विधानसभा चुनाव से पहले केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन पर सनसनीखेज आरोप लगा है। जेल में बंद सोना तस्करी मामले में मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश ने आरोप लगाया है कि डॉलर तस्करी मामले में मुख्यमंत्री विजयन, विधानसभा स्पीकर पी. श्रीरामकृष्णन और कुछ मंत्री के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास के कुछ कर्मचारी भी शामिल थे। मामले की जांच कर रहे सीमा शुल्क विभाग ने केरल हाई कोर्ट में शुक्रवार को दाखिल किए गए हलफनामे में यह दावा किया है।
स्पीकर श्रीरामकृष्णन को नोटिस
वहीं आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीमा शुल्क विभाग ने स्पीकर श्रीरामकृष्णन को नोटिस जारी किया है और 12 मार्च को उन्हें उसकी जांच टीम के सामने उपस्थित होने कहा है। अधिकारियों ने बताया कि डॉलर तस्करी और विदेश दौरों को लेकर स्पीकर से कई बार बयान लेने की कोशिश की गई। जब सफलता नहीं मिली तो उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री और विधानसभा स्पीकर पर आरोप
इससे पहले हाई कोर्ट में दाखिल हलफनामे में सीमा शुल्क विभाग ने कहा है कि स्वप्ना सुरेश ने आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता यानी सीआरपीसी की धारा 164 और सीमा शुल्क अधिनियम की धारा 108 के तहत दर्ज कराए बयान में उक्त आरोप लगाए हैं। सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्त सुमीत कुमार की तरफ से दाखिल कराए गए हलफनामा में दावा किया गया है, ‘यह बताया जाता है कि धारा 108 और धारा 164 के तहत दिए गए बयान में सुरेश ने मुख्यमंत्री, केरल विधानसभा के स्पीकर और राज्य कैबिनेट के कुछ सदस्यों के खिलाफ स्तब्धकारी राज उजागर किए हैं।’
मुख्यमंत्री के इशारे पर हुई तस्करी
स्वप्ना सुरेश ने आरोप लगाया है कि यूएई के पूर्व महावाणिज्य दूत से मुख्यमंत्री पी. विजयन से बहुत करीबी संबंध थे और बयान दिया है कि अवैध लेनदेन हुई थी। हलफनामे में कहा गया है, ‘उसने स्पष्टता के साथ कहा है कि वाणिज्य दूतावास की मदद से मुख्यमंत्री और स्पीकर के इशारे पर विदेशी मुद्रा की तस्करी हुई।’
1.30 करोड़ रुपये की तस्करी का मामला
डॉलर मामला तिरुअनंतपुरम में यूएई के वाणिज्य दूतावास के पूर्व वित्त प्रमुख द्वारा ओमान के मस्कट में 1.90 लाख डॉलर (लगभग 1.30 करोड़ रुपये) की कथित तस्करी से जुड़ा है। सोना तस्करी मामले में आरोपित स्वप्ना सुरेश और सह-आरोपित सरित पीएस कथित तौर पर डॉलर तस्करी मामले में भी शामिल थे और सीमा शुल्क विभाग उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर चुका है।
बड़े अधिकारियों से निकट संबंध का दावा
एजेंसी की तरफ से दायर हलफनामे में यह भी दावा किया गया है कि स्वप्ना ने अपने बयान में मुख्यमंत्री विजयन, उनके प्रधान सचिव और निजी सचिव के साथ निकट संबंध होने का भी दावा किया है। सीमा शुल्क विभाग ने यह हलफनामा अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (आर्थिक अपराध) अदालत के आदेश में कुछ टिप्पणियों को चुनौती देने वाली राज्य सरकार की याचिका के जवाब में दाखिल किया है।
स्वप्ना को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश
अदालत ने तिरुअनंतपुरम की महिला जेल में बंद स्वप्ना सुरेश को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश भी दिया था। सुरेश ने मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में आरोप लगाया था कि जेल में उसे धमकाया जा रहा है और तस्करी मामले में शामिल बड़े लोगों का नाम देने पर गंभीर परिणाम की चेतावनी दी जा रही है।
विजयन का जेल जाना तय : भाजपा
केरल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि विजयन और इस मामले से जुड़े लोगों का जेल जाना तय है। उन्होंने कहा कि विजयन के साथ ही श्रीरामकृष्णन और मंत्रियों के खिलाफ सामने आई नई जानकारी बहुत गंभीर है और इसने चुनाव के समय सरकार को गहरे संकट में डाल दिया है।
माकपा का केंद्र सरकार पर हमला
केरल में सत्तारूढ़ माकपा ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला किया है। पार्टी ने सीमा शुल्क (निवारक) आयुक्तालय पर निशाना साधते हुए कहा कि जांच एजेंसी इतना नीचे गिर गई है कि भाजपा के हाथ का चुनावी हथियार बन गई है। माकपा ने इसके खिलाफ प्रदर्शन करने का भी एलान किया है।
विजयन को सीएम रहने का हक नहीं : कांग्रेस
सीमा शुल्क विभाग के हलफनामे पर केरल में सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने कहा है कि इस जानकारी के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पी. विजयन को पद पर बने रहने का हक नहीं। केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के रमेश चेन्निथला ने कहा कि विजयन को अब पलभर के लिए भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने भाजपा पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा सनसनीखेज सुबूत मिलने के बाद भी मामले की जांच बंद कर दी गई है। उन्होंने इसमें मुख्यमंत्री और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया।
केरल के सोना और डॉलर तस्करी मामले में मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। सुरेश ने डॉलर स्मगलिंग को लेकर कस्टम अधिकारियों को साफ बताया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन खुद भी डॉलर की तस्करी के मामले में शामिल हैं।
सुरेश ने बताया है कि मुख्यमंत्री महावाणिज्य दूत (Consulate General) के सीधे संपर्क में थे। उनके अलावा उनकी सरकार के तीन और कैबिनेट मंत्री इस डॉलर की तस्करी के मामले में शामिल थे।
स्वप्ना सुरेश के इस चौंकाने वाले बयान के बाद केरल विधानसभा में विपक्षी नेता भी हमलावर हो गए हैं। रमेश चेन्निथला का कहना है कि कॉन्ग्रेस द्वारा सोने की तस्करी और डॉलर की तस्करी के मामले में लगाए गए सभी आरोप सही साबित हो रहे हैं।
बता दें कि केरल के इस स्मगलिंग केस में जब से स्वप्ना सुरेश का नाम उजागर हुआ था, तभी से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को लेकर सवाल उठ रहे थे। पिछले दिनों इस केस में प्रवर्तन निदेशालय ने PMLA के तहत आरोपित स्वप्ना सुरेश, सरीथ पीएस और संदीप नैयर के अकॉउंट से 1.85 करोड़ रुपए सीज किए थे।
उससे पूर्व ईडी द्वारा दायर चार्जशीट के विवरण में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का उल्लेख आया था। इसमें कहा गया था कि गोल्ड तस्करी की मुख्य आरोपित स्वप्ना सुरेश केरल के पूर्व प्रमुख सचिव एम शिवशंकर की उपस्थिति में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से कई बार मिली थीं।
सीएम को इस बात की भी जानकारी थी कि स्वप्ना को राज्य की सरकारी एजेंसी स्पेस पार्क ने हायर किया है। उन्होंने स्वप्ना से ‘अनौपचारिक’ रूप से संपर्क बनाए रखने के लिए कहा था।
मामले में लगातार नाम उछलने के कारण पिनरई विजयन ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने राष्ट्रीय जाँच एजेंसियों के पड़ताल के तरीके पर सवाल उठाया था और उन पर बिना किसी उद्देश्य के जाँच का आरोप लगाया था।
उन्होंने लिखा था कि इससे ‘ईमानदार अधिकारी हतोत्साहित’ हो रहे हैं। उनके अनुसार मामले की पूछताछ को रस्सी फेंक कर मछली पकड़ने का अभियान नहीं बनना चाहिए, जिससे केंद्रीय जाँच एजेंसियों की विश्वसनीयता का भारी नुकसान होता है।