ममता बनर्जी ने फिर पेंटिंग बनाई है गयी बार की पेंटिंग 1 करोड़ 80 लाख में बिकी थी।इस बार सोशल मीडिया में लोग हंसते हुए दोहरे हो गए।
फेफड़ा, जला हुआ टोस्ट, केजरीवाल या बत्तख…’ ममता ने व्हील चेयर पर बैठकर बनाई पेंटिंग: लोगों ने जमकर उड़ाया मजाक
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी खेला अपने चरम पर है। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कई रूपों से जनता का सामना हुआ। बताया जा रहा है कि सियासी ड्रामा क्वीन ने चुनाव आयोग के 24 घंटे के लिए चुनावी प्रचार पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर अपना धरना खत्म कर दिया है।
पिछले महीने चोटिल हुई ममता आज व्हील चेयर से मायो सड़क पहुँची थीं। यहाँ धरने पर बैठे-बैठे उन्होंने पेंटिंग बनाई। सोशल मीडिया पर टीएमसी नेता की पेंटिंग बनाते हुए कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि वह पेंटिंग बनाते हुए कितनी गंभीर हैं। हालाँकि, उनकी गंभीरता और पेंटिंग सोशल मीडिया यूजर्स को बिल्कुल भी रास नहीं आई। इसको लेकर सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है।
सरदार सिंह लक्की नाम के यूजर ने फनी ट्वीट करते हुए उन पर तंज कसते हुए कहा, “ये क्या बनाई है भाई। मुझे तो ये केजरीवाल दिख रहा है।” उनके ट्वीट पर रिएक्शन देते हुए एक अन्य यूजर ने लिखा कि ये तो लंग्स के X-ray का प्रिंट आउट लग रहा है।
एक अन्य यूजर ने उनकी पेंटिंग की तुलना जले हुए ब्रेड से करते हुए कहा कि बहुत हो गया, अब ये सब बंद करो। इस पर एक शख्स ने रिएक्शन देते हुए लिखा कि साक्षी जोशी को यह जानकर राहत मिली होगी कि दीदी आज कई बार बाथरूम जाने के लिए ब्रेक ले सकती हैं।
एक यूजर ने मुख्यमंत्री को लेकर तंज कसते हुए कहा कि खुदके दिमाग की दशा केनवास पर उतार रही है। किसी ने लिखा कि माँ माटी मजनू (भाई)।
ट्वीटर पर शास्त्री सार नाम के यूजर ने लिखा कि ये दीदी ने अमीबा क्यों बनाया है। 2 मई के बाद मेडिकल चेकअप करवाने वाली हैं क्या?
एक यूजर ने तंज करते हुए लिखा कि धूम्रपान करने से आपके फेफड़ों में इतना टार जमा हो सकता है। बताया जा रहा है कि इस दौरान ममता के पास किसी भी टीएमसी नेता और उनके समर्थकों को नहीं देखा गया। वह यहाँ अकेली बैठी थीं।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने बनर्जी द्वारा केंद्रीय बलों के खिलाफ बयानों और कथित धार्मिक प्रवृति वाले बयान के कारण 24 घंटे तक उनके चुनावी प्रचार पर रोक लगा दी थी। इसको लेकर ममता ने चुनाव आयोग की निंदा करते हुए इसे असंवैधानिक एवं अलोकतांत्रिक फैसला बताते हुए इसके खिलाफ मंगलवार को शहर में धरना देने को कहा था।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में आठ में से चार चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बाकी चार चरणों का मतदान 17 अप्रैल से 29 अप्रैल के बीच होगा। नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएँगे।