राजधानी पटना सहित बिहार के कई जिलों में सोमवार की रात 9 बजकर 23 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकम्प की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 बताई जा रही है। इसका केंद्र पटना के आसपास जमीन से पांच किमी नीचे रहा इस वजह से इसकी तीव्रता ज्यादा महसूस की गई।
छह से सात सेकेंड तक इसका असर देखा गया। भूकंप की वजह से घरों के पंखे डोलने लगे और लोग दहशत से घरों और अपार्टमेंटों के बाहर आ गए। सड़कों पर वाहन चला रहे लोगों को भी भूकम्प का एहसास हुआ और बेली रोड पर जगह जगह वाहन खड़ा कर लोग अपनों का हाल चाल लेते देखे गए। इस बीच राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि मैं हर किसी की सुरक्षा की कामना करता हूं और सभी से निवेदन करता हूं कि वे सावधानी बरतें और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित खुले स्थानों पर जाएं।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार नालंदा से 20 किमी उत्तर और पश्चिम की ओर पटना जिले में इसका केंद्र रहा है। इससे पहले निकोबार द्वीप में भी सोमवार की रात 7 बजकर 24 मिनट पर रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का जलजला आया था। तब इसका केंद्र निकोबार में होने की वजह से बिहार में असर नहीं देखा गया था लेकिन रात 9 बजकर 23 मिनट के झटके से लोगों में दहशत देखा गया। आफ्टर शॉक के डर से लोग काफी देर तक घरों के बाहर रहे। बेली रोड पर बसे मोहल्लों के लोग भी घरों से बाहर टहलते दिखे। हालांकि बाजारों में खरीदारी पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।
पटना सहित लगभग पूरे सूबे में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र पटना के आसपास था। तीव्रता अधिक नहीं थी लेकिन कंपन देर तक महसूस की गई।
– विवेक सिन्हा, निदेशक पटना मौसम विज्ञान केंद्र
घरों से बाहर निकल आये लोग, सड़कों पर जमा हो गए लोग
पटना के सचिवालय कॉलोनी के समीप जलेश्वर मंदिर पथ में जगह-जगह लोगों का जमावड़ा लग गया। सचिवालय कॉलोनी निवासी एसएन सिंह अपने परिवार के संग घर के बाहर निकल गए। उनके साथ आसपास के 2 दर्जन से अधिक लोग जमा थे। एसएन सिंह ने बताया कि घर में सोफे पर बैठकर समाचार देख रहे थे, इसी बीच उन्हें धरती हिलने का आभास हुआ तो वह चिल्लाते हुए घर से बाहर निकल आये। इसके बाद आसपास के लोग भी चिल्लाते हुए बाहर निकले। सभी के मुंह से एक ही आवाज आ रही थी, बाहर निकलो, धरती डोल रही है। इस तरह के नजारे जलेश्वर मंदिर पथ के अलावा कांटी फैक्ट्री रोड, पटना के कंकड़बाग मैन रोड, काली मंदिर रोड, हनुमान नगर में भी 9:20 से करीब 10:00 बजे तक दिखी।
कंकड़बाग मेन रोड स्थित एक होटल के संचालक कुमार संजीव अपने कर्मियों के साथ बाहर सड़क पर आ गए थे। उन्होंने कहा कि भूकंप के झटके महसूस होने के बाद उनके होटल के भी गेस्ट बाहर निकल आए। जलेश्वर मंदिर पथ निवासी रविंद्र सिंह ने बताया कि भूकंप के झटके हल्के होने के बावजूद महसूस किए गए। उन्होंने कहा कि अचानक बंद पड़ा पंखा हिलने से झटके महसूस हुए। वहीं सड़कों पर और चौक चौराहों पर भी भूकंप के झटकों को लेकर चर्चा का बाजार गर्म रहा। हाल ही में दिल्ली में इसी हफ्ते आए भूकंप के झटकों ने पटना के लोगों को भी भूकंप की यादें ताजा कर दी।