उत्तर प्रदेश पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर, न्यूज एंकर राजदीप सरदेसाई समित सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। नोएडा के सेक्टर 20 थाने में इन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। अभिजीत मिश्रा नाम के एक शख्स की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि इन नामजद लोगों ने 26 जनवरी को गलत पोस्ट किए गए और दंगा भड़काने की साजिश की गई।
पुलिस को दी शिकायत में अर्पित मिश्रा ने बताया कि वह परिवार के साथ सेक्टर 74 सुपरटेक केपटाउन में रहते हैं। उनका आरोप है कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के पीछे कांग्रेस सांसद शशि थरूर, पत्रकार राजदीप सरदेसाई, पत्रकार मृणाल पांडेय, पत्रकार जफर आगा, परेशनाथ, अनन्तनाथ, विनोद के जोश और एक अज्ञात हैं।
शिकायतकर्ता ने कहा है, ”26 जनवरी 2021 को जानबूझकर कराए गए गए दंगों से अत्यंद दुखी हूं। इन व्यक्तियों ने पूर्वाग्रह की वजह से ऐसा काम किया जिससे देश की सुरक्षा और जनता का जीवन खतरे में पड़ गया। एक षडयंत्र के तहत सुनियोजित दंगा कराने और लोक सेवकों की हत्या करने के उद्देश्य से इन लोगों ने राजधानी में हिंसा और दंगे कराए।”
शिकायतकर्ता ने कहा है कि इन लोगों ने जानबूझकर गुमराह करने वाले और उकसाने वाली ऐसी खबरें प्रसारित कीं और अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि पुलिस द्वारा आंदोलनकारी एक ट्रैक्टर चालक की हत्या कर दी गई। सुनियोजित साजिश के तहत गलत जानकारी प्रसारित की गई कि आंदोलनकारी को पुलिस ने गोली मार दी। यह जानबूझकर इस उद्देश्य से कहा गया कि बड़े पैमाने पर दंगे हों और विभिन्न समुदायों के बीच तनाव उत्पन्न हो।
अर्पित ने इन सभी पर उपद्रव फैलाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर 7 नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर सात नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 153a, 153b, 295a, 298,504,506, 505, 124a, 34, 120b और 66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
Fake News फैलाने वाले पत्रकार भी यूपी पुलिस की रडार पर: राजदीप, थरूर समेत 8 पर देशद्रोह का मामला दर्ज
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में किसान प्रदर्शनकारियों के उत्पात के बाद केवल किसान नेताओं पर कार्रवाई नहीं हुई बल्कि कुछ पत्रकारों पर भी मुकदमे दर्ज हुए हैं। खबर है कि अफवाह फैलाने, हिंसा भड़काने के लिए कई पत्रकार पुलिस की रडार पर हैं। एबीपी पत्रकार विकास भदौरिया ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर पर दी है।
अंकित जैन नाम के सक्रिय ट्विटर हैंडल से भी इस संबंध में एक ट्वीट किया गया है। उन्होंने एक एफआईआर की कॉपी शेयर करते हुए लिखा, “फर्जी समाचार साझा करने के लिए महाराज जी के उत्तर प्रदेश में राजदीप, शशि थरूर और अन्य के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा हुआ है।”
अंकित ने ट्वीट में एफआईआर की कॉपी भी शेयर की है। इसमें फर्जी जानकारी साझा करने वालों में कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम है। इंडिया टुडे न्यूज एंकर राजदीप सरदेसाई का नाम है।
इसके अलावा नेशनल हेराल्ड की वरिष्ठ सम्पादकीय सलाहकार मृणाल पांडे, कौमी आवाज के जफर आगा, कारवा पत्रिका के मुख्य संपादक प्रकाशक परेशनाथ, कारवाँ पत्रिका के अनन्तनाथ व इसी पत्रिका के कार्यकारी संपादक विनोद और एक अज्ञात का नाम शामिल है।
साझा किए गए फोटो के अनुसार, एफआईआर में आरोपित बनाए गए हस्तियों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी, 295-ए, 298, 504, 506, 505 (2), 124-ए, 34, 120 बी और आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत नोएडा सेक्टर 20 थाने में मामला दर्ज हुआ है।
यहाँ मालूम हो कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के संबंध में कई जगह पुलिस को नकारात्मक दिखाने के लिए फर्जी जानकारी फैलाई गई थी। इस कड़ी में राजदीप पर पहले ही उनका संस्थान इंडिया टुडे समूह उन्हें दो हफ्तों के लिए ऑफ एयर करके कार्रवाई कर चुका है। वहीं सरदेसाई भी नाराज होकर अपने चैनल को इस्तीफा दे चुके हैं।