बाला साहेब ठाकरे के नाम से बनी पार्टी,अध्यक्ष बाला साहेब का बेटा और चुनाव प्रचार कर रहा है इस्लामी आतंकवादी
लोकसभा चुनाव में आतंकी की एंट्री! मुंबई ब्लास्ट केस में 10 साल की जेल काट चुका है इकबाल मूसा: अब उद्धव ठाकरे के कैंडिडेट के लिए माँग रहा वोट
लोकसभा चुनाव 2024 में अब आतंकवादी भी चुनाव प्रचार कर रहे हैं, वो भी बाला साहेब ठाकरे के सुपुत्र उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना के कैंडिडेट के लिए। आतंकवादी का नाम इकबाल मूसा है। वो मुंबई ब्लास्ट 1993 के दौरान आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करता था। उसे 10 साल जेल की सजा भी हुई थी। अब वो मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट से शिवसेना-यूबीटी के कैंडिडेट अमोल कीर्तिकर के लिए चुनाव प्रचार कर रहा है और आम जनता से वोट माँग रहा है।
अमोल कीर्तिकर वही व्यक्ति हैं, जिन्हें टिकट देने के विरोध में संजय निरूपम ने कॉन्ग्रेस पार्टी छोड़ दी थी और उन्हें ‘खिचड़ी चोर’ कहा था। अमोल पर कोरोला काल के दौरान खिचड़ी घोटाले का आरोप है, उनसे ईडी भी पूछताछ कर चुकी है। हालाँकि इस लोकसभा चुनाव में अमोल कीर्तिकर उद्धव ठाकरे के भरोसेमंद साथी हैं और उनके लिए उद्धव ठाकरे ने कॉन्ग्रेस से भी पंगा लेने में गुरेज नहीं किया। अब उन्हीं अमोल कीर्तिकर के चुनाव प्रचार में इकबाल मूसा जैसा दुर्दांत आतंकी उतरा है और उनके लिए वोट माँग रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इब्राहीम मूसा के चुनाव प्रचार का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए प्रीति गाँधी ने लिखा, “मुंबई ब्लास्ट 1993 का दोषी इब्राहीम मूसा उद्धव ठाकरे की शिवसेना के कैंडिडेट अमोल कीर्तिकर के लिए प्रचार करता दिखा है। उसने मुंबई ब्लास्ट से पहले संजय दत्त के घर पर हथियार पहुँचाए ते। ये बात (इब्राहीम मूसा का चुनाव प्रचार) माफी के काबिल नहीं है।”
बीजेपी विधायक बोले, ये वीडियो में दिख रहा-कौन पाकिस्तान के साथ
बीजेपी एमएलए अमित साटम ने कहा कि उद्धव की पार्टी आतंकी के साथ है। कल शाम मुंबई नॉर्थ वेस्ट में प्रचार के दौरान उद्धव गुट के नेता के साथ 1993 बॉम्ब ब्लास्ट आरोपी इकबाल मूसा प्रचार कर रहा था। इससे साफ है कि कौन पाकिस्तान के साथ है। अब यह लड़ाई भारत और पाकिस्तान की है।
इब्राहीम मूसा का क्या था रोल?
बता दें कि इब्राहिम मूसा वहीं आतंकवादी है, जिसने 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के समय हथियार सप्लाई किए थे। इस केस में उसे 10 साल की सजा हुई थी। बता दें कि 12 मार्च, 1993 को दोपहर में मुंबई स्टॉक एक्सचेंज पर जोर धमाका हुआ। इस धमाके से पूरी मुंबई में अफरा-तफरी मच गई थी और फिर 2.10 घंटे के भीतर ही मुंबई में 12 जगहों पर धमाके पर धमाके होते रहे।
इब्राहीम मूसा चौहान उर्फ बाबा चौहान वही व्यक्ति है, जिसने एके-56 राइफलों, मैगजीन्स, विस्फोटकों और हैंड ग्रेनेड्स की सप्लाई की थी। उसी ने एक्टर संजय दत्त के घर में अनीस इब्राहीम के कहने पर हथियार पहुँचाए थे। इब्राहीम मूसा के पास से एक एके-56 राइफल, 635 राउंड गोलियाँ, 10 मैगजीन्स और 25 हैंड ग्रेनेड्स भी बरामद हुए थे।
इन धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गई थी, तो 700 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इन धमाकों की वजह से मुंबई में सांप्रदायिक तनाव भी फैल गया था। इस धमाके में पहली बार आरडीएक्स का भी इस्तेमाल किया गया था। इस केस की सुनवाई टाडा की स्पेशल कोर्ट में हुई थी और इसे देश के सबसे अहम मुकदमों में से एक माना जाता है। इन धमाकों के पीछे दाऊद इब्राहीम जैसे दुर्दांत मुस्लिम माफिया का नाम सामने आया और वो देश छोड़कर फरार हो गया था।