दिल्ली पुलिस की साइबर सेल में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर प्रेमनाथ ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि निकिता, शांतनु और दिशा ने टूलकिट डॉक्यूमेंट बनाया जिसका मकसद भारत की छवि ख़राब करना था.
निशा रवि को बेंगलु्रु से गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली पुलिस ने टूल किट मामले में निकिता और शांतनु के ख़िलाफ़ ग़ैर-ज़मानती वॉरंट जारी किया है.
पुलिस का दावा है कि 11 फरवरी को निकिता के घर पर छापा मारा गया लेकिन वो फ़रार हो गईं. पुलिस का ये भी दावा है कि निकिता और शांतनु ने 11 जनवरी को एक ज़ूम मीटिंग में हिस्सा लिया था, जिसे पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन ने आयोजित किया था.
उन्होंने बताया कि कनाडा में रहने वाली पुनीत नामक एक महिला उनके संपर्क में थी और पुनीत का संबंध खालिस्तान समर्थकों से है.
उन्होंने कहा, ”जांच के दौरान टूलकिट के ऑनलाइन मौजूद स्क्रीन शॉट्स की पड़ताल की गई है और जांच में प्राप्त जानकारी मिलते ही इस टूलकिट गूगल डॉक्यूमेंट की संपादक निकिता जैकब के खिलाफ सर्च वारंट जारी कर एक टीम को मुंबई भेजा गया. उनके पास से 2 लैपटॉप और 1 आईफोन मिला.”
उन्होंने कहा कि इन तमाम लोगों का मकसद गणतंत्र दिवस से पहले और बाद में ट्विटर स्टॉर्म और डिजिटल स्टाइक करना था
नई दिल्ली। किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट’ सोशल मीडिया पर साझा करने में संलिप्तता के आरोप में दिशा रवि को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में अब देश की कई राजनीतिक हस्तियों ने दिशा रवि का बचाव करते हुए अपने बयान जारी किए हैं। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा है। इतना ही नहीं इस मामले में पड़ोसी देश पाकिस्तान भी कूद पड़ा है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने इस संबंध में अपना बयान दिया है। पार्टी की तरफ से दिशा रवि को समर्थन किया गया है। वहीं दिशा रवि को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि, भारत खामोश नहीं होने वाला है। उन्होंने दिशा की गिरफ्तारी से जुड़ी खबर साझा करते हुए ट्वीट किया , ‘‘ बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे, बोल कि सच ज़िंदा है अब तक! वो डरे हैं, देश नहीं!’’ इसके अलावा राहुल ने कहा, ‘‘भारत खामोश नहीं होने वाला है।’’
इसके अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिशा रवि को सपोर्ट करते हुए लिखा कि, ‘‘डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।’’ वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में ट्वीट किया, ‘‘21 वर्षीय दिशा की गिरफ्तारी लोकतंत्र पर अभूतपूर्व हमला है। हमारे किसानों का समर्थन करना कोई अपराध नहीं है।’’
बता दें कि पाकिस्तान और साथ में राहुल, प्रियंका और केजरीवाल द्वारा दिशा रवि के लिए हमदर्दी दिखाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर लोग जमकर विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि, सब मिले हुए हैं। एक यूजर का कहना है कि, “देश विरोधियो का लिंक कहां तक है देखो दिशा रवि के समर्थन मे इमरान खान भी कूद पड़ा है पाकिस्तान इससे पहले किसान आंदोलन वाले टिकैत के समर्थन मे आया था मतलब दिशा रवि हो या टिकैत ये सब के सब पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों के हाथों में खेलने वाली कठपुतली ही है इनका इलाज करना ही पड़ेगा।”
वहीं एक और यूजर ने लिखा कि, “रिंकू शर्मा की हत्या पर केजरीवाल ने कुछ नही बोला… लेकिन जैसे ही आंदोलनजीवीयों को Toolkit उपलब्ध करवाने वाली दिशा रवि को पुलिस ने हिरासत में लिया वैसे ही उसको छुड़वाने की फरमाइश… पाकिस्तान से इमरान खान दिल्ली से राहुल प्रियंका और केजरीवाल करने लगे।”
देखिए किस तरह से लोगों ने अपनी भड़ास निकाली..
कौन हैं दिशा रवि-
बेंगलुरु के एक निजी कॉलेज से बीबीए की डिग्री धारक हैं दिशा रवि और वह ‘फ्राइडेज़ फॉर फ्यूचर इंडिया’ नामक संगठन की संस्थापक सदस्य भी हैं। दिल्ली पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ के दल ने दिशा रवि (22) को शनिवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ वैमनस्य फैलाने के लिए रवि और अन्य ने खालिस्तान-समर्थक समूह ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन’ के साथ साठगांठ की।