Sunday, December 22, 2024
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3 मुसलमानों ने किया हिन्दू लड़की का बलात्कार,हत्या कर लाश फेंकी

हिन्दू लड़की हुई शिकार 3 इस्लामी जिहादियों की

इस्लामाबाद: 1947 में भारत से अलग होकर मुस्लिम मुल्क बना पाकिस्तान अपनी कट्टरपंथी करतूतों के कारण राजनितिक अस्थिरता, कंगाली, आतंकी हमले जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। लेकिन, अब भी उसके सिर से कट्टरपंथ का भूत उतरने का नाम नहीं ले रहा है और वो हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है। आए दिन पाकिस्तान से कट्टरपंथियों द्वारा अल्पसंख्यकों (हिन्दू, सिख, बौद्ध, ईसाई) पर अत्याचार की ख़बरें आती रहती हैं। अब पाकिस्तान के चोलिस्तान रेगिस्तान में एक हिन्दू लड़की के सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई है। ये जघन्य वारदात कासिम वाला बँगला इलाके में हुई।

 

वैसे, भारत के पाठकों से माफ़ी मांगते हुए हम ये जानकारी देना चाहते हैं कि, मृतक लड़की की ‘जाति’ का पता नहीं चल सका है। वो हिन्दू थी, इसका पता ऐसे चला है, क्योंकि वारदात के बाद आक्रोशित हिन्दुओं ने वहां विरोध प्रदर्शन किया है। विरोध प्रदर्शन करने वालों हिन्दुओं में कितने लोग किस जाति के थे, इसकी भी कोई जानकारी नहीं है। वैसे वहां जाति से इतना कोई फर्क भी नहीं पड़ता, क्योंकि कट्टरपंथी ऊंच-नीच का भेद नहीं करते, चाहे ठाकुर की बेटी हो, या भील की, वो सबके साथ एक जैसी ही दरिंदगी करते हैं। दरअसल, कट्टरपंथियों की नज़रों में तो सारे मूर्तिपूजक (काफिर) नापाक ही हैं। ये बात शायद वहां के हिन्दुओं को भी समझ आ गई है, इसलिए वे भी एकजुट (यानि सभी जातियां मिलकर) होकर अत्याचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हैं, ताकि दबाव में ही सही, दोषियों पर कोई कार्रवाई हो जाए।

इसी दबाव के बाद देरावर पुलिस थाने ने इस मामले में 3 लोगों की गिरफ्तारी की है। बता दें कि, इलाके के रहने वाले हिन्दुओं में ज्यादातर गरीब हैं और बेबसी वाला जीवन जीने के लिए विवश हैं। पुलिस ने लड़की का शव बरामद कर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। लड़की के पिता ने जानकारी दी है कि उसका अपहरण तब किया गया, जब वो शौच करने गई हुई थी। इसके बाद गुरुवार (5 अक्टूबर, 2023) को भुट्टा नहर के पास उसका शव बरामद हुआ।

 

बता दें कि, पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों का अपहरण, उनका जबरन इस्लामी धर्मांतरण और फिर किसी अधेड़ मुस्लिम से जबरदस्ती उनका निकाह करा दिया जाना आम बात है। अकेले साल 2023 के पहले 2 महीने में ही ऐसे 42 मामले सामने आए थे, ये वो मामले थे, जिन्हे वहाँ की स्थानीय मीडिया ने कवर किया था। कितने ही ऐसे मामले हैं, जो सामने ही नहीं आते, सामने आते भी हैं, तो पुलिस उनमे कार्रवाई नहीं करती। पुलिस यह कहकर पीड़ितों को टरका देती है कि, तुम्हारी बेटी ने इस्लाम कबूल कर लिया है और फिर कोर्ट में वो कागज दिखा दिया जाता है, जो लड़की को मार-पीटकर उससे साइन करवाया गया है।

पाकिस्तान के एक स्थानीय पत्रकार ने भी ट्वीट कर जानकारी दी है कि बहावलपुर का क्षेत्र अल्पसंख्यकों के लिए जरा भी सुरक्षित नहीं है, हालाँकि ये बात पूरे पाकिस्तान पर सटीक बैठती है। तभी तो वहां से पलायन कर हिन्दू और सिख भारत शरण लेने आते हैं। जिस लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई, उसका नाम करिश्मा माही बताया जा रहा है। बता दें कि, हाल ही में सिंध प्रांत में मुस्लिम डॉक्टरों द्वारा सामूहिक बलात्कार किए जाने के बाद हिंदू लड़की की हत्या किए जाने का मामला सामने आया था। पीड़िता किडनी का उपचार कराने के लिए हॉस्पिटल पहुंची थी। जहाँ डॉक्टरों ने ही नशीला पदार्थ खिलाकर उसका गैंगरेप किया था और फिर हत्या कर दी थी।

इससे पहले सिंध प्रांत में ही एक हिंदू महिला पर जबरदस्ती इस्लाम मजहब अपनाने का दबाव डाला जा रहा था। महिला ने जब धर्म परिवर्तन करने से इनकार किया, तो उसका किडनैप कर लिया गया और फिर तीन दिनों तक उसका बलात्कार किया गया था। महिला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर अपनी आपबीती बताई थी। इसी प्रकार सिंध प्रांत में कुछ मुस्लिम युवकों ने अलमख भील की बेटी के साथ गंदी हरकत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

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