Monday, October 14, 2024
Uncategorized

सावधान ये किसी डॉक्टर का नही फर्जी प्रिस्क्रिप्शन है,ऐसी दवाई न लें

कोविड-19 महामारी (कोरोना वायरस संक्रमण) के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं, इस बीच इसके इलाज से जुड़ीं कई गलत जानकारियां भी सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर की जा रही हैं। इन दिनों व्हाट्सऐप, ट्विटर, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर एक डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन शेयर किया जा रहा है। सर गंगा राम हॉस्पिटल के लेटर हेड पर लिखे गए इस प्रिस्क्रिप्शन पर डॉ. राज कमल अग्रवाल की मुहर भी लगी है।

इस प्रिस्क्रिप्शन पर लिखा गया  है कि आईसीएमआर की गाइडलाइन के मुताबिक जो लोग कोविड पॉजिटिव मरीजों के कॉन्टैक्ट में आए हैं, उनको होम आइसोलेशन पर रखा जाए, भले हल्के लक्षण हों। इसमें यह भी लिखा गया है कि सभी लोग, सोशल डिस्टैंसिंग, साफ हाथ रखने और मास्क पहनने के अलावा बचाव के लिए कुछ दवाइयां भी लेते रहें। जिसमें हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन 400 एमजी दवा हफ्ते में एक बार, विटामिन सी 1 ग्राम दवा रोज एक और जिंक टैबलेट 50 एमजी रोज खानी है।

viral prescription

इस प्रिस्क्रिप्शन में आगे लिखा गया है कि अगर बुखार हो तो क्रोसीन या कैल्पॉल 650 एमजी लें तुरंत, अगर गले में दर्द और कफ हो तो सेट्रिजिन 10 एमजी दवा दिन में एक और एलेक्स सिरप 2/3 चम्मच दिन में तीन बार लें। इस प्रिस्क्रिप्शन पर डॉ. राज कमल अग्रवाल की मुहर लगी है और एक फोन नंबर भी दिया गया है। चलिए एक नजर डालते हैं कि क्या यह प्रिस्क्रिप्शन सही है या फिर फेक-

1- इस प्रिस्क्रिप्शन पर डॉ. राज कमल अग्रवाल के मुहर के साथ एक नंबर दिया गया है। 9820152201 नंबर लिखा है, जिस पर कॉल करने पर पता चलता है कि यह नंबर विकास का है और वो मुंबई का रहने वाला है। ट्रूकॉलर पर भी यह नंबर विकास सुराना के नाम से है और लोकेशन भी मुंबई ही लिखी हुई है।

true caller screenshot

2- सर गंगा राम हॉस्पिटल के ट्विटर हैंडल से इस प्रिस्क्रिप्शन को शेयर करते हुए इसको फेक बताया गया है। इस प्रिस्क्रिप्शन को शेयर करते हुए लिखा गया है, ‘हमारी जानकारी में लाया गया कि किसी ने डॉक्टर के नकली हस्ताक्षर के साथ यह फेक फोटो फैलाई है। सर गंगा राम हॉस्पिटल इंडिया का इससे कोई नाता नहीं है।’

3-  इस मामले में डॉ. अग्रवाल से भी बात की। उन्होंने कहा कि यह प्रिस्क्रिप्शन फेक है और उन्होंने इसके साथ ही कहा कि किसी भी व्यक्ति को इस प्रिस्क्रिप्शन में लिखी दवाई को लेकर गंभीरता नहीं दिखानी चाहिए और बीमार होने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

Leave a Reply