बड़े धोखे हैं इस राह में, लेकिन दिल मानता कहां है 💔
2⃣0⃣1⃣7⃣पीलीभीत जिला के रिचौला गांव की रहने
वाली मीरा की शादी बरेली के भुता के गांव मल्हपुर
निवासी पवन शर्मा से हुई थी दोनों के दो बच्चे भी हैं
बड़ा बेटा राहुल छह साल का है, जबकि छोटा बेटा
गोविंद 4⃣ साल का है। सबकुछ अच्छा चल रहा था
इसी बीच शाहजहांपुर निवासी आसिफ का इनके घर
आना जाना हुआ मीरा के बेटे मामा कहा करते थे
2⃣0⃣2⃣3⃣ में आसिफ मामा जी के मीरा जी नैन लड़ गए इश्क हो गया मीरा ने अपने पति को परमानेंट के लिए अलविदा कहा अपने हिंदू धर्म एक बच्चे को भी टाटा बाय बाय कहा और इस्लाम अपना आसिफ संग निकाह भी कर लिया अब मीरा और अपने बेटे संग आसिफ संग थाना बिथरी चैनपुर की रामगंगानगर कॉलोनी के किराये के मकान में रहने लगे. करीब डेढ़ साल तक खूब जमकर प्यार हुआ धीरे धीरे प्यार का पेट्रोल खत्म होने लगा मीरा जी अब धुँआ देने लगी मतलब आसिफ का तन मन भर गया अब आसिफ मीरा से छूटकारा पाने की जुगत में लग गया अब रोज दूंनो के बीच प्यार के जगह तकरार होने लगी आसिफ छोड़ना चाहता था मीरा इसके लिए तैयार न थी
परसों आसिफ ने मीरा और अपने प्रेम को अमर कर
दिया मतलब की मीरा की ह्त्या कर दिया जब वो
मीरा की ह्त्या कर रहा था तब मीरा का बेटा वहीं था
उसके सामने उसकी माँ की ह्त्या आसिफ कर रहा था
खैर ह्त्या करने के बाद आसिफ वहाँ से फरार हो गया
बच्चा माँ के शव के पास बैठकर लगातार रो रहा था
पडोसीयों ने देखा फ़िर पुलिस को बुलाया पुलिस
मीरा शर्मा के आशिक को तलाश रही है
मीरा के पति पवन ने बताया- छोटा बेटा गोविंद गुड्डू को मामा कहता था। पुलिस ने मुझे फोन कर सूचना दी कि मेरी पत्नी की हत्या हो गई है। मैंने पुलिस से कहा- अब मेरा उससे कोई मतलब नहीं है। उसने मुझे धोखा दिया। वह अपने बच्चे को छोड़कर चली गई थी। ऐसी औरत से मेरा अब कोई रिश्ता नहीं है। उसने जो किया, उसके साथ _____________””””_ऐसा ही होना था ______”🗡
इति कथा समाप्तम






