अंधेरे में देवी बन प्रकट होता था अल्ताफ, रुपयों का ढेर लगाने का आशीर्वाद देकर चला जाता: तांत्रिक बन मूसा चला रहा था ठगी का गिरोह, 10 गिरफ्तार
गुजरात के गिर सोमनाथ में तांत्रिक बनकर लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गुजरात पुलिस ने अल्ताफ और मूसा समेत 10 ठगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब भी गिरोह के 4 सदस्यों की तलाश कर रही है। जानकारी के मुताबिक बहरूपिए अल्ताफ और मूसा तंत्र विद्या से पैसा बढ़ा देने का लालच देकर लोगों से ठगी करते थे। ठगों के पास से काफी मात्रा में सोना, नकदी और कई सामान बरामद हुए हैं।
पुलिस के अनुसार पूरा गिरोह फिल्मी अंदाज में ठगी की घटना को अंजाम देता था। लोगों को विश्वास में लेने के लिए अंधेरे और छल का सहारा लिया जाता था। अल्ताफ मूसा देवी का रूप धरकर अंधेरे में प्रकट होता था और रुपयों का ढेर लगा देने का आशीर्वाद देता हुआ चला जाता था। गैंग के ही कुछ लोग नकली पुलिस बन जाते थे और फर्जी छापेमारी कर रकम हजम कर जाते थे।
दी गई शिकायत के अनुसार 2 साल पहले अल्ताफ मूसा ने राजकोट में हरीशभाई साधु (हरकिशन गोस्वामी) से मित्रता की। भगवा कपड़ों को देखकर अल्ताफ ने हरीशभाई से पूछा कि क्या वो कोई आश्रम चला रहे हैं। इस पर हरीशभाई ने कहा कि पैसों की कमी की वजह से वे आश्रम नहीं चला पा रहे हैं। पैसों की कमी की बात सुनते ही अल्ताफ ने उन्हें झाँसे में लेना शुरू किया। उसने कहा कि उसके पिता मूसा बापू बहुत बड़े तांत्रिक हैं, जो तंत्र विद्या से 500 करोड़ रुपए तक जमा करा सकते हैं। उसने दावा किया कि मूसा को माताजी खुद दर्शन देती हैं।
दी गई जानकारी के अनुसार हरीश भाई को झाँसे में लेकर अल्ताफ अपने गाँव पहुँचा। रात के अंधेरे में अल्ताफ के अब्बू मूसा ने एक कुंड बनाकर हरीश भाई को उसमें प्रवेश करा दिया और मंत्र जाप के बाद माताजी के प्रकट होने का दावा करने लगा। अंधेरे का फायदा उठाकर अल्ताफ ने लंबे बाँस की मदद से अपना शरीर 8 फीट से भी ऊँचा कर लिया। उसने अपने सिर पर हेलमेट पहन लिया और काले कपड़े पहनकर सामने प्रकट हुआ।
मूसा ने कहा कि माता उसे 500 करोड़ रुपए का आशीर्वाद दे सकती हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ विधि और प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ेगा। बाप-बेटे ने हरीश भाई से प्रक्रिया पूरी करने के लिए सामाग्री के नाम पर 5 लाख रुपए ऐंठ लिए। इसके बाद उसने और पैसों की माँग की। इस दौरान विश्वास बनाए रखने के लिए हरीश भाई को अल्ताफ माता जी बनकर दर्शन देता रहा। अल्ताफ और मूसा ने हरीश भाई से कहा कि आपके घर पर अनुष्ठान पूरा हो पाएगा और तभी 500 करोड़ रुपए मिल सकेंगे।
उन्होंने हरीश भाई से लिए पैसों में कुछ रकम मिला कर उन्हें लौटा दिया और घर पर होने वाले अनुष्ठान की तैयारी के लिए कहा। अनुष्ठान वाले दिन हरीश भाई के घर पहुँचे मूसा ने प्रक्रिया के लिए लाए गए सामान की जाँच करने के लिए कहा। जाँच के दौरान ‘चमत्कारिक तेल’ की शीशी खाली थी। इस पर मूसा ने कहा कि इस तेल को संभवत: रास्ते में किसी डायन ने पी लिया है। तेल दोबारा मँगवाने के लिए 5.5 लाख रुपए की आवश्यकता होगी। हरीश भाई ने किसी तरह 5.5 लाख रुपए जुटाए और मूसा को दे दिया।
इस घटना के बाद मूसा ने हरीश भाई को फिर से अपने गाँव में बुलाया, जहाँ एक बार फिर से माताजी प्रकट हुईं। इस बार माता जी बनी अल्ताफ ने समारोह के अंतिम चरण में प्रवेश के लिए कुँवारी कन्या की खोपड़ी (कलिकुल) माँगी। 3 लाख रुपए लेकर उसी व्यक्ति ने कुँवारी कन्या की खोपड़ी दे दी, जिसने चमत्कारी तेल का इंतजाम किया था। मूसा ने खोपड़ी पर पानी छिड़क कर इसकी जाँच की और इसे सही पाया।
इसके बाद सभी हरीश भाई के घर बाकी की रस्म अदा करने के लिए रवाना हुए। रास्ते में पुलिस ने छापा मारा और मूसा को गिरफ्तार कर लिया गया। कुछ दिनों के बाद हरीश भाई को तांत्रिक बने मूसा का फोन आया। मूसा ने कहा कि प्रक्रिया पूरी न होने की वजह से माता नाराज हो गई हैं। अब अनुष्ठान पूरा नहीं हो सकता और फोन काट दिया। दरअसल, रास्ते में छापा मारने वाली पुलिस भी इस फर्जी तांत्रिक के गिरोह के लोग ही थे। तांत्रिक ने अपनी झूठी गिरफ्तारी दिखाई थी। गिरोह ने अलग-अलग तरीके से हरीश भाई से करीब 15 लाख रुपए लूट लिए थे।
इसके बाद हरीश भाई ने पुलिस की मदद ली। पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक तांत्रिक क्रिया के नाम पर मूसा और उसे गिरोह ने लोगों से अब तक 90 लाख रुपए से ज्यादा की रकम ऐंठी है। उसने बिना जहर वाले साँप से कटवाकर अपने ही दोस्त को चुना लगाया और माता जी को चढ़ाने के नाम पर सोने का साँप बनवा लिया।
पुलिस हिरासत में मूसा ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दोस्तों के अलावा उसने राजकोट के कुवड़वा के रहने वाले एक शख्स को 700 करोड़ रुपए बरसाने के बहाने 25 लाख रुपए नकद और 11 तोले से अधिक के सोने का साँप ऐंठ लिया।इससे पहले मूसा ने 2500 करोड़ रुपये जमा करने का लालच देकर राजकोट के ही एक व्यक्ति से 35 लाख नकद और 32 तोले वजनी सोने का साँप खरीदवा लिया।
इनके अलावा मूसा और उसके गिरोह ने अहमदाबाद के भी कई लोगों से लाखों की ठगी की है। पुलिस ने इनके पास से नकली खोपड़ी, साँप, तांत्रिक क्रिया में प्रयोग होने वाले सामान, मोबाइल और नगदी बरामद किया। पुलिस ने मूसा के पास 6.46 लाख रुपए की नगदी, 21 तोला सोना समेत 19 लाख की संपत्ति जब्त की है। मूसा के अलावा पुलिस ने अल्ताफ मूसा, सिकंदर शमदार, अब्दुल उर्फ वकील बलोच, अब्दुल मजगुल, इम्तियाज उर्फ यूसुफ समा, नजीम रफाई, जगदीश तिलावत, दीपक चौहान और वाजेसिंह उर्फ कालू जाला नाम के लोगों को गिरफ्तार किया है।
घटना सामने आने के बाद गुजरात पुलिस ने लोगों से ऐसे ठगों से सावधान रहने और उनके बहकावे में न आने की अपील की है। पुलिस ने कहा है कि यदि कोई इस तरह की ठकी का शिकार हुआ है तो बिना डरे पुलिस के पास आ सकता है ताकि पुलिस पीड़ित की मदद कर सके।