Friday, October 4, 2024
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लालू प्रसाद यादव वापस वार्ड में भर्ती,एक फोन ने खत्म कर दिया बंगले के मज़ा

लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले से जुड़े कई केसों में जेल की सजा सुनाई गई है। लेकिन वह सजा भुगतने की बजाया रिम्स निदेशक के बंगले का आनंद उठा रहे थे। उन्हें कोरोना से बचाने के लिए इस साल अगस्त में बंगले में शिफ्ट किया गया, तो ब्रिटिशकाल में बने इस केली बंगले में उनके लिए दो अटेंडेट लगाए गए। इस घर में 4 बेडरूम, दो डाइनिंग रूम, एक स्टडी रूम और दो बड़े बरामदे व एक किचन है। इसके अलावा इस घर के भीतर कई फल वाले पेड़ों का बगीचा भी है।

लालू यादव के केली बंगले में रहने के कारण रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर मोरादाबादी गेस्ट हाउस में रुके हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि निदेशक के बंगले से ही लालू ने बिहार चुनावों को मैनेज किया। यह बंगला पॉश इलाके में बना है। इससे पूर्व लालू 1000 रुपए प्रति दिन के हिसाब से रिम्स के वार्ड का खर्चा दे रहे थे।

जानकारी के लिए बता दें कि साल 2017 में चारा घोटाला में लालू प्रसाद यादव को बिरसा मुंडा जेल में रखा गया था। इसके कुछ दिन बाद उन्हें स्वास्थ्य कारणों से रिम्स में शिफ्ट किया गया और तबसे वे वहीं है। उन्हें दिल और किडनी संबंधी समेत कई स्वास्थ्य समस्याएँ हैं। वह डायबिटीज और हाइपरटेंशन के भी मरीज हैं।

लालू प्रसाद यादव की कथित तौर पर वायरल हुई ऑडियो क्लिप के बाद गुरुवार (नवंबर 26, 2020) को भाजपा विधायक ललन कुमार ने उनके खिलाफ पटना में केस दर्ज करवाया।

इस एफआईआर में दावा किया गया है कि लालू प्रसाद यादव ने NDA के विधायक ललन पासवान को बिहार विधानसभा अध्यक्ष चुनाव में वोट नहीं करने के लिए कहा था। इस ऑडियो क्लिप को कल सुशील मोदी ने ट्विटर पर शेयर किया था।

बता दें कि वायरल ऑडियो के बाद एक ओर जहाँ लालू प्रसाद यादव के खिलाफ पटना में मुकदमा दर्ज हुआ है, वहीं दूसरी ओर उनको एक बार फिर रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। इससे पहले वह रिम्स निदेशक के बंगले में रह रहे थे।

जानकारी के मुताबिक राजद प्रमुख 29 अगस्त 2018 को रिम्स के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में भर्ती हुए थे, जहाँ से 5 सितंबर 2018 को उन्हें पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। लेकिन बीते 5 अगस्त को वह कोरोना के चलते रिम्स निदेशक बंगले में शिफ्ट हुए और आज (26 नवंबर) उन्हें फिर से वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
बिहार विधानसभा के स्पीकर चुनाव के लिए एनडीए की तरफ से विजय कुमार सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया था। वहीं महागठबंधन ने अवध बिहारी को उम्मीदवार बनाया था। ऐसे में सुशील मोदी ने कल एक ऑडियो क्लिप शेयर कर दावा किया कि जेल में सजा काट रहे लालू यादव विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं।

उनके द्वारा शेयर किए गए ऑडियो क्लिप में एक व्यक्ति फोन करता है और पूछता है कि क्या उधर से विधायक जी बोल रहे हैं? फोन उठाने वाला व्यक्ति खुद को विधायक का PA बताता है। इसके बाद फोन करने वाला व्यक्ति विधायक को फ़ोन देने को कहता है और बताता है कि लालू प्रसाद यादव उनसे बात करेंगे। साथ ही ये भी बताता है कि उसने राँची से कॉल किया है। विधायक के कॉल उठाते ही लालू यादव उन्हें चुनावी जीत की बधाई देते हैं और विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव से गैरहाजिर होने को कहते हैं।

इसके बाद लालू यादव कहते हैं, “फिर तो स्पीकर हमारा हो जाएगा तो हम लोग देख लेंगे न।” सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने ऐसा कर के अपनी असलियत दिखा दी है।

सुशील मोदी द्वारा शेयर किए गए ऑडियो क्लिप में लालू यादव विधायक से कहते हैं, “अच्छा सुनो। हम लोग तुमको आगे भी आगे बढ़ाएँगे। कल जो स्पीकर का चुनाव है, उसमें हम लोगों का साथ दो। हम लोग तुम्हें मंत्री बनाएँगे। कल तो इसको हम गिरा देंगे।” जब विधायक कहते हैं कि वो पार्टी में हैं तो लालू यादव कहते हैं कि पार्टी में हो तो अनुपस्थित हो जाओ, कह दो कि कोरोना हो गया है।

 

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