Friday, December 6, 2024
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इजराइल से दया की भीख मांग रहा लेबनान, यमन

Israel Lebanon War: लेबनान के दक्षिणी शहर सिडोन के पूर्व में दो इमारतों पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 24 लोग मारे …अधिक पढ़ें

बेरूत. लेबनान की सेना ने रविवार को लेबनानी जनता को ऐसी कार्रवाइयों के खिलाफ चेतावनी दी, जो संकट में फंसे देश में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकती हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि इजरायल ने शक्तिशाली ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या कर दी है. सेना ने एक बयान में कहा कि वह “नागरिकों से राष्ट्रीय एकता बनाए रखने और ऐसी कार्रवाइयों में शामिल न होने का आह्वान करती है जो इस खतरनाक और नाजुक हालात में नागरिक शांति को प्रभावित कर सकती है.”

27 सितंबर को बेरूत में इजरायल के बड़े पैमाने पर हमले के बाद नसरल्लाह और हिजबुल्लाह के अन्य शीर्ष कमांडर मारे गए. लेबनानी सेना के बयान में कहा गया, “इजरायली दुश्मन अपनी विनाशकारी योजनाओं को लागू करने और लेबनानी लोगों के बीच विभाजन पैदा करने के लिए काम कर रहा है.” छोटा-सा लेबनान लंबे समय से सांप्रदायिक आधार पर विभाजित है और 1975-1990 के बीच विनाशकारी गृहयुद्ध का गवाह रहा है.

हिजबुल्लाह, शिया समूह जो लेबनान में बहुत शक्तिशाली है और जिसकी सैन्य शक्ति के बारे में व्यापक रूप से माना जाता है कि वह लेबनान की सशस्त्र सेनाओं से कहीं अधिक मजबूत है, ने पिछले अक्टूबर में इजरायल के खिलाफ ‘समर्थन मोर्चा’ खोलने के अपने फैसले को लेकर कुछ लेबनानी राजनेताओं की आलोचना की है. हिजबुल्लाह 8 अक्टूबर 2023 से लगभग रोजाना इजरायल पर रॉकेट और ड्रोन दाग रहा है, जो उसके सहयोगी हमास के दक्षिणी इजरायल में सीमा पार आतंकवादी हमले के तुरंत बाद हुआ है, जिसने गाजा में चल रहे युद्ध की शुरुआत की थी.

एक साल तक रोजाना की तरह जवाबी हमलों के बाद, इजरायल ने हाल के हफ्तों में हिजबुल्लाह के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी है. इसी के मद्देनजर उसने शीर्ष कमांडरों, बुनियादी ढांचे और हथियार रखे जाने वाले स्थानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए हैं. लेबनानी सेना के एक अधिकारी ने रविवार को एएफपी को बताया कि 28 सितंबर से बेरूत में सैनिकों को तैनात किया गया था, जहां हजारों लोगों ने लेबनान के दक्षिण और पूर्व और हिजबुल्लाह के दक्षिण बेरूत गढ़ पर तेज इजरायली हमलों से शरण ली है.

लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने लेबनान के लोगों से नागरिक व्यवस्था को बनाए रखने के लिए “एक साथ आने” का आग्रह किया. न्यूयॉर्क की अपनी यात्रा को बीच में ही समाप्त करने के बाद उन्होंने शनिवार को कहा, “इस ऐतिहासिक और असाधारण क्षण में हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी राजनीतिक मतभेदों को दूर रखना है.”

शक्तिशाली ईरान समर्थित समूह का पारंपरिक रूप से विरोध करने वाली लेबनान की पार्टियों ने नसरल्लाह की हत्या के बाद भड़काऊ बयान देने से परहेज किया है. लेबनानी फोर्सेज, जो एक ईसाई पार्टी है और जिसे हिजबुल्लाह का सबसे कटु आलोचक माना जाता है, ने अपने समूहों में प्रसारित एक संदेश में समर्थकों को सोशल मीडिया पर “रेडियो साइलेंट” रहने का आदेश दिया है. पार्टी के एक करीबी सूत्र ने एएफपी को यह जानकारी दी.

इस बीच, लेबनान के सूचना मंत्री ज़ियाद मकरी ने रविवार को कैबिनेट सत्र के दौरान कहा कि इजरायल के साथ युद्ध विराम के लिए कूटनीतिक प्रयास चल रहे हैं. मकरी ने कहा, “यह निश्चित है कि लेबनानी सरकार युद्ध विराम चाहती है, और हर कोई जानता है कि (इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन) नेतन्याहू युद्ध विराम के आधार पर न्यूयॉर्क गए थे, लेकिन नसरल्लाह की हत्या करने का फैसला किया गया था.” मकेरी ने कहा, “युद्ध विराम के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं”, उन्होंने आगे कहा कि पीएम नजीब मिकाती  “कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं, लेकिन मामला इतना आसान नहीं है.”

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