सन्देश में आगे लिखा गया कि हम इस वीडियो के कारण रास्ते से भटकेंगे नहीं और हमारा लक्ष्य निष्पक्ष रहना है। यह सन्देश कई सोशल मीडिया पोस्ट की कमेंट्स में दिख रहा है लेकिन यह तथ्यों से परे है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले राहुल गाँधी के जिस बयान को झुठलाने की बात हो रही है, वह एकदम सच है। ऐसा भी नहीं है कि यह वीडियो पुराना है और अब वायरल किया जा रहा है। यह वीडियो हाल का ही है, राहुल गाँधी ने राजा महाराजों से सम्बन्धित यह बयान कर्नाटक के बेल्लारी में शुक्रवार (26 अप्रैल, 2024) को दिया था।

राहुल गाँधी ने यहाँ कहा था, “संविधान देश के लोगों को आरक्षण और अधिकार देता है। संविधान से पहले गरीब, पिछड़ों, दलितों और जनजातियों को इस देश में कोई भी अधिकार नहीं मिला हुआ था। यहाँ राजा महाराजों का राज था, जो उनकी मर्जी में आता था, करते रहते थे। अगर उनको किसी को जमीन चाहिए होती थी, तो वह उसे ले लेते थे।”

यह बोलते राहुल गाँधी की वीडियो उनके यूट्यूब चैनल पर अपलोड भी की गई है। यह वीडियो 26 अप्रैल को अपलोड की गई है। राहुल गाँधी का बयान नीचे लगे वीडियो में 3 मिनट 39 सेकंड के बाद सुना जा सकता है। इसका स्पष्ट अर्थ है कि यह वीडियो भाजपा आईटी सेल या अन्य किसी द्वारा एडिट नहीं किया गया और ना ही डीपफेक बनाया गया ।

निष्कर्ष के रूप में यह कहा जा सकता है कि यह दावा कि राहुल गाँधी का राजा-महाराजों पर दिया गया बयान फर्जी या डीपफेक नहीं है। इसका वीडियो भी यूट्यूब पर पड़ा हुआ है जिस्मने जिसमें यह हिस्सा स्पष्ट से सुना जा सकता है।

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