गिलगित-बल्तिस्तान, पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के भीतर एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है जिसे पहले उत्तरी क्षेत्र या शुमाली इलाक़े के नाम से जाना जाता था। यह पाकिस्तान की उत्तरतम राजनैतिक इकाई है। इसकी सीमायें पश्चिम में खैबर-पख़्तूनख्वा से, उत्तर में अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे से, उत्तरपूर्व में चीन के शिन्जियांग प्रान्त से, दक्षिण में आज़ाद कश्मीर और दक्षिणपूर्व में भारतीय जम्मू व कश्मीर राज्य से लगती हैं। गिलगित-बल्तिस्तान का कुल क्षेत्रफल 72,971 वर्ग किमी (28,174 मील²) और अनुमानित जनसंख्या लगभग दस लाख है। इसका प्रशासनिक केन्द्र गिलगित शहर है, जिसकी जनसंख्या लगभग 2,50,000 है।
1970 में “उत्तरी क्षेत्र” नामक यह प्रशासनिक इकाई, गिलगित एजेंसी, लद्दाख़ वज़ारत का बल्तिस्तान ज़िला, हुन्ज़ा और नगर नामक राज्यों के विलय के पश्चात अस्तित्व में आई थी। पाकिस्तान इस क्षेत्र को विवादित कश्मीर के क्षेत्र से पृथक क्षेत्र मानता है जबकि भारत और यूरोपीय संघ के अनुसार यह कश्मीर के वृहत विवादित क्षेत्र का ही हिस्सा है। कश्मीर का यह वृहत क्षेत्र सन 1947 के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का विषय है।
ट्विटर पर आया गिलगित-बाल्टिस्तान का ‘ऑफिसियल’ एकाउंट, लोगों में खास चर्चा का विषय
भारतीय मौसम विभाग (IMD) और दूरदर्शन न्यूज़ के गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद का मौसम का हाल बताने के बाद इस क्षेत्र से सम्बंधित घटनाएँ तेजी से जन्म लेती जा रही हैं।
ट्विटर पर गिलगित-बाल्टिस्तान का एक एकाउंट @GB_Ladakh_India चर्चा का विषय है, जिसे गिलगित-बाल्टिस्तान का आधिकारिक ट्विटर एकाउंट बताया जा रहा है। हालाँकि इसकी अभी तक किसी भी प्रकार की कोई आधिकारिक घोषणा जारी नहीं हुई है।
यह एकाउंट मई, 2020 में ही तैयार किया गया है, जिसे काफी तेजी से लोग फॉलो कर रहे हैं। फिलहाल इसे 13 हजार से अधिक फोलोअर्स फॉलो कर चुके हैं। इस एकाउंट के विवरण में ‘गिलगित-बाल्टिस्तान, लद्दाख (केंद्र शासित प्रदेश), भारत का आधिकारिक ट्विटर एकाउंट’ लिखा गया है।
इसकी लोकेशन गिलिगिट-बाल्टिस्तान, लद्दाख (UT) दर्शाई गई है। और इसके साथ भारतीय केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख की आधिकारिक वेबसाइट का लिंक ladakh(डॉट)nic(डॉट)in भी दी गई है। इस एकाउंट से अभी तक मात्र तीन ट्वीट किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता के बाद से ही गिलगित-बाल्टिस्तान पर पाकिस्तान ने कबायली उग्रवादियों की मदद से अवैध कब्जा कर लिया था। यह एक बार फिर से हाल ही में तब चर्चा में आया जब पाकिस्तान सरकार ने वहाँ चुनाव करवाने के निर्देश दिए और भारत सरकार ने पाकिस्तान से इस इलाके से पीछे हटने की नसीहत दी।
इस एकाउंट को लेकर सोशल मीडिया में भी खूब चर्चा हो रही हैं –
हाल ही में भारत सरकार ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान को लेकर एक बड़ा फैसला लिया और देश में मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली संस्था भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने पूर्वानुमान सूची में गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद को शामिल किया है।
इस पर IMD के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद को भी मौसम बुलेटिन में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि ये भी भारत के हिस्से हैं इसलिए हमने इन्हें मौसम बुलेटिन में शामिल किया है।
इसके बाद से दूरदर्शन न्यूज़ चैनल ने भी अपने मौसम समाचारों में इस क्षेत्र के समाचारों को भी भारतीय क्षेत्र में शामिल कर दिया है।