एक पुरानी कहावत है,
बेइज्जत होने के लिए खुद के कर्म काफी होते हैं,
कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान ओडिशा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी OBC के रूप में पैदा नहीं हुए थे, बल्कि सन् 2000 में भाजपा सरकार ने उनकी जाति को ओबीसी का दर्जा दिया। अब कॉन्ग्रेस की सरकार में ही उप-मुख्यमंत्री रहे नेता ने राहुल गाँधी के दावों की पोल खोल दी है। नरहरि अमीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ के माध्यम से ऐसा बयान जारी किया है, जो राहुल गाँधी को असहज कर सकता है।
नरहरि अमीन 1974 में गुजरात में हुए ‘नवनिर्माण आंदोलन’ के सबसे सक्रिय नेताओं में से एक थे। युवाओं और मध्यम वर्ग के उस आंदोलन ने तत्कालीन CM चिमनभाई पटेल की सरकार गिरा दी थी। वो फरवरी 1994 से मार्च 1995 तक राज्य के उप-मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने बताया है कि 25 जुलाई, 1994 को गुजरात सरकार ने मोढ़-घांची जाति को OBC के भीतर सूचीबद्ध करते हुए अधिसूचना जारी की थी। उस समय वो डिप्टी सीएम हुआ करते थे।
बता दें कि नरेंद्र मोदी इसी समुदाय से आते हैं। नरहरि अमीन ने कहा, “राहुल गाँधी इस मुद्दे पर बेवकूफाना झूठ फैला कर OBC समाज का अपमान कर रहे हैं। मोढ़-घांची जाति को OBC का दर्जा दिए जाने का नोटिफिकेशन जब आया, तब नरेंद्र मोदी विधायक-सांसद तक नहीं बने थे, मुख्यमंत्री तो छोड़ दीजिए। मेरी माँग है कि राहुल गाँधी तुरंत अपना झूठ वापस लें। उन्हें OBC को बदनाम करना बंद कर देना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर घृणा फैलाने के लिए गुजरात से माफ़ी माँगनी चाहिए।”
राहुल गाँधी ने कहा था, “मैं बहुत गहरी बात बोल रहा हूँ। आप सब लोगों को भयंकर बेवकूफ बनाया जा रहा है। सुनो, मैं जो कह रहा हूँ। नरेंद्र मोदी OBC नहीं पैदा हुए थे, वो गुजरात में तेली जाति में पैदा हुए थे। उनकी जाति को भाजपा ने सन् 2000 में ओबीसी बनाया।
‘नरेंद्र मोदी OBC नहीं, BJP सरकार ने तेली को सन् 2000 में इस कैटेगरी में डाला’: PM की जाति पर राहुल गाँधी ने फिर फैलाया झूठ, पहले भी कॉन्ग्रेस की हो चुकी है फजीहत
कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति को लेकर टिप्पणी की है। राहुल गाँधी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान कहा, “मैं बहुत गहरी बात बोल रहा हूँ। आप सब लोगों को भयंकर बेवकूफ बनाया जा रहा है। सुनो, मैं जो कह रहा हूँ। नरेंद्र मोदी OBC नहीं पैदा हुए थे, वो गुजरात में तेली जाति में पैदा हुए थे। उनकी जाति को भाजपा ने सन् 2000 में ओबीसी बनाया। आपके प्रधानमंत्री OBC नहीं पैदा हुए, सामान्य वर्ग में पैदा हुए।”
नरेंद्र मोदी OBC पैदा नहीं हुए: राहुल गाँधी
उन्होंने पीएम मोदी पर पूरी दुनिया में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो किसी ओबीसी से गले नहीं मिलते, किसान-मजदूर का हाथ नहीं पकड़ते, बल्कि अडानी का हाथ पकड़ते हैं। राहुल गाँधी ने ओडिशा में ये बात कही, जहाँ से यात्रा गुरुवार (8 फरवरी, 2024) को छत्तीसगढ़ में घुसी। रायगढ़, कोरबा और सक्ती जिलों से गुजरेगी। 14 फरवरी को यात्रा झारखंड में एंटर करेगी। उससे पहले ही राहुल गाँधी ने पीएम मोदी के जाति-वर्ग को लेकर झूठ फैला दिया है।
असल में बजट सत्र में लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष द्वारा OBC को लेकर सवाल उठाए जाने पर खुद की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि आपको सबसे बड़ा ओबीसी ही नहीं दिखाई दे रहा है। अब राहुल गाँधी का कहना है कि भाजपा सरकार ने नरेंद्र मोदी की जाति को ओबीसी कैटेगरी में डाल दिया। नरेंद्र मोदी अक्टूबर 2001 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे। वहीं राज्य में भाजपा की सरकार पहली बार मार्च 1995 में बनी थी।
1994 में भी OBC में थी मोढ़-घांची जाति
अब आपको बताते हैं कि राहुल गाँधी के दावे की सच्चाई क्या है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेली जाति के मोढ़-घांची वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। तेली जाति, वैश्य समाज के अंतर्गत आती है, जिन्हें बनिया भी कहा जाता है। गुजरात सरकार के सामाजिक कल्याण विभाग ने 25 जुलाई, 1994 को एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें OBC के अंतर्गत आने वाली 36 जातियों का जिक्र किया गया था। इस अधिसूचना में 25वें नंबर के b सेक्शन (25b) में मोढ़-घांची जाति का भी नाम था।
मई 2014 में जब ये मामला उठा था, तब भी भाजपा सरकार ने इस चीज को स्पष्ट किया था कि गुजरात में उसकी सरकार बनने से पहले से ही ये जाति ओबीसी क्लास में है। 1994 में राज्य में कॉन्ग्रेस की सरकार थी। अक्टूबर 1990 से फरवरी 1994 तक चिमनभाई पटेल राज्य के मुख्यमंत्री थे, वहीं फरवरी 1994 से मार्च 1995 तक छबीलदास मेहता मुख्यमंत्री थे। दोनों ही कॉन्ग्रेस की सरकारें थीं। ऐसे में उस समय नरेंद्र मोदी की जाति का ओबीसी में होना बताता है कि भाजपा या मोदी सरकार ने ये नहीं किया, ये कॉन्ग्रेस के शासनकाल में ही हुआ।