पुलिस ने करोड़ों रुपए की जबरन वसूली के आरोप में अपने ही अपने ही विभाग के सब इंस्पेक्टर राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया है। इसकी गिरफ्तारी डीसीपी साउथ की टीम ने की है। दिल्ली पुलिस के आरोपी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर पर एक बिल्डर से 2 करोड़ रुपए देने की मांग की थी। पैसा न देने पर बिल्डर को पुलिस केस में फंसाने की धमकी दी थी। दिल्ली के हौज खास थाने की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। उन्हें फिलहाल जेल भेज दिया गया है। इससे पहले इस मामले में चार और लोगों की गिरफ्तारी की गई थी।
साउथ दिल्ली में तैनात एक सहायक सब इंस्पेक्टर के साथ उसके सहयोगी को नामी बिल्डर से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद उसे कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया।
दरअसल इसी साल जून महीने में दक्षिण दिल्ली के हौज खास पुलिस स्टेशन पर शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके मुताबिक, बिल्डर के पिता के पास एक फोन आया था, जिसमें फोन करने वाले ने अपना नाम गैंगस्टर काला बताते हुए 2 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसमें यह भी धमकी दी गई थी कि अगर पुलिस में शिकायत दी और उसक मांग नहीं मानी तो जान से मार दिया जाएगा।
मिल चुका है गैलेंट्री अवार्ड
राजबीर सिंह दिल्ली पुलिस में बेहतरीन काम के लिए गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर है। वहीं दिल्ली पुलिस ने एएसआई समेत इस गैंग से जुड़े 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। राजबीर सिंह फिलहाल साउथ वेस्ट की पीसीआर यूनिट में तैनात था, इससे पहले वो स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच में भी तैनात रह चुका है।
जांच में सामने आया एएसआई का नाम
जांच में पाया गया कि रणबीर सिंह बिल्डर को घूस मांगने की धमकी देने वाले प्रमोद उर्फ काले के संपर्क में था। एएसआइ पर आरोप है कि उसने अपने एक सहयोगी की मदद से प्रमोद उर्फ काले की मदद की थी। जांच के दौरान मामले का खुलासा होने पर एएसआइ रणबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
‘एएसआई राजबीर सिंह ही गैंग का मास्टरमाइंड’
14 जुलाई को राजबीर सिंह से शिकायतकर्ता को बुलाकर इस मामले में बातचीत भी थी, जांच में ये भी साफ हुआ कि गैंगस्टर प्रमोद को शिकायतकर्ता का मोबाइल नम्बर राजबीर ने ही दिया था और ये भी कहा था कि अगर बिल्डर 2 करोड़ रुपये न दे तो बिल्डर के बेटे की कार पर फायरिंग कर दी जाए, पुलिस के मुताबिक एएसआई राजबीर सिंह ही इस गैंग का मास्टरमाइंड है।