साल 2021 कई सियासी पार्टियों की किस्मत का फैसला करने वाली है. देश के 5 राज्यों (पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और पुडुचेरी) में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां इन चुनावों में जीत दर्ज करने के जज्बें के साथ नए साल में चुनावी मैदान में उतरेंगी. इन राज्यों जैसे बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, केरल में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट, पुडुचेरी में कांग्रेस, तमिलनाडु में MAIADMK और असम में भाजपा की सरकार है. इन्हीं राज्यों में चुनाव है इस कारण सभी पार्टियां एक्टिव हो चुकी है.
Bengal Assembly Elections 2021 विधानसभा चुनाव के पहले 15 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद विधानसभा चुनाव को लेकर अहम फैसला लिया जा सकता है। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इस बार आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है।
आगामी चार मई से सीबीएसइ बोर्ड की परीक्षा के मद्देनजर इस बार बंगाल विधानसभा का चुनाव समय से कुछ पहले ही शुरू हो सकता है। इसके साथ ही राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान हुई भारी हिंसा एवं मौजूदा समय में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए इस बार आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने यह संकेत दिए हैं। इससे पहले 2016 में बंगाल विधानसभा का चुनाव चार अप्रैल से शुरू हुआ था। इस दौरान सात चरणों में 19 मई तक मतदान हुए थे। यानी मतदान से लेकर मतगणना प्रक्रिया को पूरा करने में डेढ़ महीने से भी अधिक समय लगा था। लिहाजा इस बार मार्च के मध्य से चुनाव शुरू हो सकता है। क्योंकि इस साल चार मई से सीबीएसइ बोर्ड परीक्षा कराने की घोषणा की है।परीक्षा शुरू होने के बाद माइक बजाने की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में मतदान को समय से पहले शुरू करना होगा।
दरअसल, 2018 में राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान काफी हिंसा हुई थी। बंगाल में इससे पूर्व भी चुनावी हिंसा का इतिहास रहा है। विरोधी पार्टियों ने इस बार भी चुनाव में भारी हिंसा होने की आशंका जताई है। साथ ही इस बार कोरोना महामारी का असर भी है। ऐसे में इस बार आठ चरणों में चुनाव होने की संभावना है।
ऐसे में अगर मार्च महीने के मध्य से मतदान प्रक्रिया शुरू होती है, तो प्रक्रिया पूरी करने में कम से कम 45 दिन का समय लगेगा। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि फरवरी में ही विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है।गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के पहले 15 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद विधानसभा चुनाव को लेकर अहम फैसला लिया जा सकता है।